MP : मंगेतर का बड़ा खुलासा : पूरा सनकी है, पांच मिनट भी ऑफिस से देर हो जाए तो कारण पूछता..

 

      MP : मंगेतर का बड़ा खुलासा : पूरा सनकी है, पांच मिनट भी ऑफिस से देर हो जाए तो कारण पूछता..

भोपाल के शाहपुरा थाना क्षेत्र में रिश्ता तोड़ने पर मंगेतर के घर जाकर अंधाधुंध फायरिंग करने वाला SAF जवान अजीत चौहान 6 मार्च को भी हंगामा कर चुका था। मंगेतर ने कहा कि तब वह वर्दी में था, लेकिन राइफल नहीं थी। वह बोल रहा था कि शादी नहीं की, तो मार डालूंगा। उस दिन भी माता-पिता से गाली-गलौज की। इससे मेरी मां को अटैक आ गया था।

उसी दिन की हरकत के बाद से तय कर लिया कि वह इससे शादी नहीं करेगी। उसने इसके सारे नंबर ब्लॉक कर दिए। इसी कारण आरोपी 30 मार्च की देर रात युवती के घर सरकारी राइफल लेकर पहुंच गया। शादी के लिए हां नहीं करने पर फायरिंग की। इसमें युवती के भाई की मौत हो गई, मां घायल है। पिता-बेटी जैसे-तैसे राइफल छुड़ाकर बचे।

युवती ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उसका रिश्ता जीवन साथी नाम की वेबसाइट के जरिए अजीत से जुड़ा था। दो-तीन महीने बाद ही वह हर बात के लिए टोकने लगा। पूछता था कि पांच मिनट लेट क्यों हो गई? क्या कारण है? इससे मुझे लग गया था कि इसके साथ जिंदगी नहीं कट पाएगी।

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सगाई के पहले मुझे मारने खड़ा हो गया

पीड़ित ने बताया, अक्टूबर में सगाई के चार दिन पहले भी उसने मेरे ऑफिस स्टाफ के सामने बेइज्जती की थी। वह लहंगा लेकर सरप्राइज देने चला आया। उसने फोन पर कहा कि ऑफिस के बाहर खड़ा हूं। तब मैं चार फीमेल फ्रेंड्स के साथ थी। उसने वहां भी बदलसूकी की और मारने दौड़ा। बाद में लहंगा भी जला डाला।

HDFC में इंश्योरेंस से जुड़ी मैनेजर है

पीड़ित एमपी नगर स्थित एचडीएफसी में हेल्थ इंश्योरेंस में असिस्टेंट एजेंसी मैनेजर है। पीड़ित ने बताया कि इंश्योरेंस फील्ड होने से ऑफिस से कभी-कभी निकलते हुए 9 तक बज जाते हैं। इसके बाद भी कॉल आते हैं। अजीत हर बात के लिए टोकता था। ऑफिस से आने पांच मिनट भी लेट हो जाओ, तो कारण पूछता था। इससे मुझे लग गया था, वह साइको है। इसके साथ जिंदगी नहीं कटेगी।

जीवनसाथी वेबसाइट पर हुई थी पहचान

पीड़ित और आरोपी अजीत की पहचान पहली बार जीवनसाथी नामक की मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर हुई थी। अजीत की ओर से शादी का प्रस्ताव रखा गया। इसके पांच दिन बाद ही उसके माता-पिता लड़की के घर पहुंचे और शगुन देकर रिश्ता पक्का कर गए। तब आरोपी अजीत लड़की के घर नहीं आया था, केवल उसके परिवार के सदस्य ही आए थे।

सारे नंबर ब्लॉक कर दिए

आरोपी अजीत ने 6 मार्च को पीड़ित के घर पहुंचा। यहां वर्दी में जमकर हंगामा किया। पीड़ित ने बताया कि उसने उसके चरित्र के साथ ही माता-पिता के खिलाफ अपशब्द बोले। इसके चलते मां जानकी धाकड़ को रात 2 बजे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था। पीड़ित ने बताया, उसने उसी दिन शादी नहीं करने का अंतिम फैसला कर लिया था। बावजूद उसके परिवार वाले मुझ पर प्रेशर बना रहे थे। वे यह कहते थे कि तुम तो शादी कर लो। हम इसकी प्रॉपर्टी तुम्हारे नाम कर देंगे। उसने उसके सारे नंबर ब्लॉक कर दिए, तो वह फ्रेंड्स को फोन करने लगा। उनसे पूछता था कि मेरी शादी होगी या नहीं? इसके बाद 30 मार्च की रात पीड़ित के घर पहुंचा और विवाद कर फायर कर दिए।

राइफल नहीं छुड़ाते तो पापा ही थे उसका अगला टारगेट

पीड़िता ने बताया, घटना की रात वह कमरे में लेटी थी। रात 11 बजे आरोपी ने दरवाजा खटखटाया। मेरे मां ने दरवाजा खोला और पूछा कहां जा रहे हो। वह मेरे पास आकर पूछा कि तुम मुझसे शादी करोगी या नहीं? मैंने कहा कि अजीत तुम अभी घर जाओ, सुबह बात करेंगे। वह मानने को तैयार नहीं था। उसने मेरे छोटे भाई पर फायर कर दिया। भाई सामने गिर गया। फिर उसने मेरी मां पर गोली चला दी। हम उसको पकड़ने में कुछ सेकंड की देरी करते, तो उसका अगला टारगेट पिता थे।

मदद के कोई बाहर नहीं आया, स्कूटी पर ले गई भाई को

अजीत के हमले में मेरे छोटे भाई रितेश को गोली लगी। हर तरफ चीख-पुकार थी, लेकिन कॉलोनी से कोई भी मदद करने नहीं आया। भाई को ले जाने के लिए एम्बुलेंस भी देर तक नहीं आई। इस पर मेरी स्कूटी से ही उसे अस्पताल ले गए। ज्यादा खून बह गया था।

अजीत की भाभी प्रताड़ना के कारण मायके में ही रहती है

पीड़ित ने बताया, अजीत की भाभी भी इन्हीं लोगों की प्रताड़ना के कारण अधिकतर समय मायके में रहती है। अजीत अक्टूबर के कांड के बाद कैसे भी करके शादी करना चाहता था और वह मुझे मारने के लिए ही घर ले जाना चाहता था।

साथी जवानों के साथ भी ठीक नहीं था स्वभाव

अजीत चौहान ने 2013 में स्पेशल आर्म्ड फोर्स (एसएएफ) ज्वॉइन की थी। अजीत के पिता रोखन सिंह मंडीदीप के मिडिल स्कूल में शिक्षक हैं। बड़ा भाई निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में कम्प्यूटर ऑपरेटर है। छोटा भाई प्रशांत मंडीदीप से आईटीआई का छात्र है। परिवार होशंगाबाद रोड भोपाल में रहता है। अजीत चौहान के साथ ड्यूटी करने वाले जवानों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उसका स्वभाव ठीक नहीं था। वह सनकी था। ड्यूटी भी जिम्मेदारी से नहीं करता था।

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