REWA : जिले में चार बड़े वाटरफॉल बहुती, क्योटी,चचाई व पुरवा का जलवा देखने जमकर पहुंच रहे पर्यटक

 

REWA : जिले में चार बड़े वाटरफॉल बहुती, क्योटी,चचाई व पुरवा का जलवा देखने जमकर पहुंच रहे पर्यटक

रीवा। पानी की सिंहगर्जना की आवाज, आसमान में उड़ता हुआ धुंध के बाद कल कल करती हुई बहती हुई नदी एवं झरने में दूध जैसी सफेदी देखकर नजर ठहर जाती है। कुछ देर तक देखने के बाद मानो दुनिया थम सी जाती है। उस समय मोनो पर्यटक सब कुछ भूल जाते हैं। शांति एवं सुकून महसूस होता है। मानों प्रकृति ने अपने गोद में शरण दे दी हो।जी हां हम बात कर रहे हैं ।जिले के सेमरिया रोड स्थित पुरवा जलप्रपात की। वैसे तो रीवा जिले में चार बड़े वाटरफॉल हैं जिसमें बहुती, क्योटी,चचाई व पुरवा शामिल है।

पुरवा फाल पर एक नर

बारिश के बाद यह जलप्रताप चारों ओर से हरियाली ओढ़े हुए मधुर संगीत के साथ आकर्षण का प्रमुख केन्द्र बना हुआ है। सुबह से लेकर शाम तक लोग यहां प्रकृति की सुंदरता देखने खिचे आते हैं। यहां बैठकर घंटो गुजार रहे हैं।

रीवा से 48 किमी. दूर सेमरिया रोड़ में यह जलप्रतात स्थित है। इसकी गहराई करीब 60 मीटर है। यह जल प्रताप बीहर नदी पर स्थिति है। यहां से आगे निकलकर बीहर नदी टमस में मिल जाती है। यहां की खूबसूरती देखने लिए विंध्य के साथ ही उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों से लोग खिचे चले आते हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार या फिर अन्य प्रदेश के लोग यदि रीवा आते हैं तो शायद ही हो जब पुरवा जलप्रताप का बिना दीदार किए वापस चले जाएं।

बनाई गई व्यवस्था

इस पिकनिक स्पॉट के आकर्षण को देखते हुए प्रशासन ने पिछले कुछ वर्षों में बेहतर इंतजाम किए हैं। दुर्घटना से बचने के लिए चारों और रेलिंग लगाई गई है। सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं जो वहां जाने वाले लोगों को सुरक्षा एवं अन्य बातों की समझाइस देते हैं।स्थानीय लोग भी बाहर से आने वाले लोगों का अच्छा सहयोग करते हैं। यही वजह है कि यह पिकनिट स्पॉट पसंदीदा बनता जा रहा है।

बना सेल्फी प्वाइंट

पिकनिक स्पॉट पर घूमने पहुंचने वाले लोग अपनी यात्रा को यादगार बनाना चाहते हैं। इसके लिए वे वहां सेल्फी में अपनी मस्ती को कैद करते हैं। प्रकृति का खूबसूरत दृश्य अपने कैमरे में कैद करते हैं। इतना ही नहीं कई बार सेल्फी लेते समय यहां हादसे भी हो चुके हैं। चारों और घूमकर बार - बार देखते हैं। मानो उनका वहां से जाने का मन ही न कर रहा हो। चलने के दौरान बच्चे बार - बार लोटकर देखने जाते हैं, जैसे अभी देखने को कुछ रह गया हो।

बारिश में अलग ही जलवा

बारिश महीना आने के बाद लोगों के मन में रीवा की याद ना आए यह संभव नहीं है कारण यह है कि आसपास के क्षेत्र में रीवा के वाटरफॉल आज भी छाए हुए हैं। यही कारण है कि बारिश का महीना हो और छुट्टी का दिन तो भला कोई आसपास का व्यक्ति कैसे खुद को इन वाटरफॉल के दीदार से रोक सकता हो हालांकि समय-समय पर प्रशासन इस बात की चेतावनी जारी करता रहता है कि वाटरफॉल की सुंदरता का दीदार करते समय कोई अनहोनी ना हो इसका विशेष ध्यान पर्यटक को रखना चाहिए इसके लिए बकायदा वाटरफॉल के स्थान पर चेतावनी सूचक बोर्ड भी लगाए गए हैं। जुलाई के अंतिम सप्ताह में लोग जिले के चारों वाटरफॉल में पहुंचकर जमकर लुफ्त उठा रहे हैं।

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