MP : पुलिस बनी संकटमाेचन, सांसाें काे दी संजीवनी

 
MP : पुलिस बनी संकटमाेचन, सांसाें काे दी संजीवनी

ग्वालियर। अमूमन हर थाने में हनुमान मंदिर होता है। संकट मोचन पवनसुत ही पुलिस के आराध्य माने जाते हैं। हनुमान जयंती पर अस्पतालों में आक्सीजन के अभाव में टूटती सांसों को थामने के लिए पुलिस ने रात में 10 घंटे तक संजीवनी (आक्सीजन) के सिलिंडर पहुंचाने का काम करके हनुमान की भूमिका अदा की। प्रशासन व पुलिस को पहले से रात में होने वाले संकट का अंदेशा था। पुलिस ने दिन में ही डेढ़ सौ के लगभग खाली गैस सिलिंडर वर्कशॉपों से जमा कर लिए थे। 

इन सिलिंडरों को मालनपुर स्थित सूर्या कंपनी से रीफिल कराकर लोडिंग वाहनों में लोड कराकर थानों में रख लिया था। सीइओ स्मार्ट सिटी ने कमांड कंट्रोल सेंटर में कमान संभाल रखी थी। निजी व शासकीय हास्पिटल से डिमांड आते ही वह एसपी को काल करतीं। एसपी अमित सांघी व एएसपी सतेंद्र सिंह तोमर वायरलैस सेट पर संबंधित थाने को संदेश भेजकर हास्पिटल में आक्सीजन के सिलिंडर डिलिवर करने के निर्देश देते। इस तरह से करीब रात 10 से सुबह 8 बजे तक कई लोगों की जान इस व्यवस्था से बचाने का प्रयास किया।

संकट का पहले से अंदेशा था, इसलिए पहले से तैयारी कर रखी थीः एसपी अमित सांघी ने बताया कि आक्सीजन का टैंकर मंगलवार की दोपहर तक पहुंचना था। इससे पहले रात को कई निजी व शासकीय हास्पिटल में आक्सीजन की किल्लत होने की आशंका थी। इसलिए दिन में ही वर्कशॉपों से खाली आक्सीजन गैस सिलिंडर जुटाना शुरू कर दिए थे। लोडिंग वाहनों को सड़कों से अधिगृहित कर मालनपुर स्थित सूर्या फैक्ट्री रीफिलिंग कराने के लिए भेजा। रीफिलिंग के बाद लाेडिंग वाहन में गैस सिलिंडर लोड करके रखे गए थे। सूचना मिलते ही इस लोडिंग वाहन को संबंधित हास्पिटल में भेजा जाना था।

-जेएएच के लिए कंपू थाने में अतिरिक्त सिलिंडर की व्यवस्था कर रखी थी।

- शिवपुरी लिंक रोड के निजी हास्पिटलों के लिए झांसी रोड थाने में व्यवस्था कर रखी थी।

-भिंड रोड के हास्पिटलों में आक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्था गोला का मंदिर व महाराजपुरा थाने में कर रखी थी।

-इंदरगंज व कोतवाली थाने पर हास्पिटल रोड पर स्थित निजी हास्पिटल में आक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था थी। इसी तरह से अन्य थानों के जिम्मेदारी बांट रखी थी।

रात 11 बडे डिमांड आना शुरू हुईः आक्सीजन की डिमांड आना शुरू होते ही सीइओ स्मार्ट सिटी जयति सिंह कंट्रोल कमांड सेंटर पहुंच गईं। एसपी अमित सांघी ने पुलिस कंट्रोल रूम को मुस्तैद कर वायरलैस सेट पर मोर्चा संभाल लिया। कंट्रोल कमांड सेंटर से हास्पिटल की डिमांड आते ही एसपी के मैसेज मिलते ही संंबंधित थाना बामुश्किल से 10 से 15 मिनिट में आक्सीजन की आपूर्ति कर देता था। यह क्रम सुबह 8 बजे तक ही चलता रहा।

किस हास्पिटल को कितने सिलिंडर पहुंचाएः आक्सीजन सिलिंडर की सूचना मिलते ही पुलिस ने केआरएच में 35, कल्याण हास्पिटल के पड़ाव व मुरार में आठ, प्राइम, लास्ट इयर, मां शीतला सहित एक दर्जन से अधिक निजी हास्पिटलों में 100 से अधिक सिलिंडरों की आपूर्ति की।

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