INDORE : इंदौर का आइआइएम परिसर (राऊ) भी आया कोरोना संक्रमण की चपेट में, पहली बार 3 हजार के पार पहुंचे कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस

 
                      INDORE : इंदौर का आइआइएम परिसर (राऊ) भी आया कोरोना संक्रमण की चपेट में, पहली बार 3 हजार के पार पहुंचे कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस
इंदौर । शहर में उपचाररत कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या पहली बार तीन हजार से ऊपर पहुंच गई। शुक्रवार को 176 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि के बाद कुल पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 9590 पर पहुंच गया है। एक मरीज की मौत की पुष्टि भी हुई। इसके बाद कोरोना से हुई कुल मौत भी 342 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार शुक्रवार को कोरोना से पालदा क्षेत्र निवासी 45 वर्षीय पुरुष की कोरोना से मौत हुई है। इस दिन 3096 सैंपलों की जांच की गई, जबकि 2981 नए सैंपल लिए गए। 55 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिली। इसे मिलाकर शहर में अब तक 6246 मरीज कोरोना को मात देकर घर लौट चुके हैं। शुक्रवार को उपचाररत मरीजों की संख्या में 120 का इजाफा हुआ। इसे मिलाकर शहर में कुल उपचाररत मरीजों की संख्या तीन हजार से ज्यादा हो गई है। अब तक कुल एक लाख 71 हजार 794 सैंपलों की जांच की जा चुकी है।
आइआइएम कैंपस भी संक्रमण की चपेट में, तीन पॉजिटिव मिले
आइआइटी के बाद इंदौर का भारतीय प्रबंध संस्थान (आइआइएम) परिसर (राऊ) भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया। गुरुवार को वहां से पहली बार तीन पॉजिटिव मरीज मिले। पहले से संक्रमित क्षेत्र स्कीम-78 में एक साथ 12, जबकि स्नेहलतागंज स्थित सुकून विहार में सात और मरीज मिले हैं। शहर और आसपास के 19 नए इलाकों में कोरोना के 35 मरीजों का पता चला है। नए इलाकों में सर्वाधिक सात मरीज कमला केसर नगर से मिले हैं। सांवेर के तेजाजी चौक से छह, पद्मालय कॉलोनी, नीमा नगर और शुभम पैलेस से पहली बार दो-दो पॉजिटिव मरीज मिले हैं।
सप्ताहभर पहले ही आइआइएम पहुंचा था छात्र
आइआइएम में मिले तीन कोरोना पॉजिटिव मरीजों में एक पीएचडी का छात्र है। आइआइएम प्रबंधन के मुताबिक सप्ताहभर पहले ही यह छात्र यहां पहुंचा था। कैंपस में आने के बाद तय प्रोटोकॉल के तहत छात्र को क्वारंटाइन कर दिया गया था।
कोरोना संक्रमण से 23 वर्ष की युवती की मौत
कोरोना संक्रमण से उज्जैन निवासी 23 वर्ष की युवती की शुक्रवार को अरबिंदो अस्पताल में मौत हो गई। युवती के पिता डॉक्टर हैं और वह उनकी इकलौती संतान थी। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक युवती को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था। उस दौरान उसकी शुगर करीब 700 थी और खून की उल्टियां हो रही थीं। युवती को सोमवार को सांस लेने में तकलीफ होने पर एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। यहां कोविड-19 की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अरबिंदो अस्पताल भेजा गया। युवती के पिता ने बताया कि बेटी ने एमफार्मा किया था और सांवेर रोड स्थित मेरे क्लीनिक के संचालन में मुझे मदद करती थी। मेरी इकलौती बेटी मेरे हर सुख-दुख की साथी थी।


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