LOVE STORY : प्यार में पहल बुरी बात नहीं, ना करें इशारे का इंतजार
आज ऐसे कई मामले सामने आते है कि लड़का-लड़की दोनों एक दूसरे को पसंद करते थे और शादी जैसे पवित्र बंधन में बंधने के सुनहरे सपने देखते थे लेकिन धीरे-धीरे दिन, महीने, साल गुजर गये और उनके दिल की बात दिल ही में दबकर रह गई।
काश दिल की बात कह देते:
अपनी शादी के कई वर्ष बीत जाने के बाद आज भी वे पश्चाताप के आंसू बहाते हुए कहते हैं कि काश उस लड़के या लड़की से अपने दिल की बात कह दी होती तो आज वो हमारे होते। कुछ लड़के लड़कियां ऐसे हैं जो अपने शर्मीले स्वभाव के कारण अथवा माता-पिता के डर से प्रेम प्रसंगों पर पहल करने में आज भी पीछे हैं।
प्रेम पहल और लड़कों की सोच:
कुछ लड़कों का स्वभाव शर्मीला होता है। वे सोचते हैं कि मैं उस लड़की से अपने दिल की बात कैसे कहूं? अगर उसने इंकार कर दिया तो या फिर कुछ बुरा भला कहकर दो-चार लोगों को इकट्ठा कर लिया तो क्या होगा?
कुछ लड़के संकोच या भयवश चुपके से अपनी दिल की बात किसी पत्र के माध्यम से बताते हैं क्योंकि प्रथम बार इस मामले पर बात करने से वो उस लड़की से डरते हैं।