MP : एमवाय अस्पताल की बड़ी लापरवाही : नवजात के पैर का अंगूठा और एड़ी चूहों ने कुतरा, जैसे ही मां दूध पिलाने गई तो ....

 

MP : एमवाय अस्पताल की बड़ी लापरवाही : नवजात के पैर का अंगूठा और एड़ी चूहों ने कुतरा, जैसे ही मां दूध पिलाने गई तो  ....

मध्यप्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल महाराजा यशवंतराव (एमवाय) में बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां पहली मंजिल पर नर्सरी में भर्ती एक नवजात के पैर का अंगूठा और एड़ी चूहों ने कुतर दिया। इससे उसकी जान संकट में पड़ गई। परिजनों ने हंगामा किया तो खुलासा हुआ। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने जांच कमेटी बना दी। बताया जा रहा है कि नर्सरी में भर्ती नवजात के साथ इस तरह का यह दूसरा मामला है। पिछले हफ्ते भी नर्सरी में एक नवजात का पैर झुलस गया था।

किशन की पत्नी प्रियंका ने एक बच्चे को जन्म दिया। बच्चा प्री-मैच्योर था। उसका वजन करीब 1.4 किलो है। उसे देखरेख के लिए नर्सरी में वार्मर पर रखा गया था। नर्सरी में सिर्फ मां को ही वहां जाने की अनुमति होती है। बच्चे की मां प्रियंका सोमवार सुबह उसे दूध पिलाने गई तो मामला सामने आया।

बच्चे के एक पैर का अंगूठा और एड़ी चूहों ने कुतर दिया था। नवजात का लहूलुहान पैर देख कर परिजन आक्रोशित हो गए। उन्होंने हंगामा कर दिया। बाद में वे अधीक्षक कक्ष के बाहर जमा हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीन डॉ. संजय दीक्षित और एमवाय अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर मौके पर पहुंचे। उन्होंने मामले की जानकारी ली और परिजनों को समझाइश दी। अस्पताल प्रबंधन द्वारा प्लास्टिक सर्जन से इस मामले में राय लिए जाने पर सहमति हुई। जांच के लिए गठित समिति में एमवाय के दो डॉक्टर और एक प्रशासकीय अधिकारी शामिल हैं।

स्टाफ की लापरवाही सामने आई फिर भी कार्रवाई किसी पर नहीं हुई

पिछले हफ्ते भी नर्सरी में एक नवजात का पैर झुलसने का मामला सामने आ चुका है, जिसका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। उस बच्चे को जिस वार्मर में रखा गया था वह इतना गर्म था कि मासूम के पैर में छाले आ गए थे और वह लाल हो गया। दादा-दादी ने जब यह देखा तो वे काफी नाराज हुए। इस मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई गई। जांच रिपोर्ट में स्टाफ की लापरवाही को घटना के लिए जिम्मेदार माना गया।

चूहे पकड़ने के लिए हो चुके हैं डेढ़ करोड़ खर्च

एमवायएच में 2015 में करीब डेढ़ करोड़ रुपये यहां मौजूद चूहों को नष्ट करने पर खर्च हुए। लेकिन चूहे खत्म नहीं हुए। प्रबंधन का कहना था कि कई स्थानों पर चूहे पकड़ने के लिए पिंजरे भी लगाए गए थे। इसके बाद भी यह घटना हुई।

जांच के लिए कमेटी बनाई है

पूरी घटना का पता किया है, एमवाय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर ने मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई है। जांच की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

-डॉ. संजय दीक्षित, डीन, महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज इंदौर

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