REWA : मानवता की सेवा के लिए कार्य कर रहे 59 साल के सुरेन्द्र : बहुती जलप्रपात से निकाल चुके है 13 शव : जानिए कौन है सुरेन्द्र

 

REWA : मानवता की सेवा के लिए कार्य कर रहे 59 साल के सुरेन्द्र : बहुती जलप्रपात से निकाल चुके है 13 शव : जानिए कौन है सुरेन्द्र

रीवा। मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जलप्रपात रीवा जिले में स्थित है। इसका जिक्र कभी पीएससी की परीक्षा तो कभी जरनल नालेज की बुकों में मिल जाता है। इस जलप्रपात की गहराई को 59 साल की व्यक्ति ने नाम ली है। यहां मिलने वाले शवों को पहाड़ के उबडख़ाबड़ रास्तों के बीच वे कंधे में लेकर ऊपर आते है। जब भी बहुती जलप्रपात में कोई शव मिलने की सूचना आती है तो पुलिस को उनकी याद आती है।

साथियों के साथ उतरते है प्रपात के अंदर

अपने साथियों के साथ वे नीचे उतरते है और शव को कंधे में लाद कर ऊपर ले आते है। हम बात कर रहे नईगढ़ी थाना क्षेत्र में स्थित बहुती जलप्रपात की है। बहुती गांव में रहने वाले सुरेन्द्र सिंह ठाकुर जो पेशे से पीडब्लूडी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है लेकिन उनके हौंसलों के सामने बहुती जलप्रपात की गहराईयां भी कमजोर पड़ गई। अभी तक वे जलप्रपात से 13 शवों को निकाल चुके है। 59 साल की उम्र में वे करीब दस दिन पूर्व एक शव को निकाल चुके है। जब भी पुलिस का बुलवा आता है तो वे अपने तीन अन्य साथियों के साथ टीव व रस्सी लेकर पहुंच जाते है। नीचे पानी में तैरकर शव को किनारे की ओर लाते है और बाद में उसको अपने साथियों की मदद से ऊपर लाते है। करीब आठ से दस दिन पुराने क्षतविक्षत शव को वे अपने साथियों के साथ चार घंटे की मशक्कत के बाद नीचे से ऊपर लेकर आए है।

उबडख़ाबड़ रास्तों से होती है परेशानी

दरअसल पहाड़ से नीचे प्रपात में उतरने के कोई रास्ता नहीं है। पत्थरों के बीच नीचे उतरने में ही लोगों के हौंसले पस्त हो जाते है लेकिन वे इतनी बार नीचे उतर चुके है कि उनको अब सामान्य लोगों की तरह परेशानी नहीं होती है। जिन लावारिस शवों को उठाने के लिए कोई आगे नहीं आता है उनको वे अपना कांधा देते है। करीब 20 साल की उम्र से वे यह काम कर रहे है और अभी तक 13 शवों को बाहर निकाल चुके है।

जिंदा बच्चे को बहुती प्रपात से निकाल चुके है बाहर

वे एक जिंदा बच्चे को भी बहुती प्रपात से बाहर निकाल चुके है। वर्ष 1985 में एक बच्चा परिजनों के साथ मेले में आया था और पानी के बहाव में नीचे गिर गया था। उसकी खोज में सुरेन्द्र सिंह नीचे उतरे थे और एक सप्ताह बाद वह जिंदा हालत में मिला था जिसे वे ऊपर लेकर आए थे। उसको नीचे ढूंढने में ही काफी समय लग गया था लेकिन वे लगातार उसकी तलाश करते रहे और अंत में सुरक्षित उसको ऊपर लेकर आए।

मानवता की सेवा के लिए कर रहे कार्य

गहरे जलप्रपात से शव को बाहर निकालने में हमारे साथी भी मदद करते है जो बिना डरे हमारे साथ नीचे उतरते है। शव किसी भी स्थिति में हो लेकिन हम लोग उसे किसी न किसी तरह बाहर लेकर आते है। अभी तक हम 13 शव व एक जिंदा बच्चे को बाहर निकाल चुके है। जब तक हमारे अंदर साहस होगा तब तक मानवता की सेवा के लिए यह काम करते रहेंगे।

सुरेन्द्र सिंह

हर बार सुरेन्द्र सिंह उतरकर निकवालते हैं शव

पुलिस द्वारा शव मिलने की हमको सूचना दी जाती है जिस पर सुरेन्द्र सिंह को सूचित किया जाता है। वे अपने साथियों के साथ नीचे उतरकर शव को बाहर निकलवाते है। कई बार वे शवों को बाहर निकाल चुके है। पहाड़ से नीचे उतरने के लिए रास्ता नहीं है जिसकी वजह से कठिनाईयां अवश्य होती है।

अनिल सिंह, निवर्तमान सरपंंच बहुती

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