REWA : Fathers Day Special ; पिता की इच्छा पूरी करने IIT छोड़ बेटे ने सेना में किया ज्वाइन

 

रीवा। सैनिक स्कूल रीवा के टॉपर छात्र रहे राजीव द्विवेदी ने अपनी पिता की इच्छा के अनुसार देश की सेवा के लिए सेना ज्वाइन किया है। पिता के आदर्शों पर चल रहे बेटे में देशभक्ति का ऐसा जज्बा छाया कि आइआइटी की पढ़ाई छोड़कर सेना में जाने का निर्णय लिया। परीक्षा दी और चयन भी हो गया। लंबे समय तक पिता को सेना में रहते देखा, जिसकी वजह से तय किया कि सेना में ही जाएंगे।


कमीशन अफसर के रूप में जिस वक्त राजीव का चयन हुआ था, उस दौरान उनके पिता मणिराज प्रसाद द्विवेदी ने कई सीख दी थी। कहा था कि ऐसा कोई काम नहीं करना जिसकी वजह से देश को क्षति पहुंचे और उसे सुनकर हमें भी तकलीफ हो।


बेटे ने पिता को भरोसा दिलाया है कि देश के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार रहेंगे। पीठ दिखाकर पीछे नहीं हटेंगे, अंतिम वक्त तक संघर्ष करेंगे। यदि कोई ऐसा घटनाक्रम हुआ तो उस दौरान पिता को शर्मिंदगी नहीं बल्कि फक्र होगा। बेटे के इस समर्पण पर मणिराज प्रसाद द्विवेदी भी संतुष्ट हैं। वह भी सुबेदार के पद से रिटायर्ड हुए हैं।


सेना पैसा कमाने का जरिया नहीं
रिटायर्ड सुबेदार मणिराज प्रसाद द्विवेदी बताते हैं कि ऐसे कम ही लोग होते हैं जिन्हें देश की सेवा का अवसर मिलता है। सेना में जाना पैसा कमाने का जरिया नहीं है। बल्कि मानव जीवन का धन्य बनाने का अवसर भी देश सेवा के माध्यम से मिलता है। उनका कहना है कि ऐसा नहीं कि बेटे में दूसरे क्षेत्र में काम की काबीलियत नहीं थी। सैनिक स्कूल में टॉपर होने के साथ ही आइआइटी क्वालीफाई भी किया लेकिन हमारी इच्छा पता चली तो उसने सेना में जाने का निर्णय लिया। इनदिनों मेजर के रूप में सेना में तैनात है।


कोरोना काल में योगा बड़ा सहारा
इस बार फादर्स डे और विश्व योग दिवस एक ही दिन २१ जून को है। रिटायर्ड सुबेदार मणिराज प्रसाद बताते हैं कि सेना में जाने वाला हर व्यक्ति नियमित अभ्यास की वजह से स्वस्थ होता है। योग का वह भी सहारा लेता है। उनका कहना है कि योग आंतरिक शक्ति को मजबूत करता है। कोरोना संक्रमण के इस काल में योग बड़ा सहारा है, इसलिए फिट रहना है तो सभी को योग नियमित करना होगा।