MP : नगर पालिका के अकाउंटेंट महेश दीक्षित के घर EOW का छापा : चंद मिनटों में हुआ करोड़ों की संपत्ति का खुलासा

 
MP : नगर पालिका के अकाउंटेंट महेश दीक्षित के घर EOW का छापा : चंद मिनटों में हुआ करोड़ों की संपत्ति का खुलासा

अशोकनगर नगर पालिका के अकाउंटेंट महेश दीक्षित के ग्वालियर स्थित घर पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने बुधवार को छापा मारा। EOW के अफसरों को अकाउंटेंट का सुरेश नगर में तीन मंजिला आलीशान मकान मिला है, जिसकी कीमत एक करोड़ रुपए से ज्यादा है। इसके अलावा ग्वालियर-भिंड की सीमा पर सेंथरी गांव में करोड़ों की 37 बीघा से ज्यादा की जमीन के दस्तावेज मिले हैं। घर से लाखों रुपए के जेवरात, कैश व अन्य बैंक से जुड़े दस्तावेज मिले हैं, हालांकि छापेमारी के दौरान अकाउंटेंट महेश घर से गायब मिला।

अभी EOW की टीम दस्तावेज की पड़ताल कर रही है। महेश दीक्षित ने 1990 में मात्र 950 रुपए से नौकरी की शुरू की थी। 31 साल की नौकरी में करोड़ों की संपत्ति बना ली। EOW के अफसर दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं। अकाउंटेंट भांडेर, आतंरी, बिलौआ भिंड में CMO के चार्ज में रहकर यह संपत्ति अर्जित की है।

EOW SP अमित सिंह ने बताया किया कि अकाउंटेंट महेश दीक्षित के संबंध में गोपनीय शिकायत हुई थी। जिस पर EOW की टीम ने जांच की और जब शिकायत सही लगी तो बुधवार सुबह एक साथ कई टीमों ने महेश दीक्षित के सुरेश नगर स्थित मकान, सेंथरी गांव में जमीन पर छापा मारा। टीम ने पूरे घर के मोबाइल, लैंड लाइन को अपनी निगरानी में लेकर छानबीन शुरू की। कुछ ही मिनटों में घर की अलमारी ने करोड़ों की सम्पत्ति के राज खोल दिए।

करोड़ों की प्रॉपर्टी मिली
- थाटीपुर के सुरेश नगर एक करोड़ रुपए से अधिक का आलीशान तीन मंजिला मकान
- ग्वालियर-भिंड सीमा पर सेंथरी गांव में 7 बीघा से ज्यादा कृषि की जमीन
- सेंथरी गांव में ढाई बीघा से ज्यादा जमीन दान में प्राप्त पर दान को कोई वैधानिक आधार नहीं मिला
- सेंथरी गांव छह बीघा से ज्यादा कृषि उपयोग की जमीन
- सेंथरी गांव में पांच बीघा जमीन पत्नी के नाम पर
- सेंथरी गांव में छह बीघा से ज्यादा खेती की जमीन
- सेंथरी गांव में साढ़े पांच बीघा कृषि उपयोग की जमीन परिवार के नाम पर
- सेंथरी गांव में ढाई बीघा खेती के लिए जमीन
- सेंथरी गांव में सवा बीघा खेती की जमीन पुश्तैनी बताई गई
- सेंथरी गांव में सवा बीघा जमीन कृषि उपयोग की मिली है

ज्यादातर CMO के चार्ज में रहा
महेश कुमार दीक्षित की भर्ती बाबू के रूप में हुई थी। उसके बाद लेखा अधिकारी बना। अभी वह नगर पालिका अशोकनगर में अकाउंटेंट ही है। पर अपनी 31 साल की नौकरी में वह ज्यादातर CMO (मुख्य नगर पालिका अधिकारी) के पद पर पदस्थ रहा है। वह दतिया के भांडेर, ग्वालियर के बिलौआ, आंतरी व भिंड में प्रभारी CMO के चार्ज में रहा।

पत्नी के नाम से ज्यादातर प्रॉपर्टी
CMO के चार्ज में रहे महेश कुमार की ज्यादातर प्रॉपर्टी पत्नी रामबाई दीक्षित और बच्चों के नाम पर है। EOW की टीम लगातार छानबीन कर रही है। घर से 61 हजार रुपए नगद, 11 प्रॉपर्टी के दस्तावेज और ज्वैलरी मिली है। कई बैंक में खातों की डिटेल भी मिली है।

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