REWA : TRS कॉलेज के समाज कार्य विभाग द्वारा फील्ड वर्क के स्कोप शीर्षक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

 

REWA : TRS कॉलेज के समाज कार्य विभाग द्वारा फील्ड वर्क के स्कोप शीर्षक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

रीवा. टीआरएस कॉलेज के समाज कार्य विभाग द्वारा फील्ड वर्क के स्कोप शीर्षक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी के द्वारा की गई कार्यशाला का संयोजन समाज कार्य विभाग के प्रभारी प्राध्यापक डॉ. अखिलेश शुक्ल के द्वारा किया गया। कार्यशाला में समाज कार्य के विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की। कार्यशाला की अध्यक्षता कर रही प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज कार्य के पाठ्यक्रम में फील्ड वर्क की अपनी महत्वपूर्ण उपयोगिता है। फील्ड वर्क आपको एक योजना बनाने में सहायता प्रदान करता है। फील्ड वर्क में  प्रतिदिन की गतिविधियों का शीर्षक नोट करना चाहिए। फील्ड वर्क का अपना एक लक्ष्य निर्धारित होना चाहिए। इसलिए सबसे पहले अपनी कैपिसिटी और  उद्देश्य के अनुसार अपने फील्ड वर्क के लिए एक प्लान बनाएं और उसे अपनी वर्क बुक में लिखें कि आप अपनी फील्ड विजिट कब और कैसे शुरू करेंगे? आपको प्रत्येक दिन के काम को ठीक से योजनाबद्ध करना चाहिए ताकि आप अपने समय सीमा के भीतर अपना काम पूरा कर सकें।

REWA : TRS कॉलेज के समाज कार्य विभाग द्वारा फील्ड वर्क के स्कोप शीर्षक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

कार्यशाला में विवेकानन्द कॅरियर मार्गदर्शन योजना के संभागीय नोडल अधिकारी डॉ. अच्युत पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में छात्रों को फील्ड वर्क की उपयोगिता बताते हुए छात्रों के कॅरियर को बेहतर बनाने के लिए अनेक उपायों की चर्चा की।

 REWA : TRS कॉलेज के समाज कार्य विभाग द्वारा फील्ड वर्क के स्कोप शीर्षक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

संयोजक डॉ.अखिलेश शुक्ल ने समाज कार्य विभाग के पाठ्यक्रमों, नियमों, गणवेश, अनुशासन, फील्ड वर्क आदि के बारे में विस्तार से बताया तथा जानकारी दी। उन्होंने कहा कि फील्ड वर्क समाज कार्य का एक अहम महत्वपूर्ण अंग है, जिसमें विद्यार्थी सामान्य प्रयोगशाला की जगह समाज के किसी हिस्से या किसी व्यक्ति विशेष के संपर्क में जाता है। फील्ड वर्क एक अकादमिक प्रयास की तुलना में व्यावहारिक अभ्यास ज्यादा होता है। समाज कार्य का विद्यार्थी वैयक्तिक कार्यकर्ता के रूप में समस्या का मूल्यांकन सेवार्थी के व्यक्तित्व का मूल्यांकन और सामाजिक पर्यावरण का मूल्यांकन करता है।

डॉ. गुंजन सिंह ने कार्यशाला के उद्देश्य को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिव बिहारी कुशवाहा के द्वारा किया गया। अंत में प्रोफेसर प्रियंका तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यशाला में एम.एस.डब्ल्यू तृतीय सेमेस्टर के छात्र/छात्राओं में प्रमुख रूप से अनीता साकेत, ज्योति तिवारी, विमला कुशवाहा, रेनू मिश्रा, प्रीति सोधिया, प्रकाश पाण्डेय, मनीष तिवारी, अंजुला मिश्रा, रश्मि साहू, राखी पाल, सरला तिवारी, दुर्गा गुप्ता, भारती मिश्रा, प्रियंका मिश्रा, नीरज सिंह, द्विव्यांशी उपाध्याय आदि ने अपने विचार व्यक्त कियें।

डॉ अखिलेश शुक्ल, प्रभारी प्राध्यापक 

समाज कार्य विभाग शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय

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