IPL 2022 : जूते की दुकान से अब करोड़पति बनने तक का सफर; जानिए Abhinav Sadarangani प्लेयर के जिंदगी की ये कहानी

 

IPL 2022 : जूते की दुकान से अब करोड़पति बनने तक का सफर; जानिए Abhinav Sadarangani प्लेयर के जिंदगी की ये कहानी

इंडियन प्रीमियर लीग का मेगा ऑक्शन बेंगलुरु में जारी है और इसके पहले दिन खिलाड़ियों पर जमकर पैसा बरसा. 10 टीमों ने पहले ही दिन करीब 388 करोड़ रुपये खर्च कर दर्जनों खिलाड़ियों को खरीदा. इसमें कई ऐसे भी हैं, जिनका किसी ने नाम नहीं सुना लेकिन उनपर करोड़ों रुपये बरसाए गए. 

ऐसी ही एक कहानी है अभिनव मनोहर सदारंगानी की. जो जूते की दुकान से सफर करके आए और अब करोड़पति बन गए हैं. 27 साल के अभिनव का बेस प्राइस 20 लाख रुपये था और उन्हें हार्दिक पंड्या की टीम गुजरात टाइटन्स ने 2.60 करोड़ रुपये में खरीदा है.

सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट में कर्नाटक के लिए डेब्यू करते हुए अभिनव मनोहर ने 16 नवंबर, 2021 को एक धमाकेदार पारी खेली. जिसमें उन्होंने 49 बॉल में 70 रन बना डाले और इस दौरान 6 छक्के, 4 चौके जड़े. अभिनव मनोहर को बचपन में क्रिकेट सिखाने वाले इरफान सैयत के मुताबिक, उस पारी के बाद कई आईपीएल टीमों ने उनसे संपर्क किया और उसके बारे में अलग-अलग जानकारी बटोरना शुरू कर दिया था.

हालांकि, कर्नाटक ने उस टूर्नामेंट को गंवा दिया था क्योंकि शाहरुख खान ने आखिरी बॉल पर छक्का मार अपनी टीम तमिलनाडु को जिता लिया था, उन्हें भी पंजाब की टीम ने 9 करोड़ रुपये में खरीदा है. मनोहर ने पूरे टूर्नामेंट में 162 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट 150 का रहा, अब गुजरात टाइटन्स ने उन्हें 2.6 करोड़ रुपये में खरीदकर हर किसी को हैरान कर दिया, ये अभिनव के बेस प्राइस से 13 गुना ज्यादा था. 

इरफान सैयत का कहना है कि अगर आप कर्नाटक क्रिकेट को फॉलो करते हैं, तो आपको मालूम होगा कि अभिनव के लिए इतनी रकम क्यों दी जा रही है. अभिनव 6 साल के थे, जब पहली बार उनके पिता ने उन्हें क्रिकेट अकादमी में भर्ती करवाया. 

बचपन के कोच इरफान सैयत के मुताबिक, अभिनव के पिता और वो अच्छे दोस्त हैं. उनकी जूतों की दुकान थी, मेरी कपड़ों की दुकान थी. तब एक दिन अभिनव के पिता ने उसे क्रिकेट अकादमी में भर्ती करने को कहा, जिसके बाद ये सफर शुरू हुआ.

अभिनव मनोहर का शुरुआत में क्रिकेट में मन नहीं लगता था, लेकिन बाद में इंट्रेस्ट आना शुरू हुआ. जिसके बाद वह स्कूल के बाद सिर्फ क्रिकेट प्रैक्टिस में ही मग्न रखता था. साल 2006 में अभिनव को मैच के दौरान चोट भी लगी थी, तब उसके माथे में टांके आए थे.

हमें लगा कि यहां पर सबकुछ थम जाएगा, लेकिन अभिनव के लिए ये ब्रेकिंग प्वाइंट था. इसके बाद उन्होंने काफी मेहनत की, अंडर-14 से लेकर अंडर-23 तक की लीग में रन बनाए. इसी वजह से वह कर्नाटक की टीम में जगह बना पाया और अब आईपीएल में हर किसी के सामने है. 

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