MP : कांग्रेस ने उड़ाई गाइडलाइन की धज्जियां : दमोह में 13 दिनों में 440 कोरोना केस मिले फिर भी रैलियों-सभाओं में जुट रही भीड़

 

MP : कांग्रेस ने उड़ाई गाइडलाइन की धज्जियां : दमोह में 13 दिनों में 440 कोरोना केस मिले फिर भी रैलियों-सभाओं में जुट रही भीड़

दमोह विधानसभा-55 उपचुनाव के मतदान की तारीख नजदीक आते देख कांग्रेस और भाजपा ने जीत के लिए पूरा जोर लगाना शुरू कर दिया है। सभाएं और रोड शो कर मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान के लिए लुभाया जा रहा है। बुधवार को कांग्रेस पीसीसी चीफ व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दमोह पहुंचे। अप्रैल के 13 दिनों में दमोह में कोरोना के 440 मरीज मिल चुके हैं, इसके बाद भी रैली-सभाओं में भीड़ जुटाई जा रही है। कमलनाथ ने दमोह में कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन के समर्थन में रोड शो निकाला।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रोड शो शुरू करने के पहले आंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद वह शहर में रोड शो पर निकले। रोड शो में उनके साथ कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन की बेटी मौजूद रहीं। उन्होंने लोगों से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की। रोड शो के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ी। शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं को रोड शो में शामिल होने के लिए बुलाया गया। सुबह से ही दमोह की सड़कों पर लोगों की अच्छी-खासी भीड़ रही। वहीं कोरोना संक्रमण के बीच कोरोना गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ी।

पीसीसी चीफ ने नहीं लगाया मास्क, टूटी सामाजिक दूरी

दमोह में उपचुनाव के चलते कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। नतीजा यह है कि दमोह में लगातार संक्रमण बढ़ रहा है। इसी बीच बुधवार को निकले कांग्रेस के रोड शो में भी कोरोना गाइडलाइन का खूब उल्लंघन हुआ। पीसीसी चीफ व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रोड शो के दौरान खुद भी मास्क नहीं लगाया था।

वहीं, रोड शो में शामिल लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया। ऐसे में दमोह में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। यहां बता दें बुधवार को ही दमोह में भाजपा भी रोड शो करने वाली थी। इसमें राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल होने वाले थे। लेकिन भाजपा ने रोड शो रद्द कर दिया। हालांकि रोड शो रद्द करने का स्पष्ट कारण नहीं बताया गया।

अप्रैल के 13 दिनों में 440 कोरोना मरीज मिले

दमोह में उपचुनाव के चलते कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। चुनावी रैलियां व सभाओं में कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन किया जा रहा है। नतीजा, अप्रैल के 13 दिनों में 440 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। मंगलवार को इस वर्ष के सबसे ज्यादा 74 मरीज मिले हैं। जिले में अब तक 3743 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। वहीं, 123 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। हालांकि मौतों का आंकड़ा प्रशासन के रिकॉर्ड में करीब 94 बना हुआ है।

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