शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार: इन 10 पूर्व मंत्रियों के फिर से मंत्री बनने पर लटकी तलवार

 

शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार: इन 10 पूर्व मंत्रियों के फिर से मंत्री बनने पर लटकी तलवार

भोपाल.  मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार (Cabinet Expansion) करेंगे. आधिकारिक जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश की प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल गुरुवार सुबह 11 बजे यहां राजभवन में एक सादे समारोह में मंत्रिमंडल के नये मंत्रियों को शपथ दिलाएंगी. यह चौहान के मंत्रिमंडल का पहला विस्तार होगा और इसमें करीब दो दर्जन मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है. लेकिन इन नामों से ज्यादा उनकी चर्चा है जो इस बार मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किये जा सकते हैं.


इन पूर्व मंत्रियों पर छाए संकट के बादल
बताया जा रहा है शिवराज सिंह की पिछली सरकार में मंत्री रहे रामपाल सिंह, संजय पाठक, राजेंद्र शुक्ल, विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन, पारस जैन, अजय विश्नोई, सुरेंद्र पटवा और विश्वास सारंग को इस बार मंत्री नहीं बनाया जा रहा है. बता दें कि चौहान ने 23 मार्च को अकेले मुख्यमंत्री की शपथ ली थी और कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के बीच मुख्यमंत्री चौहान 29 दिन तक अकेले ही सरकार चलाते रहे. बाद में 21 अप्रैल को पांच सदस्यीय मंत्रिपरिषद का गठन कर सके थे, जिनमें कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के दो मंत्री तुलसी सिलावट एवं गोविन्द सिंह राजपूत शामिल हैं.



'मंथन से अमृत ही निकलता है'



मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कई दिन से हो रहे मंथन पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में चौहान ने बुधवार को यहां मीडिया से कहा, 'मंथन से अमृत ही निकलता है. विष तो शिव पी जाते हैं. आज (बुधवार) महामहिम राज्यपाल (आनंदीबेन पटेल) शपथ ग्रहण करेंगी. कल (गुरुवार को) मंत्रिमंडल शपथ ले लेगा.' मुख्यमंत्री के इस बयान के चंद घंटे बाद मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अजय कुमार मित्तल ने आनंदीबेन को यहां राजभवन में बुधवार शाम साढ़े चार बजे आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल पद की शपथ दिलाई.



उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को 28 जून को मध्यप्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. मालूम हो कि मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है और टंडन की अनुपस्थिति के दौरान आनंदीबेन को मध्यप्रदेश के राज्यपाल के कार्यों का निर्वहन करेंगी.



मंत्रिमंडल में करीब दो दर्जन मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है
भाजपा सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल में करीब दो दर्जन मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मार्च माह में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए नौ पूर्व विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.



मार्च में कांग्रेस के 22 विधायकों के राज्य विधानसभा से त्यागपत्र देने से कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार गिर गयी थी और चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी थी. वे रिकॉर्ड चौथी बार प्रदेश के मुखिया बने हैं. कांग्रेस के अधिकांश बागी विधायक, जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, सिंधिया के समर्थक माने जाते हैं.



Related Topics

Latest News