MP : 150 की ऑक्सीजन 400-800 रुपए में, 600 रुपए का फ्लोमीटर 2500 से 5000 रुपए में बेच रहे, खाली सिलेंडर का किराया भी 3 हजार रुपए

 

MP : 150 की ऑक्सीजन 400-800 रुपए में, 600 रुपए का फ्लोमीटर 2500 से 5000 रुपए में बेच रहे, खाली सिलेंडर का किराया भी 3 हजार रुपए

ग्वालियर। एक तरफ शहर के निजी अस्पतालाें में कोरोना संक्रमितों के इलाज पर उनके परिजन को लाखाें रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं ताे दूसरी ओर अब शहर में सांसाें के साैदागर भी सक्रिय हाे गए हैं। ऐसे काराेबारी महामारी में भी अवसर ढूंढ़ रहे हैं। ये मरीज और उनके परिजन से ऑक्सीजन, फ्लाे मीटर, यहां तक कि खाली सिलेंडर के भी मनमाने दाम वसूल रहे हैं। 150 रुपए की ऑक्सीजन के एवज में री-फिलिंग प्लांट के कर्ताधर्ता 400 से 800 रुपए तक वसूल रहे हैं।

यही नहीं 600 रुपए का ऑक्सीजन फ्लोमीटर भी 2500 से 5000 रुपए में इन सेंटराें से बेचा जा रहा है। बाजार में ऑक्सीजन के खाली सिलेंडरों की किल्लत बताकर प्लांट पर ऑक्सीजन सिलेंडर लेने के लिए 10 से 15 हजार रुपए डिपाॅजिट लिए जा रहे हैं। इसमें सिलेंडर का किराया भी 3 हजार रुपए तक वसूल किया जा रहा है।

स्टिंग 1: फ्लोमीटर के बिना नहीं बनेगा काम, 2500 रु. लगेंगे

स्थान- किलागेट स्थित सेंटर। यहां से खाली सिलेंडर मालनपुर स्थित विशाल एयर के प्लांट में भेजे जाते हैं और वहां से रिफिल होकर यहां आते हैं। आमजन काे यहां से ऑक्सीजन सिलेंडर मिलते हैं।

रिपोर्टर- 1 ऑक्सीजन सिलेंडर चाहिए।

प्लांट कर्मचारी चिंटू गुप्ता- खाली सिलेंडर नहीं है। आप ले आओ, हम रिफिल कर देंगे।

रिपोर्टर- खाली सिलेंडर कहा मिलेंगे। आप ही दे दो। जो लगे बता दो।

प्लांट कर्मचारी - हमारे पास होते तो आपसे अभी 10 हजार रुपए डिपाॅजिट करा लेते, लेकिन है ही नहीं। आप ले आओ हम रिफिल कर देंगे।

रिपोर्टर- रिफिल कितने में कर दोगे।

प्लांट कर्मचारी- 400 रुपए लगेंगे।

रिपोर्टर- आपके यहां पर ये ऑक्सीजन फ्लोमीटर भी बेचे जा रहे हैं।

प्लांट कर्मचारी- हां, इसके बिना ऑक्सीजन सिलेंडर किसी काम का नहीं है। हम इसे 2500 रुपए में बेच रहे हैं।

रिपोर्टर- महंगा बता रहे हो।

प्लांट कर्मचारी- महंगा नहीं, बहुत सस्ते में दे रहे हैं। कुछ लोग हमसे 2500 रुपए में लेकर उसी फ्लोमीटर को बाजार में 5 से 6 हजार रुपए में बेच रहे हैं।

स्टिंग 2: पटवारी बोला- 800 रुपए में गैस री-फिलिंग सस्ती है

स्थान- तानसेन नगर स्थित एमके एयर प्रोडक्ट का गैस प्लांट। यहां तैनात पटवारी शिवम द्विवेदी ने स्वीकार किया कि गैस री-फिलिंग और सिलेंडर के लिए ज्यादा पैसे लिए जा रहे हैं।

पटवारी ने कहा- 10 से 15 हजार सिलेंडर का डिपाॅजिट लगेगा, इसमें से 2 से 3 हजार रुपए किराया कटेगा।

रिपोर्टर- हमको एक ऑक्सीजन सिलेंडर चाहिए। प्लांट का स्टाफ दे नहीं रहा है, बोल रहा है कि खाली सिलेंडर लेकर आओ। वो हम कहां से लाएं।

पटवारी शिवम द्विवेदी- खाली सिलेंडरों की शॉर्टेज है। ये लोग नहीं देंगे। आप खाली ले आओ, यहां री-फिलिंग हो जाएगी।

रिपोर्टर- कितने पैसे लगेंगे गैस री-फिलिंग के यहां पर।

पटवारी- 10 से 15 हजार रुपए डिपाॅजिट होंगे, उसी में 2 से 3 हजार रुपए सिलेंडर का किराया लेते हैं। 600 से 800 रुपए तक में गैस री-फिलिंग हो रही है।

रिपोर्टर- पर यह तो ज्यादा है। 150 या 200 रुपए में हो जाना चाहिए।

पटवारी- ऑक्सीजन की इतनी शॉर्टेज है, मैंने खुद कुछ दिन पहले यहां पर 5 हजार में री-फिलिंग होते देखी है

सिर्फ गैस का ही दाम ले सकते हैं

मैं इस बारे में पता लगाता हूं। गैस प्लांट काे सिलेंडर का किराया नहीं लेना चाहिए। गैस का ही दाम वसूल किया जाना चाहिए। ऑक्सीजन फ्लोमीटर की कालाबाजारी को लेकर भी मैं पता लगवाता हूं।

प्रदीप तोमर, एसडीएम एवं ऑक्सीजन सप्लाई व्यवस्था के नोडल ऑफिसर

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