MP : 20 सितंबर से खुलेंगे 1 से 5वीं तक के शासकीय और निजी स्कूल : 2 पाली में चलेंगी स्कूलें

 

MP : 20 सितंबर से खुलेंगे 1 से 5वीं तक के शासकीय और निजी स्कूल : 2 पाली में चलेंगी स्कूलें

करीब 18 महीने बाद शहर के शासकीय और निजी प्राइमरी स्कूल (1 से 5वीं तक) 20 सितंबर से खुलेंगे। इन स्कूलाें में सुरक्षा के लिहाज से कई अहम बदलाव किए जा रहे हैं। शहर के 5 केंद्रीय विद्यालय, 92 सीबीएसई से संबद्धता प्राप्त सहित एमपी बोर्ड के 3050 स्कूलों में से उन विद्यालयों को दो पाली में खोला जाएगा, जिनमें विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा होगी।

GOOD NEWS : हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए दो दिन में बैटरी वाली कार शुरू : इतना होगा किराया

इसकी वजह है कि कोरोनाकाल में 50% क्षमता के साथ स्कूल खोलना। जिला शिक्षा अधिकारी विकास जोशी ने निर्देश दिए हैं, जिन स्कूलों में क्लासरूम का अभाव है, वह दो पाली में स्कूल खोलने का प्रस्ताव बनाकर भेजे। शहर के इन स्कूलों में लगभग 2 लाख विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। 18 महीने बाद ऐसा होगा जब यह विद्यार्थी स्कूल में फिजिकल क्लास में शामिल होंगे। इन स्कूलों में बैठक व्यवस्था में सिंगल बेंच सिस्टम को लागू किया जाएगा। क्लास में सिटिंग 40 से 50% रहेगी, इनमें हर बैंच पर विद्यार्थी का नाम लिखा होगा।

फिर बढी BSC नर्सिंग की तारीख : अब 19 सितंबर तक भर सकेंगे फर्स्ट, सेंकड और थर्ड ईयर के फॉर्म

प्राइवेट स्कूलों में इस सप्ताह से पैरेंट्स टीचर्स मीट होगी। इसमें पैरेंट्स को स्कूल का भ्रमण कराकर व्यवस्था के बारे में जानकारी दी जाएगी। अभी 6वीं से 12वीं तक स्कूल खुले हैं, लेकिन इनमें 20% विद्यार्थी आ रहे हैं। ऐसे में पैरेंट्स बच्चों को बिना चिंता से स्कूल जाने की अनुमति पत्र प्रदान करें।

2 पाली में चलाया जाएगा स्कूलों को

स्कूलों को दो पाली में चलाया जाएगा। इनमें एक क्लास में 20 विद्यार्थी ही रहेंगे।

बच्चों को लाने के लिए जो बस जाएंगी, उनमें टीचर्स भी साथ रहेंगी। जिससे बच्चे बस में भी साेशल डिस्टेंसिंग का पालन हाे सके। पानी की बोतल साथ ले जानी होगी। लंच बॉक्स व पानी बोतल शेयर करने पर मनाही होगी।

बच्चों के स्कूल में आते और जाते समय उनके हैंड सेनेटाइज कराए जाएंगे।

स्कूलों में खेल और सामूहिक प्रार्थना सभा नहीं होगी।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट से स्कूल जाने और आने पर रोक रहेगी। इससे संक्रमण का खतरा ज्यादा हो सकता है।

प्राइवेट स्कूल प्रबंधन अभिभावकों की सहमति पत्र लेने के बाद विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा।

अभिभावकों को स्कूल वाहन का बढ़ी हुई दर पर भुगतान करना होगा। किराया 20 से 30% तक बढ़ाया गया है।

Related Topics

Latest News