MP : विद्यार्थियों और शिक्षकों को पढ़ाया जाएगा सायबर सुरक्षा का पाठ

 
MP : विद्यार्थियों और शिक्षकों को पढ़ाया जाएगा सायबर सुरक्षा का पाठ

भोपाल। हर बच्‍चे को सायबर सुरक्षा की जानकारी होनी चाहिए। इसके लिए हम प्रयासरत हैं। कोरोनाकाल में हर बच्चे के हाथ में स्मार्ट फोन है। ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से पढ़ाई कराई जा रही है। ऐसे में सभी शिक्षकों व बच्‍चों को सायबर सुरक्षा के प्रति जागरूक होना होगा।

यह बात स्कूल शिक्षा विभाग स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने आनलाइन सायबर सुरक्षा जागरुकता अभियान के वेब पोर्टल लांच के दौरान कही। स्कूल शिक्षा विभाग व एमपी कॉन लिमिटेड के सायबर एक्सीलेंस डिवीजन द्वारा सायबर सुरक्षा जागरुकता अभियान के लिए एप व वेब पोर्टल का लांच किया गया।

साथ ही ई-बुक का शुभारंभ भी किया गया। कार्यक्रम में लोक शिक्षण संचालनालय की आयुक्त जयश्री कियावत भी आनलाइन जुड़ी और इस कोर्स का प्रशिक्षण कैसे दिया जाएगा। इस बारे में जानकारी दी। इसके लिए पंजीयन कराकर बधाों और शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा।-

इसमें विद्यार्थियों को सायबर सुरक्षा व कानून की जानकारी, ऑनलाइन फ्रॉड एवं यौन शौषण आदि की जानकारी भी दी जाएगी। कार्यक्रम के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी , ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एवं प्राचार्य ऑनलाइन जुडे थे। इस एप के माध्यम से सरकारी स्कूलों के 9वीं से 12वीं के विद्यार्थियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण के साथ-साथ परीक्षा भी आयोजित की जाएगी।

साथ ही प्रमाणपत्र भी वितरित किए जाएंगे। कार्यक्रम के दौरान एमपी कॉन सायबर एक्सीलेंस डिविजन के परियोजना समन्वयक यशदीप चतुर्वेदी ने कहा कि अभी बच्‍चों की भी ऑनलाइन कक्षाएं संचालित हो रही हैं।बच्‍चे इंटरनेट पर अधिक समय तक व्यतीत कर रहे हैं। इससे सायबर अपराध की घटनाएं बढ़ रही है। इससे सुरक्षा के लिए बच्‍चों को जागरूक करना जरूरी होगा। इसके लिए अलग-अलग कोर्स तैयार किया गया है।

31 दिसंबर तक करा सकते हैं पंजीकरण

इस ऑनलाइन प्रशिक्षण लेने के लिए और सायबर सुरक्षा जागरुकता टेस्ट के लिए विद्यार्थी 31 दिसंबर तक पंजीयन करा सकते हैं। इसमें भाग लेने के लिए कोई पंजीयन शुल्क नहीं लगेगा। विद्यार्थी ऑनलाइन परीक्षा घर या स्कूल के कंप्यूटर या स्मार्टफोन के माध्यम से दे सकते हैं। इस पोर्टल पर अध्ययन सामग्री निशुल्क डाउनलोड कर सकते हैं। परीक्षा में कुल 30 प्रश्न आधे घंटे का होगा। इसमें 40 फीसद अंक लाने वाले विद्यार्थी को प्रमाणपत्र दिया जाएगा।

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