MP : प्रेमी के साथ घर बसाने के लिए उम्र में 18 साल बड़े पति की हत्या करवा दी, उम्मीद थी कि नगरनिगम में अनुकंपा नौकरी मिल जाएगी

 

MP : प्रेमी के साथ घर बसाने के लिए उम्र में 18 साल बड़े पति की हत्या करवा दी, उम्मीद थी कि नगरनिगम में अनुकंपा नौकरी मिल जाएगी

जबलपुर .22 जनवरी काे निगमकर्मी अरविंद सिंह ठाकुर की हत्या की साजिश उसकी पत्नी मनीषा उर्फ बबली ने रची थी। पति से 16 साल छोटी मनीषा ने प्रेमी खेमचंद और दूर के भाई प्रदीप के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। छतरपुर निवासी खेमचंद से उसकी सोशल मीडिया पर एक साल पहले ही दोस्ती हुई थी। पति को मारने के बाद वह प्रेमी के साथ घर बसाना चाहती थी। उसे पति की जगह अनुकंपा नियुक्ति मिलने की भी उम्मीद थी। इस साजिश में उसने दूर के एक भाई को पैसों का लालच देकर शामिल किया था। घटना के एक हफ्ते बाद पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए पत्नी और दूर के भाई को गिरफ्तार कर लिया।

22 जनवरी को मिली थी निगमकर्मी की लाश

एएसपी अमित कुमार ने बताया, जब अरविंद सिंह की सदर मुर्गी ग्राउंड में लाश मिली, तो मौके पर पहुंची पत्नी मनीषा उर्फ बबली रह-रहकर बेहोश हो रही थी। एएसपी के मुताबिक सरकारी कुआं घमापुर निवासी अरविंद सिंह उर्फ मंकी (49) नगर निगम के अधारताल जोन कार्यालय में डाक रनर (चपरासी) था। उसकी अंगूठी, चेन और पर्स से पैसे गायब थे। जेब में मिले मोबाइल नंबर से उसकी पहचान हुई थी।

ऐसे हुआ खुलासा

अरविंद और उसकी पत्नी मनीषा उर्फ बबली की उम्र में 16 साल का अंतर है। उनके दो बच्चे छह साल का बेटा अंश और चार साल की बेटी अंशिका है। 22 जनवरी को मौके पर पहुंची पुलिस को मनीषा ने बरगलाने की कोशिश की। उसने सदर की गली में रहने वाले पति के दोस्तों पर संदेह जताया। लेकिन पुलिस ने जब अरविंद, उसकी पत्नी मनीषा के मोबाइल नंबर का छह महीने का काॅल डिटेल और पीएसटीएन डाटा (स्थान विशेष पर एक समय में कितने मोबाइल नंबर सक्रिय थे) निकलवाया, तो तस्वीर साफ हो गई।

कॉल डिटेल और पीएसटीएन डाटा से खुलासा

पुलिस को कॉल डिटेल में मनीषा के मोबाइल नंबर से दो अन्य नंबरों से वारदात से पहले और बाद में काफी देर तक बातचीत का रिकॉर्ड मिला। इसमें एक नंबर मनीषा के प्रेमी बेनीपुर गौरिहार छतरपुर निवासी खेमचंद उर्फ राज यादव और दूसरा नंबर उसके दूर के भाई उपहार अपार्टमेंट सिविल लाइंस निवासी प्रदीप उर्फ विक्की पंडा का निकला। डाटा में भी तीनों के मोबाइल का टॉवर लोकेशन टैगोर गार्डन में साथ मिला। इसके बाद मुर्गी ग्राउंड में भी आरोपी खेमचंद का पीएसटीएन डाटा मिला।

मनीषा और उसके भाई गिरफ्तार

तकनीकी साक्ष्य मिलने पर पुलिस ने पत्नी मनीषा और उसके भाई प्रदीप उर्फ विक्की को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो गुत्थी खुल गई। मनीषा ने बताया, उसने ही पति की हत्या की साजिश प्रदीप उर्फ विक्की और प्रेमी खेमचंद के साथ मिलकर रची थी। खेमचंद से मनीषा की दोस्ती फरवरी 2020 में सोशल मीडिया पर फ्रेंड रिक्वेस्ट के जरिए हुई थी। फिर उनकी आपस में मोबाइल पर बातचीत होने लगी। खेमचंद इसके बाद मनीषा के घर आने लगा। खेमचंद का परिचय मनीषा ने पति अरविंद से दूर के जीजा के तौर पर कराया था।

पहले प्रसाद में जहर खिलाकर मारने की थी साजिश

विक्की पेशे से पंडा है। उसने 20 हजार रुपए मनीषा से उधार लिए थे। मनीषा ने कहा कि पति को रास्ते से हटवा दो, तो बदले में वह और पैसे देगी और कर्ज में दी गई राशि भी नहीं लेगी। विक्की से प्रसाद में जहर मिलाकर खिलाने की बात हुई, पर विक्की ने मना कर दिया। अरविंद की शराब पीने की कमजोरी जान कर तय हुआ कि शराब में जहर मिला दिया जाए। इस पर खेमचंद ने मना कर दिया। फिर तय हुआ कि शराब के साथ बिरयानी में जहर मिलाकर वह खिला देगा।

वारदात से तीन दिन पहले चली गई मायके

कैंट सीएसपी भावना मरावी के मुताबिक मनीषा 19 जनवरी को ही बच्चों को लेकर वीएफजे इंद्रा नगर स्थित मायके चली गई। 21 को खेमचंद चित्रकूट एक्सप्रेस से जबलपुर आया। दोपहर खेमचंद, मनीषा और विक्की पंडा टैगोर गार्डन में मिले। वहीं से मनीषा ने पति के सहकर्मी के मोबाइल पर कॉल कर बात कराने के लिए कहा था। इसके बाद मनीषा और खेमचंद रेलवे स्टेशन चले गए। वहां शाम सवा चार बजे मनीषा के पास उसके पति अरविंद का कॉल आया। मनीषा ने पति से कहा कि राज आया है। रात की ट्रेन से चला जाएगा, जाकर स्टेशन पर मिल लेना। इसके बाद मनीषा मायके चली गई।

पत्नी के कहने पर खेमचंद से मिलने स्टेशन गया था अरविंद

अरविंद निगम का काम निपटाने के बाद शाम पांच बजे स्टेशन पर जाकर खेमचंद से मिला। खेमचंद ने चित्रकूट की टाइमिंग पौने नौ बजे होने का हवाला दिया। फिर उसे लेकर शराब पीने निकल गया। दोनों ऑटो से सदर गए। फिर पैदल घूमते हुए दोनों ने खाने-पीने का सामान व शराब खरीदी। खेमचंद ने बिरयानी पैक कराई और धोखे से इसमें जहर मिला दिया। लेकिन गुरुवार का हवाला देकर अरविंद ने बिरयानी नहीं खाई, तो खेमचंद ने उसे फेंक दिया। शाम 6.30 बजे दोनों ने मुर्गी ग्राउंड में शराब पी। जब अरविंद नशे में आ गया तो करीब 7.30 बजे खेमचंद ने पत्थर मार कर अरविंद की हत्या कर दी। फोन पर मनीषा को बताया और स्टेशन से रात 8.45 की चित्रकूट एक्सप्रेस से बैठकर चला गया।

खेमचंद की तलाश में टीम छतरपुर रवाना

कैंट टीआई विजय तिवारी के मुताबिक पुलिस ने मामले में मनीषा और विक्की के मोबाइल जब्त कर लिए हैं। वहीं, मनीषा का खराब हुआ मोबाइल भी जब्त करेगी, जबकि मुख्य आरोपी खेमचंद की तलाश में पुलिस टीम छतरपुर गई है। खेमचंद पहले गुड़गांव में प्राइवेट जॉब करता था। लॉकडाउन के समय घर आ गया था। मनीषा का सोचना था, पति के स्थान पर उसे अनुकंपा नियुक्ति मिल जाएगी। इसके बाद वह प्रेमी खेमचंद के साथ रहेगी।

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