REWA : स्टाफ नर्स की नियुक्ति का मामला : शासन के नियम-कायदे के चलते सैकड़ो अभ्यर्थियों अपात्र : कमिश्नर से लगाई गुहार

 
REWA : स्टाफ नर्स की नियुक्ति का मामला : शासन के नियम-कायदे के चलते सैकड़ो अभ्यर्थियों अपात्र : कमिश्नर से लगाई गुहार


रीवा. मेडिकल कालेज के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शासन के नियम-कायदे के चलते सैकड़ो अभ्यर्थियों के नियुक्ति प्रक्रिया में अपात्र हो गए हैं। अभ्यर्थियों ने इसकी शिकायत कमिश्नर से की है। अब तक शिकायत करने वालों की संख्या सौ से अधिक हो चुकी है।

सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 135 स्टाफ नर्सों के नियुक्ति की प्रक्रिया चालू हो गई है। डेढ़ माह बीतने के बाद भी साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। अभ्यर्थियों ने कहा कि प्रदेश में कुछ जिले को छोड़ कहीं भी जिला स्तर पर 300 बेड का अस्पताल नहीं है। बावजूद इसके सुपर स्पेशलिटी में 300 बेड में काम करने वाले अभ्यर्थियों को पात्रता श्रेणी में लिया जा रहा है। जिससे कम बेड में अनुभव लेने वाले अभ्यर्थियों को अपात्र किया जा रहा है।

अपात्र के बाद वेटिंग वालों को बुलाए 
चिकित्सा शिक्षा विभाग की नई गाइड लाइन पर अपात्र होने के चलते वेटिंग में रखे गए करीब 85 नए अभ्यर्थियों का इंटरव्यू शुरू कर दिया गया है। सुपर स्पेशलिटी में अभ्यर्थियों ने नियम-कायदे की अनदेखी का आरोप लगाते हुए हंगामा भी किया। इसकी कई अभ्यर्थियों ने कश्मिनर को आवेदन देकर जांच कराने की मांग की है।

कमिश्नर ने डीन से मांगी जानकारी 
कश्मिनर राजेश कुमार जैन ने मामले में प्रभारी डीन, सुपर स्पेशटिल के अधीक्षक से रिपोर्ट तलब की है। इधर, अभ्यर्थियों ने मेरिट कटऑफ और आरक्षण रोस्टर को लेकर भी आपत्ति दर्ज कराई है। अभ्यर्थियों ने कहा कि स्टाप नर्स की नियुक्ति की प्रक्रिया फरवरी में चालू हो गई है। जिससे कांग्रेस के समय ओबीसी का आरक्षण 27 प्रतिशत लागू कर दिया गया है। लेकिन, रोस्टर की अनदेखी की जा रही है। अभ्यर्थियों ने आरक्षण रोस्टर समेत अन्य प्रक्रिया की जांच कराने की मांग की है।

उपलब्ध बेड के आधार पर उठाई मांग 
अपात्र होने की संभावना को लेकर सैकड़ो अभ्यर्थियों ने 300 बेड की पात्रता को जिला अस्पताल में उपलब्धि बेड के आधार पर किए जाने की मांग उठाई है। इस संबंध में मेडिकल कालेज के प्रभारी डीन डॉ मनोज इंदुलन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शासन की गाइड लाइन के तहत नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही पूरी होगी।

मेडिकल कालेज में रोस्टर की अनदेखी, असंतोष
सुपर स्पेशलिटी के अलावा श्याम शाह मेडिकल कालेज में भी विभिन्न विभागों में कर्मचारियों की नियुक्ति को लेकर आरक्षण रोस्टर की अनदेखी को लेकर अभ्यिर्थियों में असंतोष है। श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय में 16 विभागों में दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों की नियुक्ति की जानी है। जिसमें ओबीसी आरक्षण की प्रक्रिया में पुराने नियम के तहत अपनाई जा रही है। अभ्यर्थियों ने आपत्ति दर्ज कराई है।

मेडिकल कालेज के एनाटामी, फिलियोलॉजी, बायोकेमस्ट्री, फोरेंसिक मेडिसिन समेत अन्य विभागों में विभिन्न पदों पर नियुक्ति निकाली गई है। नियुक्ति प्रक्रिया में आरक्षण रोस्टर की अनदेखी को लेकर अभ्यर्थियों में असंतोष है। जांच कराने की मांग की है। इधर, मामले में प्रभारी डीन ने बताया कि शासन की गाइड लाइन के तहत किया जा रहा है। आरक्षण का मामला कोर्ट में चल रहा है। इस लिए पुराने गाइड लाइन के तहत प्रक्रिया अपनाई जा रही है।


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