REWA : मूर्ति विसर्जन पर तीन अलग-अलग जगहों पर तीन लोगों की मौत, परिजनों को जीवनभर का मिला जख्म

 

REWA : मूर्ति विसर्जन पर तीन अलग-अलग जगहों पर तीन लोगों की मौत, परिजनों को जीवनभर का मिला जख्म

रीवा जिले के देहात क्षेत्रों में तीन अलग-अलग जगहों पर मूर्ति विसर्जन करते समय तीन युवा काल के गाल में समां गए। पुलिस के मुताबिक तीनों हादसे दुर्गा प्रतिमाओं की विदाई करते समय हुए है। हालांकि एक तरफ जहां आम भक्त विजयादशमी के पर्व का उत्साह मना रहे है। वहीं दूसरी तरफ दुर्घटना में जान गवांने वालों के परिजनों को जीवनभर का जख्म मिल गया।

पहला हादसा मनगवां थाने नवागांव कोठार गांव के चौधरी तालाब व दूसरा हादसा पनवार थाने के दरदोली नदी में डूबे युवकों का शव पीएम के बाद परिजनों को सौंप कर अंतिम संस्कार करा दिया है। जबकि तीसरा हादसा बैकुंठपुर थाने के डेल्ही गांव के बीहर नदी में हुआ। यहां डूबे युवक का शव 28 घंटे बाद मिला है। जिसका पीएम अब सोमवार को कराया जाएगा।

पनवार: नदी में डूबने से किशोर की मौत

पनवार थाने के उपनिरीक्षक हीरा सिंह ने बताया कि प्रवेश पाण्डेय पुत्र ​गुलाब चंन्द्र पाण्डेय (14) निवासी दरदोली शनिवार की दोपहर 3 बजे नदी में दुर्गा विसर्जन कराते समय पानी में डूब गए। लेकिन अन्य भक्तों को इसकी जानकारी नहीं लगी। जब लौट कर लोग घर पहुंचे तो चल समारोह में प्रवेश पाण्डेय नहीं था। ऐसे में खोजते हुए पुन: नदी पर पहुंचे। साथ ही पुलिस को सूचना दी गई। जानकारी के बाद पहुंची पुलिस ने शाम 7 बजे किशोर के शव को बरामद कर लिया था। फिर रविवार को पीएम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।

बैकुंठपुर: नदी की तेज धार में बहा, दूसरे दिन मिला शव

बैकुंठपुर थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि रजनीश सेन पुत्र रामायण (22) निवासी डेल्ही शनिवार की दोपहर 12 बजे दुर्गा विसर्जन कराने गांव से गुजरने वाली बीहर नदी में गया था। ऐसे में वह नदी के तेज धार में अचानक से बह गया। डूबे युवक की तलाश में दो दिन से होमगार्ड के गोताखोर नदी की सर्चिंग कर रहे है। साथ ही रविवार को एसडीआरएफ की टीम स्टीमर की मदद से 5 किमी. का एरिया छान मारी, लेकिन शव रविवार की शाम 4 बजे 28 घंटे बाद मिला बरामद हुआ है।

मनगवां: कूदते ही तालाब में डूबा, फिर निगली लाश

मनगवां थाना प्रभारी केपी त्रिपाठी ने बताया कि धीरेन्द्र विश्वकर्मा (20) शनिवार की सुबह 10 बजे दुर्गा भक्तों के साथ मूर्ति विसर्जन कराने तालाब पहुंचा था। जैसे ही अन्य श्रद्धालु प्रतिमा को लेकर तालाब में उतरे तभी धीरेन्द्र ने तालाब में छलांग लगा दी। अंतत: 8 घंटे बाद शाम 6 बजे होमगार्ड के गोताखोरों ने स्टीमर की मदद से शव बरामद कर लिया था। रविवार को शव का पोस्टम मार्टम कराने के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया है।

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