MP : नई शिक्षा नीति : अब कॉलेजों में विद्यार्थी पढ़ेंगे 'महाभारत' और 'रामचरितमानस' का पाठ

 

MP : नई शिक्षा नीति : अब कॉलेजों में विद्यार्थी पढ़ेंगे 'महाभारत' और 'रामचरितमानस' का पाठ

भोपाल। मध्यप्रदेश के कॉलेजों में विद्यार्थी अब मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम, हनुमान के बारे में पढ़ेंगे। वहीं वेद पुराण और उपनिषद् की शिक्षा भी दी जाएगी। बीए प्रथम वर्ष के दर्शन शास्त्र में इन पाठ्यक्रम को जोड़ा गया है। यह वैकल्पिक पाठ्यक्रम होगा। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि ये पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति के तहत इसी सत्र से पढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में बुरी शक्तियां धर्म को नुकसान न पहुंचा पाएं, इसलिए नैतिक और धार्मिक शिक्षा जरूरी है।

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बीए प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने 'रामचरितमानस का व्यावहारिक दर्शन नाम से पाठ्यक्रम तैयार किया है। इसे दर्शन शास्त्र विषय में रखा गया है। यह वैकल्पिक रहेगा। योग और ध्यान को भी तीसरे फांउडेशन कोर्स के रूप में शामिल किया गया है। इसमें ओम ध्यान और मंत्र शामिल हैं।

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जानिए कैसा होगा कोर्स

स्टूडेंट्स को व्यक्तित्व विकास और संतुलित नेतृत्व क्षमता व मानवतावादी दृष्टिकोण विकास करने के योग्य बनाएंगे।

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