REWA : त्योंथर के बरहा गांव में पहुंचा प्रशासन का अमला : सड़क नहीं होने की वजह 5 KM खाट पर लाद कर अस्पताल पहुंचा था ग्रामीण

 
REWA : त्योंथर के बरहा गांव में पहुंचा प्रशासन का अमला : सड़क नहीं होने की वजह 5 KM खाट पर लाद कर अस्पताल पहुंचा था ग्रामीण

रीवा। जिले के त्योंथर जनपद के बरहा गांव में दोपहर बाद प्रशासनिक अधिकारियों की टीम पहुंची। जहां पर ग्रामीणों से मिलकर समस्याओं की जानकारी ली। गत दिवस इस गांव का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक श्रमिक अपनी बीमार पत्नी को खाट पर लादकर ले जाता हुआ दिखाई दे रहा था। बरहा गांव के रहने वाले रामसखा साकेत नाम के इस व्यक्ति की पत्नी बीमार थी लेकिन उसे उपचार के लिए अस्पताल तक ले जाने के लिए कोई वाहन की व्यवस्था नहीं थी।


सरकार की 108 एंबुलेंस इस गांव नहीं आती, कहा जाता है कि सड़क नहीं होने से वाहन फंस जाता है। बिगड़ती तबियत के चलते रामसखा ने हिम्मत दिखाई और परिवार की ही एक अन्य महिला के साथ मिलकर करीब पांच किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के शंकरगढ़ अपनी पत्नी को ले गया, जहां पर उपचार कराया और वहां से वापस लौट आया।


यह मामला मीडिया के जरिए सामने आया तो कलेक्टर ने त्योंथर के अधिकारियों को मौके पर जाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा। त्योंथर के तहसीलदार, जनपद के सीईओ, बीएमओ सहित अन्य अधिकारियों की पूरी टीम गांव पहुंची थी। जहां पर रामसखा से मिलकर खाट पर मरीज ले जाने की वजह जानी और अधिकारियों ने अपना नंबर दिया है कि जब दोबारा इस तरह की कोई समस्या आए तो वह सीधे फोन लगाए।


सड़क बनाने का आश्वासन देकर चले गए
बरहा गांव में सड़क नहीं होने से ग्रामीणों द्वारा आंदोलन शुरू किया गया है। इसके पहले धरना भी दिया था। इस बीच सड़क समस्या की वजह से मरीज को खाट पर ले जाने का वीडियो वायरल करने स्थानीय निवासी संजय सिंह से भी अधिकारियों ने बात की। आश्वासन दिया है कि सड़क बनाने के लिए वह प्रयास करेंगे। इस पर संजय सिंह ने मांग उठाई कि सड़क का करीब ५०-५० मीटर का हिस्सा कई जगह अधिक खराब है, इसलिए वहां पर वाहन चलने के लायक बनाने के लिए मुरुम डलवाई जाए, बाद में पूरी सड़क बनाने की प्रक्रिया चलती रहेगी।


गलत दवा लेने पर बीएफओ ने फटकारा
मौके पर पहुंचे बीएमओ ने रामसखा से पत्नी का उपचार कराने का पर्चा एवं दवाइयां दिखाने की बात कही। जिस पर बीएमओ ने उसे फटकारा यह गलत दवाएं दी गई हैं। गांव के लोगों ने कहा कि वह कुछ दवाइयां दे दें। जिस पर कुछ दवाइयों के नाम कागज पर लिख दे दिए। इस पर गांव के कुछ जानकार लोगों ने कहा कि इससे अच्छी कंपनियों की दवाइयां तो वह पहले ही खरीदकर लाया था। इस पर कोई विवाद शुरू हो, इसके पहले ही अधिकारियों ने मामले को शांत कराया।


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