KATNI : हत्या का खुलासा / तीन बेटों के साथ मिलकर पिता ने ठिकाने लगाई थी मां-बेटे की लाश, खेत में जलाए गए थे कपड़े : चार आरोपी गिरफ्तार

 

KATNI : हत्या का खुलासा / तीन बेटों के साथ मिलकर पिता ने ठिकाने लगाई थी मां-बेटे की लाश, खेत में जलाए गए थे कपड़े : चार आरोपी गिरफ्तार

कटनी जिले के विजयराघवगढ़ थाना अंतर्गत हरदुआ कला गांव में खुशीलाल के खेत में बने कुएं में मिली मां-बेटे की लाश के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। महिला व उसके बेटे की हत्या पड़खुरी में रहने वाले एक युवक द्वारा गला दबाकर की गई थी। हत्या के साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से लाश को हरदुआ गांव ले जाकर खेत में बने कुएं में फैंका गया था। कपड़ों को खेत में जला दिया गया था। आरोपियों में पिता व उसके तीन बेटे शामिल है।

पुलिस ने बताया कि महिला व बच्चे की पहचान करने के लिए जिले के सभी थानों और पड़ोसी जिले के पुलिस थानों में संपर्क किया गया। जहां से महिल व बच्चे के गुमने की जानकारी प्राप्त की गई। लेकिन कहीं से भी महिला व बच्चे के गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी नहीं मिली।

पुलिस को सूचना मिली थी कि हरदुआ गांव के पास ही स्थित पड़खुरी गांव निवासी सुरेश पटेल के तीन बेटे हैं और तीनों की शादी नहीं हुई है, कुछ दिन पहले एक महिला व बच्चे को उनके घर पर देखा गया था। लेकिन अब नहीं दिख रहे हैं। जिसके बाद पुलिस टीम ने सुरेश पटेल व उसके तीनों बेटे लवकुश, संदीप व अरुण से पूछताछ की। चारों ने वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया।

कानपुर की रहने वाली थी महिला, प्रेमी के साथ भागकर गई थी सूरत

पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने बताया कि अज्ञात मृतिका की पहचान उत्तरप्रदेश के कानपुर के थाना चौबेपुर अंतर्गत बनसठी गांव निवासी रुचि उर्फ मोहनी के रुप में की गई है। युवती तीन- चार वर्ष पहले बनसठी गांव में ही रहने वाले धर्मपाल रैदास के साथ भागकर सूरत चली गई थी। इस दौरान उसने एक बेटे को भी जन्म दिया था। धर्मपाल रुचि से शराब पीकर मारपीट करता था, जिसके कारण रुचि अपने बेटे के साथ सूरत में रहने वाले कटनी जिले के विजयराघवगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पड़खुरी गांव निवासी लवकुश पटेल के पास जाकर रहने लगी।

लवकुश पटेल के साथ उसका छोटा भाई अरुण पटेल भी रहता था। अरुण पटेल और रुचि का बात-बात पर झगड़ा होने लगा था। जिस पर मार्च महीने में अरुण पटेल सूरत से अपने घर पड़खुरी गांव आ गया था। 29 अप्रैल को लवकुश पटेल भी रुचि व उसके बेटे को लेकर पड़खुरी गांव अपने घर आ गया। 2 मई को अरुण और रुचि के बीच विवाद हुआ। अरुण ने रुचि की गला दबाकर हत्या कर दी। रुचि का गला दबाते उसके बेटे ने देख लिया था तो उसकी भी गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद अरुण ने अपने भाई लवकुश, संदीप और अपने पिता सुरेश के साथ मिलकर महिला व उसके बच्चे के शव को ठिकाने लगाने के लिए हरदुगा गांव स्थित कुएं में फैंक दिया और उनके कपड़े खेत में जला दिए।

पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर महिला का बैग, जलाए गए कपड़े, टूटी हुई चूड़ियों के अवशेष जब्त कर लिए हैं। पुलिस अधीक्षक ने अंधे कत्ल का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को दस हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है।

ये थी घटना

पुलिस ने बताया कि 7 मई की शाम हरदुआ कला गांव निवासी खुशीलाल यादव के खेत में बने सूखे कुएं में एक महिला व बच्चे की लाश मिली थी। महिला की उम्र लगभग 25 वर्ष और बच्चे की उम्र लगभग 4 से 5 वर्ष बताई जा रही थी। पुलिस ने दोनों के शव को कुएं से बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। पंचनामा कार्रवाई के बाद पुलिस ने मर्ग प्रकरण दर्ज किया था। इस बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला व बच्चे की मौत की वजह गला दबाकर हत्या करना बताई गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था।

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