पढ़ लीजिये यह जरुरी खबर : RBI की रिपोर्ट के मुताबिक आपके पास रखा कैश हो सकता है नकली : जानिए कैसे?

 

पढ़ लीजिये यह जरुरी खबर : RBI की रिपोर्ट के मुताबिक आपके पास रखा कैश हो सकता है नकली : जानिए कैसे?

भारत भले ही कैशलेस भुगतान (cashless payment) के बढ़ते चलन की ओर बढ़ रहा है, मगर आज के वक्त में 100 रुपये का नोट नकद लेनदेन के लिए सबसे पसंदीदा बना हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की रिपोर्ट के मुताबिक लेनदेन के लिए 2,000 रुपये के नोट कम पसंद किए जाते हैं जबकि 500 रुपये के नोट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। बात की जाए असली और फर्जी नोटो की पहचान करने की तो भारत में लगभग 3 प्रतिशत लोग इनकी पहचान कर पाने में पूरी तरह से असमर्थ हैं, तो वहीं 97 प्रतिशत लोग केवल महात्मा गांधी की तस्वीर, वॉटरमार्क या सुरक्षा धागे से अवगत हैं।

5 रुपए के सिक्के का हो रहा सबसे ज्यादा इस्तेमाल

सिक्कों की बात करें तो नकद लेनदेन के लिए 5 रुपये के सिक्के का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है। वहीं, लोग 1 रुपये के सिक्के को पसंद नहीं कर रहे हैं। आमतौर पर 100 रुपये से 300 रुपये तक का सामान खरीदते हैं और ऐसे में लोग डिजिटल लेनदेन के बजाय नकद देना पसंद करते हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक 2021-22 के दौरान कैश की मात्रा में 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सबसे ज्यादा 34.9% की हिस्सेदारी 500 रुपये की थी। 

RBI के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में नकली नोटों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। एक साल में 500 रुपये के नकली नोट दोगुने हो गए हैं। पिछले साल की तुलना में केंद्रीय बैंक ने 500 रुपये के 101.9 फीसदी और 2,000 रुपये के 54.16 फीसदी ज्यादा नोटों का पता लगाया है जो सरकार के लिए चिंता का विषय है। RBI ने कहा कि 31 मार्च 2022 तक बैंकों में जमा 500 और 2000 रुपये के नोटों में से 87.1% नकली नोट थे। 31 मार्च 2021 तक यह आंकड़ा 85.7% था। बैंक ने कहा कि यह 31 मार्च, 2022 तक प्रचलन में कुल नोटों का 21.3% था।

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