कांग्रेस के इस आशिक मिजाज विधायक पर रेप का केस होने से चुनाव आते ही पार्टी में मची खलबली, ब्लैकमेल और अप्राकृतिक संबंध का भी आरोप

 
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पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार के खिलाफ उनकी पत्नी ने रेप का केस दर्ज कराया है। उसने पहले जबलपुर थाने में शिकायत की थी, जहां से धार पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद धार पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया। विधायक की 38 वर्षीय पत्नी ने मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है।

धार SP आदित्य प्रताप सिंह ने केस दर्ज होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर दुष्कर्म सहित अप्राकृतिक कृत्य की धारा 376, 377, 498 ए सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

आदिवासी विधायक उमंग सिंघार MP की पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार में वन मंत्री रहे हैं। सिंघार धार जिले की गंधवानी विधानसभा से 3 बार के विधायक हैं। सिंघार कांग्रेस में राष्ट्रीय सचिव होने के साथ ही कई प्रदेशों के प्रभारी भी हैं।

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पढ़िए विधायक की पत्नी ने FIR में क्या लिखवाया
'मैं PWD के पीछे धार में रहती हूं। मेरे पति उमंग सिंघार से मेरी जान पहचान पब्लिक प्रोग्राम में हुई थी। तब से मेरी उमंग सिंघार से फोन पर बातचीत होने लगी। उमंग सिंघार ने मुझसे कहा था कि मैं तुमसे शादी करूंगा। तुम मेरे साथ चलो। मैं उनके साथ भोपाल में और धार में भी रही। धार में PWD के ऑफिस के पीछे रही।

यहां पर उमंग सिंघार ने मुझे शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए। फिर मैंने उमंग से शादी करने का बोला तो आनाकानी करने लगे। मैंने उन्हें बोला कि तुमने मेरा इतने दिन शारीरिक शोषण किया। अब तुम शादी के लिए मना कर रहे हो। मैं तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई करूंगी। इस पर उमंग सिंघार ने मुझसे दिनांक 16 अप्रैल 2022 को भोपाल में शादी कर ली। शादी के बाद मेरे पति उमंग सिंघार का बर्ताव मेरे साथ बदल गया। वे मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे।

शादी के 2 माह बाद ही मेरे पति मुझसे लगातार गाली-गलौज करने लगे। मेरी इच्छा के विरूद्ध मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाते थे। मैं मना करती थी तो बेरहमी से मारपीट करते थे। मुझे धक्का देते थे और कई बार मुझे जान से मारने की धमकी देते थे। मेरे अश्लील वीडियो बनाकर मुझे ब्लैकमेल करते थे। मेरे साथ अप्राकृतिक संबंध बनाते थे। कुछ सामान लेकर आते थे अलग-अलग प्रकार के और उनका उपयोग करने को कहते थे। फिर दिखाने को भी कहते थे। कुछ ऐसा कृत्य करने को भी मजबूर करते थे, जिनके लिए मैं शारीरिक व मानसिक रूप से तैयार नहीं रहती थी। फिर वो भी मेरे साथ करते थे।

26 अक्टूबर 2022 को मेरे पति ने शराब पीकर मुझे कई बार बोला कि जमीन में जो कट्टा गढ़ा है, उसे लेकर आओ आज तुम्हारा काम खत्म कर देते हैं। उसके बाद मेरा हाथ पकड़ा और मुझे जबरदस्ती बालकनी से लटका दिया था, तब भी मैंने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई थी। 27 अक्टूबर 2022 को दोपहर 12 बजे धार में जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की। मैंने मना किया तो मेरे साथ मारपीट की और मेरा रेप किया। इसके बाद मुझे कमरे में बंद कर दिया। मैंने उसी दिन करीब 3 बजे पुलिस 100 डायल को फोन किया। इसके कुछ देर बाद पुलिस आई। फिर पुलिस के जाने के बाद मुझसे मेरे पति ने मोबाइल छीना और मुझे कमरे में दोबारा बंद कर दिया। मेरे पति की बहन टीना उर्फ शिवानी जिसका तलाक हो चुका है, वो आए दिन धार वाले घर पर आती-जाती है। उसने पुलिस को बाहर से ही रवाना कर दिया था। उसके बाद मैं बहुत डर गई।

इसके बाद 02 नवंबर 2022 को फिर मेरे साथ जोर जबरदस्ती की गई और उमंग सिंघार बार-बार बोल रहा था तुझे खत्म ही कर दूंगा। जैसे पहली वाली अंकिता को मारा है, ऐसे ही तुमको मार दूंगा। किसी को कुछ पता भी नहीं चलेगा। इस पर फिर मैंने रात 9-10 बजे के लगभग पुलिस को फोन किया, तब पुलिस घर के अंदर आई। पुलिस ने मुझे छुड़ाया। इस पर सिंघार ने काफी देर तक पुलिस को रोककर रखा। पुलिस पर अपना रौब दिखाने की कोशिश की। पुलिस मुझे थाना नौगांव धार ले गई, जहां मैने पति के विरुद्ध आवेदन दिया था। जिस पर उस समय मेरे द्वारा लिखित में एफआईआर नहीं करने के संबंध में दिया गया था। पर थाने में मुझे पता चला कि मेरे पति ने थोड़ी देर पहले मुझ पर घर में काम करने वाली नौकरानी से मेरे ऊपर झूठी शिकायत थाने में करवाई है, जबकि गायत्री का पति गणेश मेरे पति के पास कई वर्षों से काम कर रहा है। मेरे पति ने गणेश के नाम से बेनामी संपत्ति ले रखी है। ये सब जालसाजी मेरे पति द्वारा की गई है।

परिवार की प्रतिष्ठा और डर से थी चुप
सिंघार के द्वारा सेक्टर-43 हाउस नंबर 7517 में भी मेरे साथ मारपीट की गई थी और अनैतिक कृत्य भी किया गया था। उस समय सिंघार ने दोस्तों को भी घर बुला रखा था। ऐसे में जबरदस्ती का विरोध करना काफी मुश्किल रहा। आवाज सुनकर घर के ऊपर रहने वाले पड़ोसियों ने 100 डायल पर फोन कर पुलिस को बुलाया। पुलिस घर आई उस दिन भी सिंघार ने पुलिस को भगा दिया, जिसकी शिकायत मैंने थाना सेक्टर-43 में दर्ज कराई थी। मेरे पति द्वारा लगातार मुझे जान से मारने की धमकियां देकर मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है और दबाव बनाया जा रहा है कि मैं अपना मुंह बंद रखूं। सिंघार लगातार मेरे विरुद्ध जालसाजी कर मुझे झूठे प्रकरण में फंसाने की कोशिश कर रहा है। मैं पिछले 4 महीने से प्रताड़ित हो रही हूं। अपने परिवार की प्रतिष्ठा और पति के डर से चुप थी, लेकिन अब अति होने के बाद मैंने ये FIR की है।'

सिंघार बोले- मुझ पर झूठे आरोप लगा रही है
केस दर्ज होने के बाद उमंग सिंघार का एक शिकायती आवेदन भी सामने आया। विधायक उमंग सिंघार ने कहा कि मुझे बदनाम करने और मेरी प्रतिष्ठा खराब करने के लिए षड्यंत्र किया जा रहा है। उसने मुझसे 10 करोड़ रुपए मांगे थे। पैसे नहीं देने पर मेरा राजनीतिक करियर खत्म करने और पुलिस में शिकायत करने की धमकी दे रही थी। पिछले कई दिनों से वह मानसिक रूप से भी प्रताड़ित कर रही थी। उसने मुझसे मारपीट और गाली-गलौज भी की। इस वजह से मैंने भी पुलिस में 2 नवंबर को उसके खिलाफ आवेदन दिया था।

उमंग सिंघार ने बताया कि मैं आदिवासी समाज से आता हूं, इसलिए राजनीतिक षड्यंत्र करके मुझे फंसाया जा रहा है। पत्नी ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल भी किया। आवेदन में यह भी बताया था कि 16 अप्रैल 2022 उनका विवाह हुआ है, जिसके बाद से ही पत्नी लगातार उन्हें ब्लैकमेल कर रही थी। उसने शादी केवल रुपए के लिए की है।

सिंघार बोले- मैं कोर्ट में न्याय मागूंगा
उमंग सिंगार ने कहा- समझ नहीं आ रहा है कि, इस प्रकार की राजनीतिक षड़यंत्र क्यों रचा जा रहा है। जो नेता इसे रच रहे हैं, वे इतनी गंदी राजनीति नहीं करें। मैंने गंधवानी में ईमानदारी से काम करता रहूंगा। इस महिला ने जो जो आरोप लगाए हैं, यह हमारा निजी मामला है। जब कोई व्यक्ति अपने परिवार के खिलाफ ऐसे आरोप लगाता है तो दुख होता है। मैं उनका सम्मान करता हूं। जिस प्रकार से उन्होंने मुझे मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया, उसे लेकर आवेदन पुलिस को दिया था। उस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह प्रताड़ना पिछले 6 महीने से झेल रहा था। मेरी स्थिति ऐसी हो गई थी कि मैं सुसाइड कर लूं। हालांकि मैंने जनता की सेवा करना चुना। मैं कोर्ट ने न्याय की मांग करूंगा।

एसपी बोले- विधायक का शिकायती आवेदन नहीं मिला
धार एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि 2 नवंबर की रात को दोनों पक्षों के लोग थाने पहुंचे थे। महिला की ओर से आवेदन दिया गया था और कार्रवाई की मांग की गई थी, लेकिन बाद में महिला द्वारा कार्रवाई नहीं करने के लिए आवेदन किया गया था, लिहाजा कार्रवाई नहीं की गई थी। दूसरी बार आवेदन करने के बाद कार्रवाई की गई है। वहीं, उमंग सिंघार के आवेदन के बारे में धार एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि अभी तक ऐसा कोई लेटर मिला नहीं है, फिर भी जांच कर रहे हैं। बता दें कि सिंघार के द्वारा दिए गए शिकायती आवेदन पर नौंगांव थाने की सील और साइन लगी हुई है। सीएसपी धार देवेंद्र सिंह धुर्वे ने बताया कि विधायक के खिलाफ जो मामला दर्ज हुआ है। उनकी तलाश के लिए धार स्थित उनके बंगले पर टीम आई थी। इसमें टीआई नौगांव और महिला एसआई शामिल थीं। परमिशन लेकर सर्चिंग की गई, लेकिन विधायक नहीं मिले।

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