बॉलीवुड को किसका इंतज़ार? दाऊद-लॉरेंस के बाद अब 'गोल्डी-रोहित' गैंग की एंट्री! दिशा पाटनी के घर फायरिंग, क्या मुंबई का तख्त अब बरेली से हिलेगा?

12 सितंबर, 2025 की रात 3:36 बजे, उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में एक सनसनीखेज घटना हुई। सफेद बाइक पर सवार दो युवकों ने बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर 11 राउंड फायरिंग की। यह पूरी घटना सिर्फ 30 सेकंड में हुई और इसके बाद शूटर फरार हो गए। एक फेसबुक पोस्ट पर गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने इसकी जिम्मेदारी ली। पोस्ट में दावा किया गया कि यह फायरिंग दिशा की बहन खुशबू पाटनी द्वारा कथावाचक अनिरुद्धाचार्य और प्रेमानंद महाराज का अपमान करने की वजह से की गई थी।
हालांकि, मीडिया से बातचीत में यूपी एसटीएफ के अधिकारियों ने इस दावे को खारिज कर दिया। उनका कहना है कि यह फायरिंग किसी धार्मिक अपमान के कारण नहीं, बल्कि बॉलीवुड में दहशत फैलाने और यूपी में अपना नेटवर्क स्थापित करने की सोची-समझी साजिश का हिस्सा है।
2. लॉरेंस vs गोल्डी: दो गैंग्स का एक जैसा पैटर्न, क्या होगा गैंगवार?
यह घटना 14 अप्रैल, 2024 को मुंबई में सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग से मिलती-जुलती है। उस समय लॉरेंस गैंग ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। दिलचस्प बात यह है कि उस समय गोल्डी बराड़ लॉरेंस गैंग का ही हिस्सा था। बाद में, लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई से पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद के बाद गोल्डी बराड़ अलग हो गया।
जांच से पता चला है कि दोनों घटनाओं में काम करने का पैटर्न बिल्कुल एक जैसा था: बाइक पर सवार दो शूटरों ने रात के अंधेरे में फायरिंग की। यूपी एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा भले ही लॉरेंस से अलग हो गए हों, लेकिन उनके काम करने का तरीका वही है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या लॉरेंस और गोल्डी बराड़-रोहित गोदारा के बीच वर्चस्व की लड़ाई एक गैंगवार को जन्म देने वाली है?
3. नए शूटर और 3000 रुपए की डील: गैंगस्टर कैसे बना रहे हैं अपना नेटवर्क?
इस मामले की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। यूपी एसटीएफ के एएसपी राज कुमार मिश्रा ने बताया कि दिशा पाटनी के घर पर दो बार फायरिंग हुई। पहली घटना 11 सितंबर की रात 4 बजे हुई, जिसमें शूटर नकुल और विजय ने सिर्फ एक गोली चलाई और भाग गए। यह खबर मीडिया में नहीं आई, इसलिए अगले ही दिन 12 सितंबर को रविंद्र और अरुण ने दोबारा आकर 11 राउंड फायरिंग की। इसका वीडियो सामने आने के बाद मामला चर्चा में आया।
यह भी पता चला है कि 11 सितंबर को फायरिंग करने वाले नकुल और विजय नए शूटर थे। उन्हें इस पहले क्राइम के लिए सिर्फ तीन हजार रुपए और कुछ समय के लिए पिस्टल दी गई थी। एसटीएफ के अनुसार, यह गैंग्स का नया तरीका है, जिसमें वे छोटे-छोटे काम देकर युवाओं को अपने नेटवर्क में जोड़ते हैं।
4. धमकी, दहशत और उगाही: क्या है गैंग्स का असली मकसद?
जांच एजेंसियों का मानना है कि धर्म और सनातन का नाम सिर्फ एक मुखौटा है। गैंगस्टरों का असली मकसद दहशत फैलाना है, ताकि वे बड़े कारोबारियों और बॉलीवुड हस्तियों से लाखों-करोड़ों की उगाही कर सकें। दिशा पाटनी को इसलिए निशाना बनाया गया ताकि उनका नाम चर्चा में आए। पोस्ट में भी इसका संकेत दिया गया है, जिसमें लिखा है, "ये संदेश सिर्फ इनके लिए नहीं, बल्कि फिल्म जगत के कलाकार और उनसे जुड़े लोगों के लिए भी है।"
यूपी में अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे माफियाओं के नेटवर्क खत्म होने के बाद, गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा अब यहां अपनी धाक जमाना चाहते हैं।
5. जांच एजेंसियों का खुलासा: कैसे नाकाम हुई यह साजिश?
यूपी एसटीएफ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत जांच शुरू की। उन्होंने सीसीटीवी फुटेज, शूटर्स की चैट और कॉल डिटेल्स को खंगाला। इससे पता चला कि गैंग रविंद्र को एक बड़े गैंगस्टर के तौर पर स्थापित करना चाहता था।
लेकिन, एसटीएफ को रविंद्र और अरुण के गाजियाबाद आने की जानकारी मिली। पुलिस ने उन्हें घेरने की कोशिश की, जिसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग हुई। जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश एनकाउंटर में मारे गए। पुलिस के मुताबिक, दोनों के पास से करीब 15 लाख रुपए की जिगाना पिस्टल मिली, जो तीन साल पहले नेपाल से लाई गई थी। यह पिस्टल लॉरेंस गैंग के लिए मंगाई गई थी, जिसे अब गोल्डी बराड़ का नेटवर्क इस्तेमाल कर रहा था।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: दिशा पाटनी के घर फायरिंग कब और कहाँ हुई?
A1: रिपोर्ट के अनुसार, 12 सितंबर, 2025 को यूपी के बरेली शहर में।
Q2: फायरिंग की जिम्मेदारी किस गैंगस्टर ने ली?
A2: गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने।
Q3: लॉरेंस और गोल्डी बराड़ अलग क्यों हुए?
A3: सूत्रों के अनुसार, लॉरेंस के भाई अनमोल से पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद के बाद गोल्डी बराड़ अलग हो गया था।
Q4: फायरिंग में किस तरह की पिस्टल इस्तेमाल हुई?
A4: जांच में जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल पाया गया।