Lawyers On Strike In MP : 52 जिलों के न्यायालयों में वकीलों की हड़ताल जारी : रीवा में रोजाना 35 पेशी सिविल केस, 70 पेशी क्रिमिनल केस प्रभावित

 
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Lawyers On Strike In MP ; गुरुवार से हाईकोर्ट समेत सभी 52 जिलों के न्यायालयों में वकीलों की हड़ताल जारी है। इस हड़ताल में स्टेट बार एसोसिएशन भी शामिल है। वकीलों की मांग है कि पुराने 25-25 प्रकरणों की समयावधि 3-3 माह समाप्त की जाए। पुराने प्रकरणों की सुनवाई शुक्रवार, शनिवार को हो। बाकी प्रकरणों की सुनवाई नियमित रूप से की जाए। छोटे-छोटे प्रथम अपराधी की जमानत सेशन कोर्ट से निरस्त की जाती है। इस कारण हाईकोर्ट में केस पेंडिंग हो रहे हैं।

बता दे की 3 महीने में 25 केस निपटाने के मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि मलिमठ के आदेश के खिलाफ प्रदेशभर के वकील 23 मार्च से हड़ताल पर हैं। 24 मार्च को हाईकोर्ट (जबलपुर) ने वकीलों से तत्काल काम पर लौटने को कहा। 10 पेज के आदेश में कोर्ट ने साफ तौर पर कहा कि यदि इसका पालन नहीं हुआ, तो इसे कोर्ट की अवमानना माना जाएगा। लेकिन, वकीलों की हड़ताल आज 5वें दिन भी जारी है।

सोमवार को स्टेट बार काउंसिल की सामान्य सभा की बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि 29 मार्च तक प्रदेशभर के सभी वकील न्यायालयीन कार्य नहीं करेंगे। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस द्वारा कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट के नोटिस से वकीलों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। ऐसे में दोबारा 28-29 को प्रदेशभर में प्रतिवाद दिवस रहेगा। 29 मार्च को फिर से बैठक में आगे की रणनीति बनाई जाएगी।

भले ही वकील हड़ताल पर हैं, लेकिन न्यायाधीश नियमित कोर्ट में बैठ रहे हैं और फैसले भी दे रहे हैं। पक्षकारों को बिना वकील कोर्ट में खुद पेश होना पड़ रहा है। ग्वालियर में एक पिता ने बेटे की पैरवी कर उसे जमानत दिलाई। जबलपुर में रेप पीड़िता खुद पेश हुई।

इन जिलों का हाल जान लीजिए

  • भिंड: वादी-प्रतिवादी पक्षकार कम आए। सुनवाई नहीं हुई। जज भी खाली बैठे रहे।
  • छिंदवाड़ा: कोर्ट में सन्नाटा पसरा रहा। जानकारी होने की वजह से कोई कोर्ट नहीं आया।
  • रायसेन: 17 किलोमीटर दूर से आए पक्षकार बहादुर सिंह पर अतिक्रमण केस चल रहा है। वे परेशान दिखे।
  • नीमच: 350 से ज्यादा वकील हड़ताल पर हैं। हरदा, सतना, सीहोर में भी कामकाज ठप है।
  • बुरहानपुर: कहा जा रहा है कि जो पक्षकार हाजिर नहीं हो रहे, उनके खिलाफ वारंट की तैयारी चल रही है।
  • रीवा: जजों की 13, 10 मजिस्ट्रेट अदालतें लगती हैं। रोजाना 35 पेशी सिविल केस, 70 पेशी क्रिमिनल केस प्रभावित हो रहे हैं।
  • सागर: कोर्ट में 36 न्यायालय हैं। रोजाना 100 से 150 मामलों में सुनवाई होती है। जो अब प्रभावित है।
  • नर्मदापुरम: डिस्ट्रिक्ट, सेशन, फैमिली समेत अन्य कोर्ट में हर दिन 1000 से 1200 ज्यादा केस प्रभावित हो रहे हैं।
  • गुना: तीसरे दिन भी वकील हड़ताल पर रहे। दो दिन में कोर्ट में 57 केसों का निराकरण किया गया।

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