REWA : दूसरे मरीजों की जिंदगी बचाने वाले जूनियर डॉक्टर ने हारी जिंदगी की जंग, दिल्ली जाने से पहले ही हवाई पट्टी में थम गई सांस

 

REWA : दूसरे मरीजों की जिंदगी बचाने वाले जूनियर डॉक्टर ने हारी जिंदगी की जंग, दिल्ली जाने से पहले ही हवाई पट्टी में थम गई सांस

रीवा की सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) में दूसरे मरीजों की जिंदगी बचाने वाला जूनियर डॉक्टर (junior doctor) आज खुद जिंदगी की जंग हार गया। जूनियर डॉक्टर (junior doctor) मुरली बीते कई दिनों से बीमार थे जिनकी हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू (ICU) में वेंटिलेटर (ventilator) के सपोर्ट में रखा लेकिन हालत में सुधार ना होने के बाद उन्हें बेहतर उपचार के लिये दिल्ली (delhi) ले जाने की तैयारी थी जिसके लिये एयर एम्बुलेंस भी रीवा पहुंच चुकी थी, लेकिन इस सारे प्रयासों के बाद भी जूनियर डॉक्टर मुरली की जान नहीं बचाई जा सकी और हवाई पट्टी पहुंचते ही मुरली ने दम तोड़ दिया।

जानकारी के मुताबिक डॉक्टर मुरली सुपर स्पेशलिटी अस्पताल (Super Specialty Hospital) के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट (neurology department) में अपनी सेवाएं दे रहे थे। बताया गया कि जूनियर डॉक्टर  (junior doctor) मुरली कई दिनों से बीमार थे, उन्हें बुखार था जिसे गंभीरता से नहीं लिया और बिना मेडिसिन डॉक्टर की सलाह के खुद उपचार लेते रहे। शुरुआत में जब उनकी हालत बिगड़ी तो सांस लेने में काफी दिक्कत होने लगी जिसके बाद उन्हें आनन फानन में आईसीयू (ICU) में भर्ती किया गया। लेकिन सुधार ना होने पर वेंटिलेटर सपोर्ट दिया गया और अब बेहतर उपचार के लिये गुरुवार को उन्हें दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल ले जाने की तैयारी थी।

सीवियर निमोनिया ने ली जूनियर डॉक्टर की जान

डॉक्टरों की मांने तो जूनियर डॉक्टर मुरली को सीवियर निमोनिया था। सीवियर निमोनिया के कारण उनके फेफडे़ काम करना बंद कर दिए थे, उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कत आ रही थी। जांच के दौरान डायबिटीज (diabetes) भी हाई होना बताया गया। जूनियर डॉक्टर  (junior doctor) मुरली को इन सारी समस्याएं होने के कारण उनके शरीर के अधिकांश अंगो ने काम करना बंद कर दिया था।

जान बचाने बनाया गया ग्रीन कॉरीडोर फिर भी नहीं बची जान

संजय गांधी अस्पताल के आईसीयू (icu) में भर्ती जूनियर डॉक्टर (junior doctor) को एयर एम्बुलेंस से दिल्ली ले जाने के लिये अस्पताल से चोरहटा हवाई पट्टी तक ग्रीन कॉरीडोर (green corridor) बनाया गया। यहां अस्पताल से लेकर हवाई पट्टी तक जगह जगह पुलिस तैनात की गई थी और महज चंद मिनटों के भीतर मरीज को हवाई पट्टी पहुंचाया गया लेकिन जब मरीज को एयर एम्बुलेंस में शिफ्ट किया गया तभी डॉक्टर मुरली ने दम तोड़ दिया।

डॉक्टर मुरली के निधन से चिकित्सका जगत में शोक की लहर

कई दिनों तक बीमारी से लड़ते हुये जिंदगी की जंग हार चुके जूनियर डॉक्टर (junior doctor) मुरली के निधन से चिकित्सा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। जूनियर डॉक्टर मुरली (Junior Doctor Murli) के निधन पर मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन डॉक्टर मनोज इंदुलकर (Manoj Indulkar), डॉक्टर एपीएस गहरवार (Dr Aps Gaharwar), वर्तमान डीन- डॉ देवेश सारस्वत (DN- Dr Devesh Saraswat), एसजीएमएच के अधीक्षक डॉ एसपी गर्ग (Superintendent Dr. SP Garg), सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के डॉ अक्षय श्रीवास्तव (Dr. Akshay Srivastava), सीएमओ डॉ अतुल सिंह (CMO Dr. Atul Singh), डॉ अम्बरीश मिश्रा (Dr. Ambareesh Mishra), डॉ एसके त्रिपाठी (Dr SK Tripathi), डॉ पुष्पेन्द्र शुक्ला (Dr. Pushpendra Shukla) सहित अस्पताल के समस्त स्टाफ ने शोक संवेदना व्यक्त की है।

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