REWA : हाल- ए - जिला अस्पताल : आराम फरमा रहा था स्टाफ, दर्द से कराह रहे थे मरीज, तभी निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर : फिर ....

 

REWA : हाल- ए - जिला अस्पताल : आराम फरमा रहा था स्टाफ, दर्द से कराह रहे थे मरीज, तभी निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर : फिर ....

रीवा शहर के बिछिया स्थित जिला अस्पताल में चिकित्सकों के लापरवाही की लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर आधी रात कलेक्टर इलैयाराजा टी औचक निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने देखा कि चिकित्सक सहित अन्य मेडिकल स्टाफ आराम फरमा रहा था।

जबकि मरीज दर्द से कराह रहे थे। न कोई देखने वाला है न कोई सुनने वाला। ऐसे में कलेक्टर ने तुरंत सिविल सर्जन डॉ. केपी गुप्ता को मौके पर बुलवाया। इसके बाद ड्यूटी में अनुपस्थित चिकित्सक, नर्स सहित सुरक्षा गार्ड के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए एक-एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।

कलेक्टर इलैयाराजा टी ने रविवार रात 11 बजे के आसपास जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेते हुए अन्य कार्यों का अवलोकन किया। कलेक्टर को पता चला कि सुरक्षा कार्य में संलग्न तीन गार्ड में दो गार्ड अनुपस्थित है। वहीं एक गार्ड भी अपना कार्य लगन से नहीं कर रहा है। ऐसे में तीनों गार्डों का एक-एक दिन का वेतन काटने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।

चिकित्सक व नर्स मिली अनुपस्थित

कलेक्टर ने निरीक्षण की शुरुआत आईसीयू वार्ड से की। जहां पाया कि आईसीयू वार्ड में तैनात डॉ. रंजीत सिंह और स्टाफ नर्स रश्मि सोनी ड्यूटी में अनुपस्थित है। ऐसे में सिविल सर्जन को एक-एक दिन का वेतन काटे जाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कार्य में अनुपस्थित चिकित्सक डॉ. ईशान गोयल को चेतावनी देकर छोड़ दिया। वहीं, सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि ​चिकित्सकों को समझाइश देकर आदत सुधारने के लिए कहे। वरना अब अगर ऐसी शिकायत मिली तो सबका निपटना तय है।

गायनिक वार्ड का​ किया निरीक्षण

कलेक्टर ने आईसीयू वार्ड में भर्ती मरीजों का हाल चाल जाना। साथ ही दवाइयों के वितरण आदि के बारे में मरीजों से पूछताछ की। कलेक्टर ने गायनिक वार्ड सहित अन्य वार्डों का निरीक्षण किया। साथ ही, अनुपस्थित डॉक्टर, नर्स से कारण स्पष्ट करने के निर्देश सिविल सर्जन को दिए। कलेक्टर ने शौचालयों को चेक कर साफ-सफाई व्यवस्था की जानकारी मांगी। साथ ही, शिकायत रजिस्टर को भी चेक किया। इस दौरान तत्परता पूर्वक कार्रवाई न किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की।

डेंगू और मलेरिया की जांच नहीं होती अस्पताल में

निरीक्षण के दौरान अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजनों ने कलेक्टर को बताया कि डेंगू और मलेरिया की जांच अस्पताल में नहीं हो रही है। उन्हें बाहर से जांचें करानी पड़ रही हैं। जिस पर कलेक्टर ने वस्तु स्थिति की जानकारी ली। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि सर्वर न चलने के कारण जांच में व्यवधान हो रहा है।

कलेक्टर ने सीएमएचओ को तत्काल व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। वहीं, सर्वर का सही ढंग से संचालन कराने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान मरीज के परिजनों द्वारा बाहर से कराई गई जांच की राशि 830 रुपए लौटाने के निर्देश सिविल सर्जन को दिए।

कायाकल्प अभियान के कार्यों का किया अवलोकन

कलेक्टर ने जिला अस्पताल परिसर में कायाकल्प अभियान के तहत कराए जा रहे कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने ओपन नाली को बंद नाली में बदलने और पेवर ब्लॉक लगाने का कार्य सुव्यवस्थित ढंग से किए जाने के निर्देश दिए। नगर निगम अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसा कार्य करें कि पूरा परिसर सुंदर व आकर्षक दिखे। निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ. केपी गुप्ता, नगर निगम के अधीक्षण यंत्री शैलेंद्र शुक्ल ​सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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