गर्भवती महिला को सिर्फ आराम करना चाहिए, आयरन टेबलेट खाने से बच्चे होते हैं सांवले; जानें प्रेग्नेंसी से जुड़े ऐसे ही MYTHS और उनकी सच्चाई

 


           गर्भवती महिला को सिर्फ आराम करना चाहिए, आयरन टेबलेट खाने से बच्चे होते हैं सांवले; जानें प्रेग्नेंसी से जुड़े ऐसे ही MYTHS और उनकी सच्चाई

जब एक महिला पहली बार गर्भवती होती है, तो इतने सारे सवाल जेहन में होते हैं कि वो सबकी बात मानने लग जाती हैं। हम आपको कुछ ऐसे ही प्रेग्नेंसी से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई बता रहे हैं।

1- आयरन टेबलेट से होने वाले बच्चे का रंग सांवला हो जाएगा

गांवों में ये मिथक बहुत प्रचलित होते हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि गर्भवती महिला में अगर खून की कमी होगी तो जच्चा-बच्चा दोनों को खतरा है। आयरन टेबलेट का बच्चे के रंग से कोई लेना-देना नहीं है।

2- गर्भवती महिला को पूरे समय सिर्फ आराम करना चाहिए-

ये भी एक मिथक है। अगर प्रेग्नेंसी में कोई कॉम्प्लिकेशन है और डॉक्टर ने बेड-रेस्ट करने को कहा है तो ठीक है वरना एक गर्भवती महिला को सामान्य दिनचर्या अपनानी चाहिए। डॉक्टर की सलाह अनुसार एक्टिव रहना चाहिए। ये बच्चे के जन्म को आसान बनाता है और महिलाओं में वजन को अधिक बढ़ने से भी रोकता है।

3- अल्ट्रासाउंड- होने वाले बच्चे के लिए सुरक्षित नहीं-

ये एक बहुत बड़ा भ्रम है । कई बार गर्भ में पल रहे बच्चे में विकसित किसी विकृति या प्रेग्नेंसी में कॉम्प्लिकेशन के बारे में अल्ट्रासाउंड के जरिए ही पता चलता है जिसे समय रहते ठीक किया जा सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह अनुसार समय-समय पर अल्ट्रासाउंड कराना बेहद जरूरी है।

4- गर्भवती महिला को दो लोगों के हिसाब से डाइट लेनी चाहिए-

 जरूरी है लेकिन दो लोसंतुलित और पौष्टिक आहार बहुतगों के हिसाब से खाना यानी अधिक कैलोरी लेना। ये महिला के वजन को बेतहाशा बढ़ाएगा जो जच्चा-बच्चा दोनों के लिए ही खतरनाक हो सकता है।

5- गर्भवती को ज्यादा बाहर नहीं जाना चाहिए-

ये भी मिथक है। जब तक डॉक्टर ने मना न किया हो, आप सामान्य रूप से अपनी जिंदगी जिए। जितना एक्टिव रहेंगी उतना अच्छा होगा।

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