MP : मुख्यमंत्री ने समाज से पूछा सवाल : जब बेटों की शादी 21 साल में तो बेटियों की शादी 18 साल में क्यों

 
MP : मुख्यमंत्री ने समाज से पूछा सवाल : जब बेटों की शादी 21 साल में तो बेटियों की शादी 18 साल में क्यों

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि जब बेटों की शादी उम्र कम से कम 21 साल है तो बेटियों की शादी के लिए 18 साल क्यों हैं। इस पर विचार किया जाना चाहिए। मैं इसे बहस का मुद्दा बनाना चाहता हूं। मुख्यमंत्री मिंटो हॉल में प्रदेश स्तरीय सम्मान अभियान के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। इस अभियान का उद्देश्य महिला अपराध के उन्मूलन में समाज की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना, महिलाओं और बालिकाओं के लिए सम्मानजनक वातावरण तैयार करना और आम लोगों को कानूनी प्राविधानों के प्रति जागरूक कर महिला सुरक्षा के प्रति जिम्मेदार बनाना है। इस मौके पर अपराध नियंत्रण में सहयोगी असली हीरो को सम्मानित भी किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अपहृत बच्चों की बरामदगी के लिए स्वजनों को रिकॉर्ड पत्र दिया जाएगा, जिसमें पुलिस द्वारा की जा रही विवेचना का विवरण होगा। अब अपहृत बच्चों के स्वजन के साथ प्रत्येक 15 दिन में थाना प्रभारी और प्रत्येक 30 दिन में एसडीओपी केस डायरी के साथ बैठेंगे। जनसुनवाई में भी पहले बेटी के गुम होने की सुनवाई की जाएगी। चौहान ने कहा कि लापता बेटियों के प्रकरणों की समीक्षा सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक करेंगे। इसके बाद क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक जोन स्तर और फिर पुलिस महानिदेशक समीक्षा करेंगे। वन स्टाप सेंटर को सुदृढ़ बनाया जाएगा। मालूम हो 15 दिवसीय सम्मान अभियान 26 जनवरी तक चलेगा। इस दौरान महिला अपराधों को रोकने के लिए विभिन्न् कार्यक्रम किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने अभियान के प्रतीक शुभंकर (गुड्डी) और पुस्तिका का अनावरण किया।

असली हीरो का सम्मान

कार्यक्रम में सागर की श्रीबाई, छिंदवाड़ा के रोशनलाल विश्वकर्मा, सतना की मुन्न्ीबाई कौल, भोपाल के मनोज गायकवाड़ और रायसेन के मधुसुदन दुबे और भवानी सिंह को असली हीरो सम्मान से सम्मानित किया गया। इन सभी ने बालिकाओं और महिलाओं को अपराधों से बचाने और अपराध होने के बाद दोषी लोगों के विरूद्ध पुलिस को सूचित कर पकड़वाने में मदद की। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने इन्हें सम्मान पत्र दिए।

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