MP के इस जिले कलेक्ट्रेट परिसर में हांथ धोने के लिए सेनेटाइजर तो दूर साबुन तक की नहीं है व्यवस्था

 
MP के इस जिले कलेक्ट्रेट परिसर में हांथ धोने के लिए सेनेटाइजर तो दूर साबुन तक की नहीं है व्यवस्था

सीधी. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जहां विश्व स्वास्थ्य संगठन से लेकर भारत सरकार तक का सख्त दिशा निर्देश है कि हर व्यक्ति बार-बार साबुन से हाथ धोए। 20 सेकेंड तक साबुन से हाथ धोया जाए। अगर कोई बाहर है तो वह सेनेटाइजर का प्रयोग करे। तमाम निजी संस्थानो को इस बाबत सख्त निर्देश दिए जा रहे हैं, पर ये क्या यहां तो कलेक्टर के कार्यालय में ही ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है।

टीवी चैनलों पर गत फरवरी से ही हर थोड़ी देर के बाद हाथ धोने की नसीहत दी जा रही है। ये किसी साबुन का प्रचार मात्र नहीं है, बल्कि ये डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन का हिस्सा है ताकि हर नागरिक इससे वाकिफ हो, जागरूक हो। लेकिन रीवां कलेक्ट्रेट में इसका पालन नहीं हो रहा। यहां आने वालों को हाथ धोने के लिए एक पानी की टंकी रखी है। यहां आने वाला कर्मचारी हो या आम जनता सभी को इस टंकी वाले पानी से हाथ धोना है।

हालांकि जिला प्रशासन ने यह आदेश जरूर निकाला है सभी सरकारी कार्यालयों के लिए कि हर दफ्तर में सेनेटाइजर या साबुन का इंतजाम जरूर हो। लेकिन जिस अधिकारी के हस्ताक्षर से यह आदेश जारी हुआ है उसी के कार्यालय में इसका पालन नहीं हो रहा है।

हाल ये है कि कलेक्ट्रेट के मेन गेट पर अल्ट्राटेक कंपनी से मिली एक पानी की टंकी रखी है। इसी टंकी से कलेक्ट्रेट आने वाले सरकारी कर्मचारी हों या आमजन सभी महज पानी से हाथ धोते हैं। यहां लोग पानी से हाथ धो कर कोरोना को हराने का सपना देख रहे हैं।


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