इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की शिलांग में हत्या: पत्नी सोनम पर लगा मर्डर करवाने का आरोप, 6 लोग गिरफ्तार

 
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इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की मेघालय के शिलांग में हत्या कर दी गई है। इस मामले में 17 दिनों से लापता उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी अब उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर मिली हैं। मेघालय के डीजीपी आई नोंगरांग ने चौंकाने वाला दावा किया है कि सोनम ने ही पेशेवर हत्यारों को सुपारी देकर पति की हत्या करवाई थी। इस मामले में अब तक तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें से दो इंदौर से और एक ललितपुर (यूपी) से है। एक अन्य हमलावर की तलाश जारी है।

कब और कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम?

  • 11 मई: राजा रघुवंशी और सोनम की शादी हुई।
  • 20 मई: हनीमून के लिए शिलांग के लिए रवाना हुए। पहले गुवाहाटी में मां कामाख्या के दर्शन किए।
  • 23 मई: मेघालय के शिलांग पहुंचे।
  • 24 मई: दोनों के मोबाइल बंद हो गए, जिसके बाद परिवार को चिंता हुई।
  • 25 मई: राजा के भाई विपिन और सोनम के भाई गोविंद इंदौर से शिलांग पहुंचे और उनकी तलाश शुरू की।
  • तलाशी के दौरान मिले सुराग:
    • राजा की किराए की मोपेड मिली।
    • एक लाल और नीले रंग की जैकेट मिली, जिस पर खून के निशान थे।
    • शिलांग के एक गाइड ने बताया कि राजा और सोनम के साथ तीन अन्य युवक भी थे, जो उनसे आगे चल रहे थे और हिंदी में बात कर रहे थे।
    • पुलिस का शुरुआती रवैया ढीला रहा, लेकिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और सांसद शंकर लालवानी की दखल के बाद जांच में तेजी आई।
  • 9 जून (रविवार देर रात): सोनम रघुवंशी गाजीपुर के नंदगंज स्थित काशी ढाबा पर बदहवास हालत में मिलीं। ढाबा मालिक साहिल यादव ने बताया कि सोनम ने उनसे फोन मांगा और अपनी फैमिली से बात की, जिस दौरान वह रो रही थीं।
  • मेघालय डीजीपी का दावा: मेघालय डीजीपी आई नोंगरांग ने पुष्टि की कि राजा की हत्या पेशेवर हत्यारों ने की थी, जिन्हें उनकी पत्नी सोनम ने ही सुपारी दी थी।
  • गिरफ्तारियां: वारदात में शामिल तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है - इनमें दो इंदौर से और एक ललितपुर (यूपी) से हैं।

सोनम की बरामदगी और परिवार का पक्ष

गाजीपुर एसपी डॉ. ईरज राजा के मुताबिक, गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों ने सोनम को ढाबे पर बेहोशी की हालत में देखा। प्राथमिक चेकअप के बाद उन्हें गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोनम से कोई पूछताछ नहीं की है और उन्हें मेघालय पुलिस को सौंपा जाएगा।

हालांकि, सोनम के पिता देवी सिंह ने पुलिस के दावे को झूठा बताया है। उनका कहना है कि उनकी बेटी बेगुनाह है और पुलिस उसे फंसाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सोनम ने खुद ढाबे वाले से फोन लेकर अपने भाई गोविंद को फोन किया था, तभी परिवार को उसकी जानकारी मिली।

राजा की मां उमा ने सोनम के शरीर पर कोई खरोंच न देखकर संदेह व्यक्त किया और कहा कि शिलांग जाने का प्लान सोनम ने ही बनाया था और टिकट भी उसी ने बुक कराई थी। राजा के भाई विपिन ने भी मेघालय पुलिस के ढीले रवैये पर सवाल उठाए हैं और कहा कि जब तक सोनम खुद अपना अपराध कबूल नहीं करती, वे उसे दोषी नहीं मानेंगे।

आगे की जांच

फिलहाल, सोनम गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर में हैं और मेघालय पुलिस के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है ताकि उन्हें आगे की पूछताछ के लिए ले जाया जा सके। इस मामले में एक अन्य हमलावर की तलाश अभी जारी है, और जांच से और भी खुलासे होने की उम्मीद है।

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