MP : कोरोना के सभी प्रतिबंध खत्म होते ही फिर कोरोना ने मारी एंट्री : प्रदेश में 24 घंटे में 17 नए मामले आये सामने, सबसे ज्यादा इंदौर में 6, भोपाल में 5 केस मिले

 

MP : कोरोना के सभी प्रतिबंध खत्म होते ही फिर कोरोना ने मारी एंट्री : प्रदेश में 24 घंटे में 17 नए मामले आये सामने, सबसे ज्यादा इंदौर में 6, भोपाल में 5 केस मिले

मध्यप्रदेश सरकार ने कोरोना के सभी प्रतिबंध खत्म कर दिए गए हैं। इसके बाद फर कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैँ। प्रदेश में 24 घंटे में 17 नए मामले सामने आए हैं। इससे पहले 28 अक्टूबर को 19 संक्रमित मिले थे। शनिवार को सबसे ज्यादा इंदौर में 6, भोपाल में 5 केस मिले है। वहीं, दमोह में 4 और शहडोल में 2 केस मिले हैँ। प्रदेश में अब 85 एक्टिव केस हैं।

दमोह में 4 मजदूरों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे पहले शुक्रवार को 3 मजदूरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यह सभी पश्चिम बंगाल से आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती करा दिया है। वहीं, ओएनजीसी कैंप में रह रहे 150 से ज्यादा मजदूरों की जांच कराई जा रही है।

लोग भी हो गए लापरवाह

नए संक्रमितों में अब ट्रैवलिंग हिस्ट्री के साथ दूसरे लोग भी पॉजिटिव आ रहे हैं। वहीं, लोग भी बेपरवाह दिखाई दे रहे हैं। मास्क नाम मात्र के लोग लगा रहे हैं। सरकार के प्रदेश में कोरोना से संबंधित सभी प्रतिबंधों को समाप्त करने से भी चिंता बढ़ गई है।

8 दिन में 71 संक्रमित मिले

प्रदेश में पिछले 8 दिन में 11 जिलों में 71 कोरोना पॉजिटिव मिले। इनमें सबसे ज्यादा भोपाल में 25, इंदौर में 20, जबलपुर और दमोह में 7-7, राजगढ़ और रायसेन में 3-3, शहडोल में 2 और बड़वानी, श्योपुर, होशंगाबाद व ग्वालियर में 1-1 पॉजिटिव मिला है। 19 नवंबर को भोपाल में 1 मौत रिपोर्ट हुई है। इससे पहले, 15 नवंबर को इंदौर में एक व्यक्ति की मौत कोरोना से हुई थी।

एक्टिव केस की संख्या बढ़ी

प्रदेश में अब तक 7 लाख 93 हजार 18 लोग पॉजिटिव हो चुके हैं। इनमें से 7 लाख 82 हजार 407 ठीक हो गए। कोरोना के कारण 10 हजार 526 लोग जान गंवा चुके हैं। अभी प्रदेश में 85 एक्टिव केस हैं। प्रदेश में रिकवरी रेट 98% से ज्यादा है।

सरकार टेस्टिंग बढ़ाए, लोग प्रोटोकॉल का पालन करें

भोपाल एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉक्टर सरमन सिंह ने कहा कि कई देशों में संक्रमण बढ़ रहा है। वहां पाबंदी लग रही है। प्रदेश सरकार को टेस्टिंग पर जोर देना चाहिए, ताकि संक्रमितों की पहचान कर उनको अलग किया जा सके। टेस्ट में भी आरटीपीसीआर टेस्ट बढ़ाना चाहिए।

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