REWA : बच्चों को अश्लील शिक्षा दे रहा शिक्षक : पूर्व में भी दो बार अश्लील वीडियो किए थे वायरल, 22 साल से एक ही स्कूल में पदस्थ है शिक्षक, राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारी नहीं करते हैं कार्यवाही

 

     REWA : बच्चों को अश्लील शिक्षा दे रहा शिक्षक : पूर्व में भी दो बार अश्लील वीडियो किए थे वायरल, 22 साल से एक ही स्कूल में पदस्थ है शिक्षक, राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारी नहीं करते हैं कार्यवाही

राजधानी भोपाल से अनमोल श्रीवास्तव की रिपोर्ट। रीवा में एक टीचर ने 5वीं क्लास के स्टूडेंट्स के ग्रुप में अश्लील वीडियो का लिंक शेयर कर दिया। पेरेंट्स और टीचर्स ने इस लिंक पर क्लिक किया तो पोर्न वीडियो शुरू हो गया। इस पर उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई। इस ग्रुप में 28 स्कूलों के 180 छात्र-छात्राएं और 115 से अधिक टीचर जुड़े थे। इनमें से सभी 65 महिला टीचर ग्रुप से एक्जिट हो गईं। टीचर्स ने इसकी शिकायत DPC (जिला परियोजना समन्वय) से की है।

लिंक शेयर करने वाले टीचर का नाम कृपाशंकर चतुर्वेदी है। वह शासकीय प्राथमिक पाठशाला मैदानी हरिजन बस्ती में तैनात हैं। उसने वीडियो की लिंक 20 नवंबर की सुबह 11.44 बजे सेंड की थी। यह समय बच्चों की क्लास का होता है। शिकायत के तीन दिन बाद भी कृपाशंकर पर कार्रवाई नहीं हुई है। बताया गया कि वह पहले भी दो बार ऐसी हरकत कर चुका है, तब भी कोई एक्शन नहीं लिया गया था। यह वॉट्सऐप ग्रुप राज्य शिक्षा केंद्र का 'डीजीलेप' है।

ऐसे वीडियो लिंक आई चर्चा में

एक महिला टीचर ने बताया कि कृपाशंकर ने अश्लील वीडियो का लिंक वॉट्सऐप ग्रुप राज्य शिक्षा केंद्र के 'डीजीलेप' में शेयर किया था। इस ग्रुप में आरोपी शिक्षक के स्कूल के भी 30 बच्चे और पेरेंट्स जुड़े हैं। रीवा जनपद क्षेत्र के 28 विद्यालयों के 180 छात्र-छात्राओं को भी उसी ग्रुप में जोड़ा गया है। ब्लॉक के स्कूलों की 65 महिला टीचर भी ग्रुप में थीं। अब सभी ग्रुप से बाहर हो गई हैं। इधर, शिक्षक ने कहा कि उसकी आंखों पर पावर का चश्मा लगा है। गलती से हाथ लग गया होगा। माफ कर दें। भविष्य में ऐसी गलती नहीं होगी।

कार्रवाई होना तय: प्रभारी डीपीसी

प्रभारी डीपीसी अमरनाथ सिंह ने बताया कि शिकायत कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी व मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) जिला पंचायत स्वपनिल वानखेड़े को भेजी जा रही है। शिक्षा विभाग में चर्चा है कि कार्रवाई होना तय है।

22 साल से एक स्कूल में पदस्थ है अध्यापक

रीवा मीडिया की टीम मंगलवार सुबह 7 बजे मैदान में पहुंची तो पता चला कि प्राथमिक शाला ​हरिजन बस्ती के बारे में कोई नहीं जानता। यहां न स्कूल है न भवन। ऐसे में तीन घंटे तक हर गली और मोहल्ले में स्कूल को खोजते रहे पर किसी ने नहीं बताया। अंतत: एक आदमी मिला, उसने स्कूल तक पहुंचाया। अंदर गए तो न कहीं भवन था और न दीवार में स्कूल का नाम, तभी बाहर मकान मालिक रामलखन वर्मा मिले। उन्होंने कहा कि हमारे भवन में 22 साल से स्कूल लगता है।

15 बच्चों पर 2 शिक्षक

प्राथमिक शाला ​हरिजन बस्ती में 15 बच्चों के बीच 2 शिक्षक पदस्थ हैं। एक महिला गुरुजी संतोष वर्मा और दूसरे अध्यापक कृपाशंकर चतुर्वेदी हैं। जब मोहल्ले के लोगों से टीचर के कृत्य के बारे में बात की गई तो सभी ने कहा कि वह ऐसे ही है। क्या करें यहां न कोई अधिकारी आता है, न अफसर। नाम मात्र की शाला है। बारिश के समय में झोपड़े के अंदर स्कूल लगती है, बाकी समय खुले में।

कार्रवाई की मांग

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मार्तंड क्रमांक 3 की महिला जनशिक्षक ने जनपद शिक्षा केन्द्र रीवा के प्रभारी बीआरसी राजेन्द्र यादव को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि कृपाशंकर चतुर्वेदी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करना चाहिए।

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