NLIU में छात्राओं से यौन शोषण का बड़ा मामला : 100 से ज्यादा छात्राओं ने प्रोफेसर पर लगाए अश्लील मैसेज-वीडियो भेजने के आरोप

 
NLIU में छात्राओं से यौन शोषण का बड़ा मामला : 100 से ज्यादा छात्राओं ने प्रोफेसर पर लगाए अश्लील मैसेज-वीडियो भेजने के आरोप

भोपाल की नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (NLIU) में छात्राओं से यौन शोषण का बड़ा मामला सामने आया है। यूनिवर्सिटी की 100 से ज्यादा छात्राओं ने डीन प्रो. तपन रंजन मोहंती पर अश्लील मैसेज और वीडियो भेजने का आरोप लगाया है।

छात्राओं ने इस मामले को लेकर गुरुवार को कैंपस में प्रो. मोहंती के ऑफिस में हंगामा भी किया। हंगामे के बाद मोहंती ने डीन के पद से इस्तीफा दे दिया। छात्राओं की तरफ से छात्र संगठन के सदस्यों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से शिकायत की। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने डीजीपी को जांच के आदेश दिए हैं।

छात्राओं को अकेले में बुलाने का आरोप

प्रोफेसर मोहंती 23 साल से NLIU में कार्यरत हैं। आरोप है कि ऑफलाइन कक्षाओं के दौरान प्रो. मोहंती अकेले में छात्राओं को बुलाते थे। इसके बाद अश्लील मैसेज और वीडियो छात्राओं को भेजते थे। छात्राओं का दावा है कि उनके पास सबूत के तौर पर वो मैसेज और वीडियो मौजूद है।

पीड़ित छात्राओं की शिकायत पर यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने मामले में जांच की और प्रो. मोहंती को दोषी मानकर उनसे इस्तीफा मांगा था। साथ ही कानूनी कार्रवाई की बात कही थी। जिसके बाद प्रो. मोहंती ने डीन, डिस्टेंस एजुकेशन और इंचार्ज अकादमिक ब्लॉक-1 के पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे स्वीकार कर लिया गया।

मीडिया ने इस मामले को लेकर प्रोफेसर मोहंती से बात करनी चाही लेकिन ​उनका फोन बंद होने के कारण संपर्क नहीं हो पाया।

मामले में CM शिवराज ने दिखाई सख्ती

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि छात्र-छात्राओं से दुर्व्यवहार सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आवश्यकता होने पर प्रकरण के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और हाईकोर्ट के न्यायाधीश से भी चर्चा की जाएगी।

भोपाल पुलिस कमिश्नर को जांच की जिम्मेदारी

मध्य प्रदेश के डीजीपी ने जांच की जिम्मेदारी भोपाल कमिश्नर मकरंद देउस्कर को सौंपी है। कमिश्नर के निर्देश पर डीएसपी निधि सक्सेना ने जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार दोपहर डीएसपी सक्सेना अपनी टीम के साथ NLIU कैंपस पहुंचीं। यहां छात्राओं के बयान दर्ज किए। हालांकि जांच अधिकारियों ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि कितनी छात्राओं ने शिकायत की है।

छात्राओं ने FIR कराने के लिए समय मांगा: पुलिस कमिश्नर

भोपाल की लॉ यूनिवर्सिटी में यौन शोषण के मामले में पुलिस आयुक्त मकरंद देउसकर से मीडिया से खास बातचीत में कहा कि- डीएसपी ने छात्राओं के बयान लिए हैं लेकिन छात्राओं ने FIR कराने के लिए समय मांगा है। पूर्व छात्रों से भी संपर्क किया गया है।

मैनेजमेंट का कहना है कि वह इस मामले की आंतरिक जांच करा रहा है लेकिन कैमरे के सामने कोई कुछ बोल नहीं रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक छात्राओं के परिजनों ने केस दर्ज कराने से इनकार कर दिया है। इसके बाद छात्राएं पीछे हटते दिख रही हैं।

फर्जी डिग्री मामले में भी नाम सामने आया था

करीब 4 साल पहले NLIU की परीक्षा शाखा का कम्प्यूटर सिस्टम खराब हो गया था। इसमें छात्रों की परीक्षा और उसके रिजल्ट संबंधी रिकॉर्ड का रखरखाव किया जाता था। उसकी हार्ड डिस्क खराब होने से कई सवाल खड़े हो गए। इसमें परीक्षा टाइम टेबल से लेकर टेबुलेशन चार्ट शीट की सॉफ्ट कॉपी रखी जाती थी।

आरोप लगे कि फेल छात्रों को फर्जी तरीके से बीए-एलएलबी (ऑनर्स) की डिग्री दे दी गई। एक रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में गठित की गई कमेटी ने 9 प्रोफेसर्स और नॉन टीचिंग स्टाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश तक की थी। गड़बड़ी के दौरान मोहंती फैकल्टी इंचार्ज थे।

Related Topics

Latest News