छतरपुर में निर्भया जैसी दर्दनाक घटना : निर्वस्त्र और बेहोश मिली युवती ने गैंगरेप का लगाया आरोप, 9 आरोपियों पर FIR दर्ज : SIT गठित

 
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MP NEWS : छतरपुर से सटी उत्तर प्रदेश की सीमा में निर्वस्त्र और बेहोश मिली युवती ने गैंगरेप का आरोप लगाया है। आरोप छतरपुर के राजनगर थाने में पदस्थ कॉन्स्टेबल और उसके 8 परिजन पर हैं। युवती ने शिकायत में बताया कि कॉन्स्टेबल पर रेप का एक केस पहले से दर्ज है। आरोपियों ने ये केस वापस लेने का दबाव बनाया। अस्पताल में भर्ती युवती की शिकायत पर 9 आरोपियों पर किडनैपिंग, मारपीट और गैंगरेप की FIR दर्ज की गई है। आरोपियों में एक महिला भी है। SP ने कॉन्स्टेबल जांच के लिए SIT का गठन किया है।

युवती नौगांव-अलीपुरा नेशनल हाईवे-39 के‎ किनारे उत्तर प्रदेश की सीमा पर रखी एक गुमटी‎ के पीछे बुधवार सुबह मिली थी। पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने‎ बताया कि घटनास्थल महोबा जिला (उत्तर प्रदेश)‎ होने के कारण महोबा पुलिस पहले युवती‎ को नौगांव सिविल अस्पताल ले गई। इसके‎ बाद हालात गंभीर होने पर जिला अस्पताल‎ लाया गया।

युवती के होश में आने के बाद‎ महोबा और छतरपुर पुलिस ने बयान लिए। उसने घटना छतरपुर की बताई।‎‎ युवती ने बताया कि कॉन्स्टेबल संजय तिवारी पर रेप का केस चल रहा है। केस होने के बाद से वो फरार था। एसपी ने उसे निलंबित कर दिया था। इसी केस की पेशी के लिए वह डेढ़ महीने पहले छतरपुर आई थी। तब आरोपी और उसके परिवार के लोगों ने उसे किडनैप कर अलग-अलग जगह रखा, पीटा और गैंगरेप किया। उधर, आरोपी परिवार की ओर से भी युवती को षड्यंत्रकारी बताते हुए SP से शिकायत की गई है। आरोपी कॉन्स्टेबल और उसका परिवार टीकमगढ़ के खरों गांव का रहने वाला है।

पीड़ित ने पुलिस को क्या बताया

22 साल की पीड़िता उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की रहने वाली है। उसने बताया कि संजय तिवारी ने उसके साथ रेप किया था। इसकी शिकायत उसने 14 फरवरी को महिला थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस के बुलाने पर वह 17 मार्च 2023 को छतरपुर आई थी। अगले दिन सुबह 9 बजे टीकमगढ़ चली गई। इसी दिन रात 9.30 बजे छतरपुर आई।

रेलवे स्टेशन से फोन पर बात करते हुए बाहर निकली। स्टेशन के बाहर जहां झंडा लगा है, उससे करीब 20 कदम आगे पहुंची, वहां अजय तिवारी ने फोन छीन लिया। उसके पीछे दौड़ी तो आगे संजय तिवारी, उसके मौसा, महेश, भाई महेंद्र व अन्य लोग मिले। आरोपी उसे कार में डालकर ले गए।

संजय तिवारी, मनीष और महेंद्र ने उसके साथ कई बार रेप किया। संजय के पिता ब्रजकिशोर तिवारी, चाचा शिवदयाल, बड़ी बहन संगीता व अन्य ने पुराना रेप केस वापस लेने का दबाव बनाया। सभी ने मारपीट की। 26 अप्रैल की सुबह 4 बजे संजय के पिता, बहन और चाचा एक कार से उसे हाईवे किनारे फेंककर चले गए। छोड़ने से पहले शीशी में बदबू वाली दवा भी पिलाई थी। इससे पहले रात में भी संजय, महेंद्र और मनीष ने रेप किया।

युवती बुधवार सुबह नौगांव - अलीपुरा नेशनल हाईवे-39 फोरलेन के‎ किनारे यूपी की सीमा पर रखी एक गुमटी‎ के पीछे मिली थी। उसका छतरपुर के जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।

युवती का छतरपुर के जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।

कॉन्स्टेबल निलंबित,‎ SIT गठित

SP अमित सांघी ने बताया‎ कि मामले में आरोपी बनाए‎ गए कॉन्स्टेबल संजय तिवारी पर केस दर्ज‎ हुआ है। कॉन्स्टेबल सहित 9 लोगों को‎ आरोपी बनाया गया है।‎ कॉन्स्टेबल का नाम सामने आने‎ पर उसको निलंबित कर दिया‎ है। साथ ही मामले की जांच‎ के लिए SIT गठित की‎ है, जिसमें महिला निरीक्षक,‎ सिविल लाइन थाना प्रभारी‎ सहित अन्य अधिकारियों को‎ शामिल किया है।

आरोपी बोले, षड्यंत्रकारी है युवती

गुरुवार को FIR होने के बाद आरोपी निलंबित कॉन्स्टेबल संजय तिवारी का परिवार छतरपुर पुलिस अधीक्षक के पास एक शिकायती आवेदन लेकर पहुंचा। कहा कि युवती षड्यंत्रकारी है। वह कई बार लोगों पर झूठे केस दर्ज करा चुकी है। संजय के रिश्तेदार दिलीप ने कहा कि रुपए ऐंठने के लिए उसने झूठा केस कराया है। 17 अप्रैल को वह संजय के पिता से रुपए की डिमांड करने उनके गांव खरों भी गई थी। तब उन्होंने थाने में शिकायत भी की थी। युवती ने हरदोई जिले में भी एक अन्य कॉन्स्टेबल सूरज प्रसाद पांडे पर रेप का केस कराया था। जांच में पुलिस ने इसे झूठा पाते हुए खात्मा लगा दिया था।

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