MP में एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे नए केस : 13 दिन में प्रदेश में 169 संक्रमित मिले, भोपाल में सबसे ज्यादा 65 तो इंदौर में 64 केस

 

MP में एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे नए केस : 13 दिन में प्रदेश में 169 संक्रमित मिले, भोपाल में सबसे ज्यादा 65 तो इंदौर में 64 केस

कोरोना प्रतिबंधों से छूट मिलने के बाद एक बार फिर से मध्यप्रदेश में नए केस तेजी से बढ़ रहे हैं। 13 दिन में प्रदेश में 169 संक्रमित मिले हैं। इनमें भोपाल में सबसे ज्यादा 65 और इंदौर में 64 केस हैं। राजधानी और इंदौर कोरोना के हॉटस्पॉट बन गए हैं। इनके अलावा, जबलपुर-ग्वालियर जैसे बड़े शहरों के साथ रायसेन, दमोह, शहडोल, बैतूल, नरसिंहपुर, बड़वानी और होशंगाबाद में भी संक्रमण फैल रहा है।

प्रदेश सरकार ने 17 नवंबर को कोरोना के सभी प्रतिबंध हटा दिए थे। इसके बाद कोरोना के केस में भी बढ़ोतरी होने लगी, क्योंकि अब शादी में न तो मेहमानों की संख्या निर्धारित है और न ही कोई रोक-टोक है। ऐसे में लोग भी संक्रमितों के संपर्क में आकर पॉजिटिव हो रहे हैं। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 1 से 15 नवंबर के बीच प्रदेश में कोरोना के कुल 123 केस मिले थे। यह आंकड़ा 17 से 29 नवंबर के बीच 169 पर पहुंच गया।

भोपाल-इंदौर के आंकड़ों में भी अंतर

1 से 15 नवंबर के बीच भोपाल में 44 और इंदौर में 38 केस मिले थे। यह आंकड़ा पिछले 13 दिन में काफी बढ़ गया। भोपाल में 65 और इंदौर में 64 संक्रमित मिले हैं। जबलपुर में 8 और ग्वालियर में 1 केस ही मिला, लेकिन रायसेन, दमोह जैसे छोटे जिलों में आंकड़ा चौंकाने वाला रहा। रायसेन और दमोह में भी आंकड़ा दहाई के अंक पर पहुंच गया है। रायसेन में 14 और दमोह में 11 नए केस मिल चुके हैं। शहडोल, बैतूल, नरसिंहपुर, बड़वानी और होशंगाबाद में भी संक्रमित मिल चुके हैं।

नए वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने चिंता बढ़ा दी है। मध्यप्रदेश सरकार ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है। CM शिवराज सिंह चौहान ने लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने को कहा है, ताकि संक्रमण से बचा जा सके। वहीं, 1 दिसंबर को वे क्राइसिस कमेटियों की मीटिंग भी लेंगे। सरकार ने 28 नवंबर को सरकारी और प्राइवेट स्कूल 50% क्षमता से खोले जाने का निर्णय लिया था।

बाजारों में जाएं तो यह जरूर करें

मास्क जरूर पहनें। यही पहला बचाव है।

एक-दूसरे से सोशल डिस्टेंसिंग रखें।

हाथों को सैनिटाइज जरूर करें।

कोई लक्षण दिखे तो तुरंत टेस्ट कराएं।

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