REWA : निगम आयुक्त ने अधिकारियों को दिए निर्देश, बारातघरों की जांच कर उल्लंघन करने वालों पर करें सख्त कार्यवाही : संचालकों में हड़कंप

 
REWA : निगम आयुक्त ने अधिकारियों को दिए निर्देश, बारातघरों की जांच कर उल्लंघन करने वालों पर करें सख्त कार्यवाही : संचालकों में हड़कंप

रीवा। शहर में लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर से बारातघरों की जांच के लिए अभियान चलाया जाएगा। इसमें उन नियमों का परीक्षण होगा जिनके तहत बारातघरों को वैध करने की कार्रवाई की जाएगी। नगर निगम में आयुक्त मृणाल मीना ने अधिकारियों के साथ बैठक कर पूर्व में की गई कार्रवाई को लेकर जानकारी ली। जिस पर सभी जोन के अधिकारियों ने अपने पूर्व में की गई जांच और बारातघरों को सीज करने जैसी कार्रवाई से अवगत कराया।

इस पर आयुक्त ने कहा है कि कोरोना काल की वजह से बीच में कार्रवाई रुक गई थी, इसलिए अब नए सिरे से सभी बारातघरों का परीक्षण कराया जाए और जहां पर कमियां पाई जाती हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। जो बारातघर नियमों का पालन नहीं करेंगे, उन्हें सीज करने की कार्रवाई होगी।

इतना ही नहीं जहां पर बारातघरों के संचालन के लिए जो भी शर्तें लागू हैं उनका पालन होना पाया जाएगा उन्हें निगम द्वारा संचालन के लिए अनुज्ञप्ति भी जारी की जाएगी। इसके लिए निर्धारित शुल्क भी नगर निगम कार्यालय द्वारा जमा कराया जाएगा। सभी जोन प्रभारियों से कहा गया है कि वह शर्तों का परीक्षण करने के बाद ही रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

कोर्ट के निर्देश पर की जा रही कार्रवाई
शहर में बारातघरों के संचालन को लेकर एक याचिका हाईकोर्ट में लगाई गई थी। जहां से निर्देश निगम आयुक्त को जारी किए गए थे कि वह सभी बारातघरों का सत्यापन कराएं और जहां पर कमियां पाई जाएं उन्हें बंद कराया जाए। यह कार्रवाई चल ही रही थी कि इसी दौरान कोरोना संक्रमण शुरू हो गया और लॉकडाउन की वजह से सारी गतिविधियां ठप हो गईं। अब तक बारातघरों का संचालन नहीं हो पा रहा है। लोगों ने स्वयं ही वैवाहिक कार्यक्रमों को रोक रखा था। अब मुहुर्त भी शुरू हो रहे हैं जिसके चलते बारातघरों की बुकिंग भी प्रारंभ होने जा रही है। इस कारण सभी की जांच की जाएगी और उसके अनुसार ही संचालन की अनुमति जारी होगी।

पूर्व में कई बारातघर सीज किए गए थे
पूर्व में नगर निगम ने शहर में बारातघरों में शर्तों का पालन किए जाने की जांच का अभियान चलाया था। जिसमें कुछ चिन्हित बारातघरों को छोड़कर शेष सभी अवैध पाए गए थे। जिसके चलते नगर निगम ने अवैध बारातघरों को सीज करने की कार्रवाई भी की थी। उस दौरान निगम प्रशासन पर कई आरोप भी लगाए गए थे लेकिन शर्तों के अनुसार ही कार्रवाई होनी थी, जिसकी वजह से कई प्रभावशाली लोगों के बारातघर भी सीज कर दिए गए थे। इसमें कई ऐसे लोग थे जिन्होंने पहले से ही बारातघर बुक कर रखा था और बारात आने की तिथि नजदीक थी। लड़की पक्ष की मांगों को देखते हुए उनसे आवेदन लेकर संबंधित दिन बारात की अनुमति भी निगम की ओर से दी जा रही थी। धीरे-धीरे फिर से संचालकों की मनमानी प्रारंभ होने जा रही थी कि इसी दौरान कोरोना संक्रमण प्रारंभ हो गया और सभी एक साथ बंद हो गए।

पूर्व में ही हाईकोर्ट ने निर्देश जारी कर रखा है। उन्हीं शर्तों के अनुसार संचालन हो रहा है अथवा नहीं इसका परीक्षण कराया जाएगा। जो सभी शर्तों का पालन करते पाए जाएंगे उन्हें अनुमति दी जाएगी और जहां शर्तों का उल्लंघन होगा उन्हें सीज करने की कार्रवाई होगी।

मृणाल मीना, आयुक्त नगर निगम

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