REWA : रेप की शिकार 3 वर्षीय मासूम की हालत में धीरे-धीरे सुधार : दुष्कर्म के आरोपी को पुलिस ने न्यायालय में पेश कर भेजा जेल

 

REWA : रेप की शिकार 3 वर्षीय मासूम की हालत में धीरे-धीरे सुधार : दुष्कर्म के आरोपी को पुलिस ने न्यायालय में पेश कर भेजा जेल

रीवा जिले में हुई दुष्कर्म की घटना ने मानवता को झकझोर कर रख दिया है। सामाजिक संगठनों ने जहां दुष्कर्म के आरोपी को जल्द से जल्द फांसी की मांग की है। वहीं बाल कल्याण समिति ने एसपी को तलब कर लिया है। पुलिस के मुताबिक रेप की शिकार 3 वर्षीय मासूम की हालत में अब धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।

जीएमएच में भर्ती मासूम पर लगातार चिकित्सक नजर बनाए हुए हैं। वहीं एसपी नवनीत भसीन भी बच्ची के स्वास्थ्य की जानकारी चिकित्सकों से ले रहे हैं। न्यायालय सूत्रों की मानें तो दुष्कर्म के आरोपी को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

बता दें कि बुधवार-गुरुवार की रात जनेह थाना अंतर्गत दुष्कर्म की वारदात हुई थी। जहां बच्ची अपनी मां के साथ सो रही थी। तब आरोपी पड़ोसी उसे उठाकर ले गया और दुष्कर्म के बाद वापस सुलाकर चला गया। आरोपी के जाने के बाद बच्ची रोई, तब मां की आंख खुली।

रक्त देखने के बाद पुलिस को जानकारी दी। ऐसे में तुरंत एसपी को सूचना देकर स्थानीय पुलिस रीवा के जीएमएस में इलाज कराने पहुंची। जहां खुद एसपी पहुंचकर विशेष चिकित्सकों की टीम लगाकर इलाज शुरू कराया। वारदात के बाद आरोपी शैलेन्द्र आदिवासी (19) को गिरफ्तार कर शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया। थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया कि आरोपी को जेल भेज दिया है।

बाल कल्याण समिति ने लिया मामले को संज्ञान

बीते दिन 3 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुई दुष्कर्म की घटना ने पूरे रीवा जिले को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले को बाल कल्याण समिति ने संज्ञान लिया है। समिति की अध्यक्ष ममता नरेंद्र सिंह और सदस्य सीमा श्रीवास्तव, रंजना शर्मा, लाल योगेंद्र सिंह सहित डॉ. कृष्णपाल शर्मा ने घटना को अति संवेदनशील बताया है।

24 घंटे के भीतर एसपी जानकारी दें

समिति के सदस्य डॉ. कृष्णपाल शर्मा ने बताया कि न्याय पीठ बाल कल्याण समिति ने एसपी को निर्देशित किया है। कहा है कि पीड़िता के मामले से संबंधित समस्त ब्यौरों 24 घंटे के भीतर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करें। जिससे बालिका के सर्वोत्तम हित में आवश्यक उपाय किए जाएं। यह भी निर्देश दिए है कि जिले में लैंगिक अपराधों से बालकों का सरंक्षण अधिनियम 2012 एवं किशोर न्याय अधिनियम 2015 का कड़ाई से पालन हो।

दोषी को मिले एक सप्ताह के भीतर फांसी की सजा

नगर निगम की पूर्व नेता प्रतिपक्ष कविता पाण्डेय ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि तत्काल फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर एक सप्ताह के अंदर न्याय दिया जाए। उन्होंने अस्पताल पहुंचकर पीड़िता की मां से मुलाकात की। उनके साथ महिला कांग्रेस की शहर अध्यक्ष तारा त्रिपाठी एवं ममता तिवारी भी मौजूद रहीं। कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने चिकित्सकों से बच्ची के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना करने वाले आरोपी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।

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