REWA : कागजों में सड़क बनी, हकीकत में कहीं नहीं : 35 लाख रुपए का भ्रष्टाचार, 7 PCC सड़कों के नाम पर फर्जीवाड़ा करने पर बरौं ग्राम पंचायत रोजगार सहायक गिरफ्तार : अन्य फरार

 

REWA : कागजों में सड़क बनी, हकीकत में कहीं नहीं : 35 लाख रुपए का भ्रष्टाचार, 7 PCC सड़कों के नाम पर फर्जीवाड़ा करने पर बरौं ग्राम पंचायत रोजगार सहायक गिरफ्तार : अन्य फरार

रीवा जिले के सिरमौर जनपद पंचायत अंतर्गत बरौं ग्राम पंचायत में 35 लाख रुपए का भ्रष्टाचार हुआ था। इस फर्जीवाड़े में तत्कालीन सचिव, सरपंच व रोजगार सहायक शामिल थे। जांच टीम का दावा था कि तीनों लोगों ने मिलकर कागजों में 7 PCC सड़कें बना दी थी। लेकिन भौतिक सत्यापन में कहीं सड़कें नहीं मिली थी। तब वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश में सेमरिया थाने में धारा 420, 409 भादवि व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत केस पंजीबद्ध किया गया।

एफआईआर दर्ज होने के बाद फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 2500 रुपए का इनाम घोषित था। ऐसे में दो माह पहले तत्कालीन सचिव को गिरफ्तार कर लिया गया था। अब 12 सितंबर को 8 माह से फरार चल रहे तत्कालीन रोजगार सहायक गजेंद्र पाण्डेय को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस का दावा है कि फरार चल रहे तत्कालीन सरपंच की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।

सेमरिया थाना प्रभारी निरीक्षक अशोक गर्ग ने बताया कि सिरमौर जनपद के ग्राम पंचायत बरौं का तत्कालीन सचिव शैलेंद्र सिंह, सरपंच विनीता पटेल रोजगार सहायक गजेंद्र पाण्डेय और अन्य के द्वारा 7 पीसीसी सड़कों के निर्माण के नाम पर फर्जीवाड़ा किया गया था। जिसकी शिकायत जिला पंचायत से लेकर जनपद व थाने में की गई थी। प्राथमिक जांच में 35 लाख का गबन कर शासन को क्षति पहुंचाने की बात सामने आई थी।

कागजों में सड़क बनी, हकीकत में कहीं नहीं

भ्रष्टाचार के मामले में जब अनुसंधान अधिकारियों ने जांच की तो बड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया। जांच में पाया कि ग्राम पंचायत बरौं अंतर्गत विभिन्न टोला व मोहल्लों में 7 PCC सड़कों का निर्माण करना था। लेकिन सरपंच-सचिव सहित अन्य आरोपियों ने मिलकर 35 लाख राशि आहरित कर आपस में बंदरबांट कर कोई भी निर्माण कार्य नहीं कराया गया। बाद ​में जिला और जनपद के अधिकारियों ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया था।


रोजगार सहायक के खिलाफ आरोप प्रमाणित

सेमरिया पुलिस ने बताया कि आरोपी रोजगार सहायक गजेंद्र पाण्डेय के विरुद्ध अपराध बखूबी प्रमाणित हुए थे। साथ ही अन्य आरोपियों के विरुद्ध सक्षम न्यायालय में चालान प्रस्तुत करने के लिए अभियोजन स्वीकृति भी प्राप्त हो चुकी है। ऐसे में आरोपी गजेंद्र पाण्डेय को रविवार की सुबह गिरफ्तार कर अहम दस्तावेज जब्त किए है। जिससे अन्य आरोपीगण के बारे में भी महत्वपूर्ण तथ्य मिले है। पुलिस का दावा है कि शेष अन्य आरोपीगण की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी। इसके पूर्व तत्कालीन सचिव शैलेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था।

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