REWA : जामताड़ा में पुलिस की दबिश : रीवा के डॉक्टर से सिम वैरिफाई के नाम पर ठगे थे 6 लाख रुपए : गिरोह का एक सदस्य स्कॉर्पियो के साथ पकड़ाया
मध्यप्रदेश की पुलिस ने झारखंड के जामताड़ा में दबिश देकर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को स्कॉर्पियो के साथ पकड़ा। गिरोह ने रीवा के एक डॉक्टर से सिम वेरिफाई के नाम पर ऑनलाइन 6 लाख रुपए की ठगी की थी। शिकायत के बाद डेढ़ महीने तक पुलिस ने आराेपियों की जानकारी जुटाई और दबिश दी। झारखंड में 4 दिन तक टीम ने डेरा डाला तब जाकर एक आरोपी हाथ लगा। इस मामले में 3 आरोपी फरार हैं।
रीवा ASP शिव कुमार वर्मा ने बताया कि 18 जून को संजय नगर निवासी डॉक्टर अम्बिका प्रसाद द्विवेदी ने समान थाने में ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। बताया कि 17 जुलाई को अज्ञात व्यक्ति द्वारा मोबाइल नंबर 8509768813 से फोन किया गया। कहा कि अगर आपने अपनी सिम वेरिफाई नहीं कराई तो 24 घंटे के अंदर बंद हो जाएगी। उसने कहा कि सिम वैरिफिकेशन के लिए 11 रुपए नेट बैकिंग के माध्यम से फोन में डाल दें।
जैसे ही अम्बिका प्रसाद ने 11 रुपए डाले उनके के मोबाइल के मैसेज बाक्स में 15 बार में SBI के खाता से पैसा कटने का मैसेज आया। अज्ञात व्यक्ति ने 6 लाख 00423 रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करा लिया। सूचना के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुटी।
साइबर सेल से की गई जांच के बाद पुलिस की एक टीम झारखंड भेजी गई। जामताड़ा में 4 दिन रुककर टीम ने ठगों के गांव बगरुडीह थाना करमाताड़ में डेरा डाला। आरोपियों का पता तलाशा। इसी बीच पुलिस ने मुखबिर की मदद से घेराबंदी कर स्कॉर्पियो (जेएच 21 जे 0903) को जब्त किया गया, लेकिन आरोपी स्कॉर्पियो से उतर कर फरार हो गए। गाड़ी की तलाशी में एक मोबाइल मिला।
जांच में पता चला कि मोबाइल नंबर 9693229354 का उपयोग बदमाश अपराध करने में करते थे। इस आधार पर झरी मंडल को पुलिस ने पकड़ा। उसने पूछताछ में बताया कि पोते मुकेश मंडल और रमेश मंडल सिम का उपयोग करते हैं। इस आधार पर दोनों की तलाश गांव में की गई, लेकिन वह फरार हो गए।
ACJM जामताड़ा में पेश कर लाए रीवा
समान पुलिस ने बताया कि आरोपी 70 वर्षीय झरी मंडल को 29 जुलाई को गिरफ्तार किया गया। ट्रांजिट रिमांड न्यायालय ACJM जामताड़ा के यहां पेश कर 1 अगस्त को रीवा लगाया गया। यहां आरोपी को कोर्ट में पेश कर 1 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इस बीच फरार आरोपियों के संबंध में पूछताछ कर ठगी के पैसे को बरामद करने की कोशिश की गई। वहीं मुख्य आरोपी मुकेश पुत्र राजेन्द्र मंडल, रमेश पुत्र राजेन्द्र मंडल, पड़ोसी मोहन पुत्र रामधनी मंडल फरार है। स्कॉर्पियो मोहन की मां हुरुआ देवी के नाम पर रजिस्टर्ड है।