SATNA : सतना में बनेगा भारत और एशिया का पहला और विश्व का छठवां सीमेंट म्यूजियम

 
SATNA : सतना में बनेगा भारत और एशिया का पहला और विश्व का छठवां सीमेंट म्यूजियम

सतना. विंध्य की औद्योगिक राजधानी और देश में सीमेंट हब के रूप में अपनी पहचान कायम करने वाले सतना को जल्द ही विश्व पटल पर एक अलग पहचान मिलने वाली है। यहां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सीमेंट म्यूजियम खुलने जा रहा है। लगभग 70 से 80 करोड़ के बघेलखण्ड आर्ट एंड क्रॉफ्ट सेंटर के प्रोजेक्ट का  सीमेंट म्यूजियम प्रमुख हिस्सा है।

देशभर के सीमेंट उत्पादन में दस फीसदी के करीब हिस्सेदारी सतना की  
भारत और एशिया का पहला और विश्व का यह छठवां सीमेंट म्यूजियम होगा। पूरे विश्व में सिर्फ पांच सीमेंट म्यूजियम हैं। एशिया में अब तक एक भी नहीं है। सतना में बनने वाला यह म्यूजियम एशिया का पहला होगा। इसके अलावा अभी यूएसए में दो, 1-1 यूक्रेन और स्टोनिया में इस तरह का म्यूजियम बना हुआ है। एक जानकारी के अनुसार सीमेंट हब सतना, देशभर का करीब 11 फीसदी सीमेंट उत्पादन करता है। सतना समेत आस-पास करीब एक दर्जन सीमेंट इकाईयां हैं।

बताया जाता है कि जी प्लस थ्री की बिल्डिंग होगी जिसमें ऊपरी मंजिल में सीमेंट म्यूजियम होगा,दूसरी मंजिल में वर्कशॉप। तीन एकड़ में बनने वाले इस प्रोजेक्ट को डेढ से दो साल में पूरा करना होगा। इस म्यूजियम में बिडला सीमेंट, प्रिज्म सीमेंट और केजेएस जैसी सीमेंट फैक्ट्रियों के मॉडल भी लगाए जाएंगे। 

अभी कहां- कहां
 2-यूएसए, 1-यूक्रेन  एवं 1- स्टोनिया, एक नार्वे

पर्यटन हब के रूप में मिलेगी पहचान
बघेलखण्ड आर्ट एंड क्रॉफ्ट सेंटर में बनने वाले इस म्यूजियम का उद्देश्य सतना को पर्यटन हब के तौर पर पहचान दिलाना है। यह सतना का एक टूरिस्ट मैगनेट होगा जिसे देखने देशी विदेशी पर्यटक सालाना पहुंचेंगे। यह संख्या क्रमश: बढ़ती जाएगी। म्यूजियम में सीमेंट के इतिहास से लेकर प्रोडक्शन, मशीनरी, प्रोसेसिंग की जानकारी के साथ लोगों को क्रॉफ्ट करने की सुविधा मिलेगी। शिल्पकारों-कारीगरों को प्रशिक्षण, उद्यमिता और कौशल को बढ़ावा मिल सकेगा। स्थानीय लोगों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों को म्यूजियम में स्थान दिया जाएगा।

13 बिंदुओं पर होगी चर्चा
आगामी 22 तारीख को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली स्मार्ट सिटी की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में 13 बिन्दओं पर चर्चा की जाएगी। बघेलखण्ड आर्ट एंड क्रॉफ्ट सेंटर में बनने वाले सीमेंट म्यूजियम के प्रस्ताव का अप्रूवल भी एक है। दरअसल बघेलखण्ड आर्ट एंड क्रॉफ्ट सेंटर की प्रस्ताव पहले 22 करोड़ का तैयार किया गया था लेकिन इसमें सीमेंट म्यूजियम जुड़ने से इसकी लागत 70 से 80 करोड़ के करीब पहुंच गई है,ऐसे में इसका नए सिरे से एप्रूवल लिया जाएगा।

दो से ढाई करोड़ के कार्य शहर में प्रस्तावित
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली स्मार्ट सिटी की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में जिन 13 बिन्दओं पर चर्चा की जानी है,उनमें दो से ढाई करोड़ के ऐसे कार्यों का एप्रूवल भी शामिल है जो पहले उतैली, सोनौरा और शिजहटा में प्रस्तावित स्मार्ट सिटी एरिया में किया जाना था लेकिन अब ये कार्य पुराने शहर में कराए जाएंगे। 

स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में 22 को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की गई है। बैठक में13 बिन्दओं पर चर्चा की जानी है। उसमें बघेलखण्ड आर्ट एंड क्रॉफ्ट सेंटर की नई लागत और एबीडी एरिया में प्रस्तावित कार्यों को पुराने शहर में कराने का प्रस्ताव भी शामिल है।
अमनवीर सिंह बैस, आयुक्त नगर निगम 




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