इन जिलों में रात 9 बजे के बाद बंद हो जाएंगी दुकानें, परिस्थिति के अनुरूप जिला कलेक्टर तत्काल निर्णय लेने और कंटेनमेंट जोन घोषित कर सकेंगे

 

इन जिलों में रात 9 बजे के बाद बंद हो जाएंगी दुकानें, परिस्थिति के अनुरूप जिला कलेक्टर तत्काल निर्णय लेने और कंटेनमेंट जोन घोषित कर सकेंगे

रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके  निवास कार्यालय में राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम और कोविड-19 टीकाकरण की समीक्षा बैठक बुलाई थी। बैठक के दौरान कोरोना संक्रमण, लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू और टीकाकरण की समीक्षा की गई। बैठक के बाद यह फैसला लिया गया कि होली के बाद संक्रमण को देखते हुए फैसला लिया जाएगा। वहीं, सीएम भूपेश बघेल ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि परिस्थिति के अनुरूप जिला कलेक्टर तत्काल निर्णय लेने और कंटेनमेंट जोन घोषित कर सकेंगे।

बैठक के दौरान यह भी फैसला लिया गया है कि संक्रमित जिलों रायपुर, दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, बिलासपुर, बेमेतरा में रात 9 बजे के बाद सभी प्रकार की गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा। स्ट्रीट वेंडर्स को भी रात 9 के बाद व्यवसाय करने की अनुमति नहीं होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन स्थानों पर कोरोना संक्रमण का फैलाव तेजी से हो रहा है। उन स्थानों पर कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाए। इसी प्रकार गांवों में भी कोरोना संक्रमण फैलने की स्थिति में कंटेनमेंट जोन बनाया जाए। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन का कड़ाई से पालन कराया जाए। होम आईसोलेशन का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सभी सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना गाईडलाईन का पालन करना सुनिश्चित कराया जाए। व्यापारिक और औद्योेगिक संस्थानों में काम करने वाले लोगों को विशेष ध्यान रखा जाए। उद्योगपति और व्यापारी यह सुनिश्चित करें कि वहां काम करने वाले सभी लोग मास्क लगाकर आए और सेनेटाईजर आदि का उपयोग करते रहें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने में सबकी भागीदारी आवश्यक है। संक्रमण को रोकने में पहले की ही तरह हम सबको मिलकर काम करना होगा। उन्होंने दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर के कलेक्टरों से भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा कर कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की और कलेक्टरों को वहां की परिस्थिति के अनुरूप तत्काल आवश्यक निर्णय लेने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण केन्द्रों में हर दिन लक्ष्य के अनुरूप शत्-प्रतिशत टीकाकरण होना चाहिए। टीकाकरण केन्द्रों के सुचारू संचालन के लिए स्थानीय अधिकारियों तथा कर्मचारियों की भी आवश्यकता अनुसार ड्यूटी लगायी जाए, ताकि इन केन्द्रों में लगातार टीकाकरण की कार्रवाई सुनिश्चित हो सके। इन केन्द्रों में टीकाकरण दल द्वारा पूरी क्षमता से टीकाकरण कार्य होना चाहिए।

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े। मुख्यमंत्री निवास में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य रेणु जी पिल्लई, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्दार्थ कोमल सिंह परदेशी, आयुक्त स्वास्थ्य डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं नीरज बंसोड़, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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