REWA : श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय की कार्यकारिणी की बैठक में हर माह 60 लाख रुपए के प्रस्ताव पर लगी मुहर, तो कलेक्टर इलैयाराजा टी ने मेडिकल कालेज के डीन डॉ मनोज इंदुलकर को लगाई फटकार

 

REWA : श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय की कार्यकारिणी की बैठक में हर माह 60 लाख रुपए के प्रस्ताव पर लगी मुहर, तो कलेक्टर इलैयाराजा टी ने मेडिकल कालेज के डीन डॉ मनोज इंदुलकर को लगाई फटकार

रीवा. श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय की कार्यकारिणी समिति के सदस्यों ने कई नए प्रस्तावों पर सहमती दी है। गुरुवार दोपहर कमिश्नर अनिल सुचारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। सदस्यों ने सुपर स्पेशलिटी हॉस्टिल के न्यूरो सर्जरी मेंआपरेशन सहित अन्य खर्च को लेकर हर माह 60 लाख रुपए के प्रस्ताव पर मुहर लगाई है। अस्पताल प्रबंधन आश्यकतानुसार दवाएं व अन्य उपकरण पर राशि खर्च कर सकेगा। गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के लिए 2.61 करोड़ के प्रस्ताव पर सदस्यों ने शासन को भेजने की सहमती दी है।

चालू वित्तीय वर्ष के प्रस्तावित आय करीब 35 करोड़

महाविद्यालय के कार्यसमिति की बैठक शुरू होते ही मेडिकल कालेज के डीन डॉ मनोज इंदुलकर ने पूर्व की बैठक के 40 एजेंडों के पालन प्रतिवेदन पर की गई कार्रवाई का वाचन किया गया। नए 33 एजेंडो पर विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान पिछले साल के आय व व्यय के लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया। साथ ही चालू वित्तीय वर्ष के प्रस्तावित आय करीब 35 करोड़ और व्यय के लिए 24 करोड़ रुपए के बजट का अनुमोदन किया गया।

बिना बताए गायब रहने पर सेवा समाप्ति के प्रस्ताव

बैठक के दौरान मेडिकल कालेज के एनॉटामी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉक्टर सुगत राव व प्रदर्शक डॉ मुकेश वर्मा के बिना बताए गायब रहने पर सेवा समाप्ति के प्रस्ताव पर सहमती बनी है। इस दौरान एजेंडा के तहत मेडिकल कालेज से लेकर सबद्ध अस्पतालों में इलाज के बेहतर क्रियान्यन को लेकर सदस्यों ने सहमती दी है। इस दौरान मेडिकल कालेज के आय व व्यय भी प्रस्तुत किया गया। बैठक में कलेक्टर इलैयाराजा टी सहित अधीक्षक डॉ शशिधर गर्ग, डॉ अक्षय श्रीवास्तव, डॉ नरेश कुमार बजाज, डॉ सुधाकर द्विवेदी सहित प्रदूषण बोर्ड व निर्माण एजेंसियों के अधिकारी मौजूद रहे।

कलेक्टर ने डीन मनोज इंदुलकर को लगाई फटकार 

कैंसर केयर मुद्दे की बात आते ही कलेक्टर भड़क गए. उन्होंने डीन को जमकर फटकार लगा दी. कुछ दिनों पहले ही कैंसर केयर सेंटर को मेडिकल कॉलेज ने संचालक से अपने कब्जे में लिया था. संचालक द्वारा डोजी मशीन निकाल ली गई. डोजी मशीन को लेकर कलेक्टर द्वारा डीन पर नाराजगी जताते हुए कहा गया कि जब आपने सेंटर को अपने कब्जे में लिया तब उसके पहले आपने मशीनों की जांच क्यों नहीं की? संचालक को मशीनों के पार्ट्स कैसे ले जाने दिया गया. 

कैंसर केयर संचालक को किया तलब 

कलेक्टर इतने पर नहीं रुके, उन्होंने फ़ौरन आशा कैंसर केयर सेंटर के संचालक को तलब किया. कलेक्टर ने संचालक को फटकारते हुए कहा कि जब अनुबंध में आपने कहा कि मशीनों का सुधार आपके द्वारा कराया जाएगा. उसका सञ्चालन करेंगे. जब जाएंगे तो मशीन चालू हालत में मेडिकल कॉलेज को सौंपकर जाएंगे तो फिर आप मशीन के कोई पार्ट कैसे ले जा सकते हैं, उसे वापस करें. 

अगर आप डोजी मशीन वापस करने में किसी भी तरह की आनाकानी करते हैं तो क्यों न पुलिस भेजकर आपसे सामान की जप्ती और कानूनी कार्यवाही कराई जाए? इस पर संचालक ने नुकसान की दुहाई दी और मशीन सरेंडर करने की बात कही. इसके बाद कलेक्टर ने डीन को नोटिस जारी कर कार्यवाई करने के निर्देश दिए.

डायलिसिस मशीन की खरीदी को अनुमति

बैठक के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के लिए करीब पांच लाख रुपए की पोर्टेबल आरओ डायलिसिस मशीन खरीदी के लिए सदस्यों ने सहमती दी है। इसी तरह मेडिकल कालेज के बाउंड्रीवाल निर्माण नगर निगम के द्वारा कराए जाने के लिए 8 लाख रुपए की अनुमति दी है। इस दौरान आयुष्मान योजना के तहत अस्पताल की ओर से सिटी स्कैन सेंटर के भुगतान को हरीझंडी दी है।

40 लाख से अधिक लिक्विड गैस का भुगातन

कोरोना काल के दौरान बड़ी मात्रा में आक्सीजन गैस की खपत हुई। जिसके भुगतान के प्रस्ताव को लेकर सदस्यों की सहमती बनी है। बताया गया कि चालीस लाख रुपए से ज्यादा की कीमत की आक्सीजन गैस की खपत हो चुकी है। सदस्यों ने गैस के भुगतान को हरीझंडी दी है।

नेत्र रोग विभाग में लेजर मशीन खरीदने 15 लाख की अनुमति

नेत्र रोग विभाग में लेजर मशीन खरीदने के लिए सदस्यों ने 15 लाख रुपए की अनुमति दी है। इसके अलावा पिछले पालन प्रतिवेदन की चर्चा के दौरान कई लंबित भुगतान के लिए भी सहमती बनी है।

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