अपहरण : कार सवार दो युवकों ने पति से कहा- तुम जाकर पर्ची कटवाओ, फिर वापस आया तो पत्नी को लेकर फरार हो चुके थे दोनों : फिर ..

 

अपहरण : कार सवार दो युवकों ने पति से कहा- तुम जाकर पर्ची कटवाओ, फिर वापस आया तो पत्नी को लेकर फरार हो चुके थे दोनों : फिर ..

जिले की तेंदूखेड़ा ब्लॉक में आने वाले झलोन गांव में बुधवार शाम अतिक्रमण हटाने का विरोध करते हुए एक महिला ने जहर खा लिया था। उस महिला को पहले तेंदूखेड़ा स्वास्थ्य केंद्र और उसके बाद निजी वाहन से जबलपुर रैफर कर दिया था। महिला के साथ कार ड्राइवर, एक युवक और उसका पति मौजूद था।

मेडिकल में उन युवकों ने उसके पति से पर्ची कटवाने के लिए कहा, लेकिन जब पति लौटकर आया तो उसकी पत्नी और कार सहित दोनों युवक वहां से फरार थे। पति ने अपनी पत्नी को काफी तलाशा और उसके बाद किसी से उधार पैसे लेकर वह अपने गांव पहुंचा।

गुरुवार सुबह उसने अपने परिजनों को इस मामले की जानकारी दी और दोपहर में तेंदूखेड़ा एसडीओपी को ज्ञापन देकर अपनी पत्नी के अपहरण होने का आरोप गांव के ही कुछ लोगों पर लगाया है।

झलोन निवासी मंगल रैकवार ने बताया की बुधवार शाम सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व अमला पहुंचा था। जिस जगह अतिक्रमण हटाया गया उसमे उसकी झोपड़ी भी तोड़ी गई, जिससे दुखी होकर उसकी पत्नी दशोदा ने जहरीला पदार्थ खा लिया था।

इसे तेंदूखेड़ा अस्पताल में भर्ती किया गया था, वहां से उसे यह कहते हुए जबलपुर रैफर कर दिया कि उसके पेट व गले में छाले आ गए हैं और उसकी हालत ठीक नहीं है। जबकि उसकी पत्नी ठीक थी। उसने पत्नी के स्वास्थ्य की चिंता की और पत्नी के साथ जबलपुर चला गया, लेकिन वहां से कार में सवार दो युवक उसकी पत्नी को लेकर कहीं गायब हो गए हैं। उसे यह पता नहीं है कि जिस कार से वह जबलपुर गया था, वह किसने भेजी थी। वह दोनों युवक कौन हैं, उसे पता नहीं।

एसडीओपी बोले- मामले की कर रहे जांच

गुरुवार दोपहर लापता महिला दशोदा बाई का पति कुछ लोगों के साथ तेंदूखेड़ा पहुंचा और उसने तेंदूखेड़ा एसडीओपी अशोक चौरसिया को अपनी पत्नी के लापता होने के संबंध में एक ज्ञापन दिया। उसने झलोन के शिवांजय जैन और कुछ अन्य लोगों पर पत्नी के अपहरण का आरोप लगाया। इस मामले में एसडीओपी अशोक चौरसिया का कहना है कि मामले की जांच कर रहे हैं।

पेट्रोल पंप मालिक ने किया था गाड़ी का भुगतान

इस पूरे घटनाक्रम में झलौन में जिस सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया गया है। उस सड़क से लगी सरकारी जमीन के पीछे एक पेट्रोल पंप है, जो वहां के किसी शिवांजय जैन नाम के व्यक्ति का बताया जा रहा है।

महिला के पति का आरोप है कि उसकी पत्नी के जहर खाने के बाद उसे तेंदूखेड़ा स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था और वहां से एक इनोवा कार से उसे जबलपुर रैफर किया गया था।

वहीं गाड़ी मालिक प्रवीण नामदेव का कहना है कि उसके कार ड्राइवर ने महिला को जबलपुर में मेडिकल के बाहर उसके पति के साथ छोड़ा था और उसके बाद वह वापस आ गया। वहीं उन्होंने बताया कि उसे उस गाड़ी का भुगतान 1800 रुपए शिवांजय जैन नामक व्यक्ति ने ऑनलाइन किया था।

वहीं पति का कहना है कि उसने जबलपुर में काफी खोजबीन की है, लेकिन अभी तक उसकी पत्नी का कोई पता नहीं है। उसे संभावना है कि उसकी पत्नी का अपहरण किया गया है।

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