REWA : नरसिंहपुर जिले के महात्मा गांधी पीजी कालेज करेली के प्राचार्य डॉ. राजकुमार आचार्य बने विश्वविद्यालय के नए कुलपति

 
REWA : नरसिंहपुर जिले के महात्मा गांधी पीजी कालेज करेली के प्राचार्य डॉ. राजकुमार आचार्य बने विश्वविद्यालय के नए कुलपति

रीवा। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के नए कुलपति की नियुक्ति राज्यपाल की ओर से की गई है। नरसिंहपुर जिले के महात्मा गांधी पीजी कालेज करेली में प्राचार्य के पद पदस्थ डॉ. राजकुमार आचार्य को विश्वविद्यालय का नया कुलपति बनाया गया है। करीब चार महीने से विश्वविद्यालय में नए कुलपति के चयन की प्रक्रिया चल रही थी। इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से राजभवन ने कुलपति पद के लिए आनलाइन आवेदन बुलाया था। जिसमें 110 आवेदन जमा किए गए थे, इसमें अधिकांश अभ्यर्थियों ने कई बार अपना आवेदन अपलोड कर दिया था जिसकी वजह से संख्या अधिक हो गई थी। आवेदन की जांच के बाद 11 लोगों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। इसमें रीवा विश्वविद्यालय में कार्यरत छह प्रोफेसर्स ने भी आवेदन किए थे जिसमें सभी के आवेदन निरस्त कर दिए गए थे। अब आगामी चार वर्षों के लिए डॉ. आचार्य की नियुक्ति हुई है। विश्वविद्यालय पहुंचकर ज्वाइनिंग भी उन्होंने कर लिया है और कर्मचारियों ने उनका स्वागत भी किया है।

छह पुस्तकें भी लिख चुके हैं डॉ. आचार्य
विश्वविद्यालय के नए कुलपति डॉ. राजकुमार आचार्य 1984 से अध्यापन कार्य से जुड़े हैं। इंदौर से पीजी करने के बाद सागर विश्वविद्यालय से एलएलबी और पीएचडी किया। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में डीन भी रह चुके हैं। इन्होंने छह पुस्तकों का लेखन भी किया है और पांच पुस्तकों में सहयोगी की भूमिका निभाई है। 100 से ज्यादा नेशनल और इंटरनेशलन सेमीनार में शामिल होकर शोध विषयों पर चर्चा की है। बताया जा रहा है कि इंदौर विश्वविद्यालय के कुलपति को लेकर भी इनका नाम चला था, लेकिन नियुक्ति नहीं हुई थी।

कुलपति के इस्तीके चलते खाली हुआ था पद
रीवा विश्वविद्यालय में कुलपति रहे प्रो. पीयूषरंजन अग्रवाल ने अपना कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया था। इसकी वजह उन्होंने अपने पारिवारिक कारणों को बताया था। लेकिन मुख्य वजह विश्वविद्यालय में गुटबाजी और कर्मचारियों द्वारा की गई अभद्रता से आहत होकर उन्होंने पद छोडऩे का निर्णय लिया था। अल्प समय के कार्यकाल में भ्रष्टाचार पर उनकी ओर से नकेल कसी गई थी, जिसके चलते वह निशाने पर थे। उन्हीं की परिपाटी को कार्यवाहक कुलपति रहे प्रो. एनपी पाठक ने भी आगे बढ़ाया। नियमों के अनुसार कार्य करने की वजह से वह कुछ लोगों के निशाने पर रहे हैं।

अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय का गौरवशाली इतिहास रहा है। उसका कुलपति नियुक्त होना अपने आप में गौरव है। पूरी निष्ठा के साथ दायित्वों को निभाएंगे। नई शिक्षा नीति भी आने वाले समय में लागू होगी, इसलिए पूरी टीम के साथ बेहतर काम करने का प्रयास किया जाएगा। प्रयास होगा कि विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान हासिल करे।

डॉ. राजकुमार आचार्य, नवनियुक्त कुलपति एपीएसयू रीवा

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