अगले 4 दिन सावधान! मध्य प्रदेश में होगी अति भारी बारिश, जानें अपने जिले का हाल

ऋतुराज द्विवेदी, रीवा/भोपाल। (राज्य ब्यूरो) मध्य प्रदेश में इस बार मानसून का जादू बरकरार है और राज्य में सामान्य से 21% अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिससे किसानों और आम जनता दोनों के चेहरे खिले हुए हैं। इस साल प्रदेश में अब तक 37.8 इंच बारिश हो चुकी है, जो कि सामान्य औसत 37 इंच से अधिक है। अब एक नया मौसम तंत्र सक्रिय हो रहा है, जिसके कारण अगले चार दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। क्या आज एमपी में बारिश होगी? यह सवाल हर किसी के मन में है, और जवाब है- हाँ, पूरे राज्य में बारिश का दौर जारी रहेगा, लेकिन कुछ ज़िलों में विशेष रूप से सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
नए वेदर सिस्टम का दिखेगा असर: भारी बारिश का अलर्ट
आज, 2 सितंबर, को उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है, जो राज्य में तेज बारिश का कारण बनेगा। इसके प्रभाव से आगामी 3 दिनों में खास करके इंदौर और उज्जैन संभाग में बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी। मौसम विभाग के अनुसार, आज 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जहाँ 2.5 से 4.5 इंच तक वर्षा हो सकती है। ये ज़िले हैं: राजगढ़, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, धार, रतलाम, उज्जैन, आगर, गुना, शिवपुरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी और कटनी।
इसके अलावा, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, इंदौर, देवास, शाजापुर, मंदसौर, नीमच, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर कलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर और पांढुर्णा में भी गरज-चमक के साथ बारिश का अनुमान है।
मौसम प्रणालियों का जाल: मध्य प्रदेश में बारिश क्यों हो रही है?
मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के पीछे कई सक्रिय मौसम प्रणालियां काम कर रही हैं। वर्तमान में, मानसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति में है और गंगानगर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। इसके साथ ही, उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और म्यांमार तट पर एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण भी सक्रिय है। इन प्रणालियों के अलावा, राजस्थान के ऊपर भी एक चक्रवातीय परिसंचरण बना हुआ है, जिससे नमी लगातार राज्य की ओर आ रही है। इन सभी मौसमी गतिविधियों का परिणाम है कि राज्य में लगातार बारिश हो रही है और यह दौर 5 सितंबर तक जारी रहने की उम्मीद है।
जिलेवार पूर्वानुमान: कल का मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए जिलेवार चेतावनी जारी की है, ताकि लोग सतर्क रह सकें।
3 सितंबर: बुरहानपुर, खरगोन और बड़वानी में अति भारी वर्षा की संभावना है। वहीं, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, खंडवा, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, मंदसौर, नीमच, मुरैना, श्योपुरकलां, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और पांढुर्णा में भारी बारिश हो सकती है।
4 सितंबर: खंडवा, खरगोन, बड़वानी और देवास में अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी है।
5 सितंबर: बड़वानी, अलीराजपुर और झाबुआ में अति भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।
इस मानसून सीजन का लेखा-जोखा: कहाँ कम कहाँ ज्यादा?
1 जून से 1 सितंबर तक, मध्य प्रदेश में दीर्घावधि औसत से 21% अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 20% और पश्चिमी मध्य प्रदेश में 22% अधिक बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, यह बारिश पूरे राज्य में समान रूप से वितरित नहीं हुई है।
- सबसे अधिक वर्षा वाले जिले: गुना और मंडला (56 इंच), श्योपुर (52.4 इंच), अशोकनगर (51.8 इंच) और रायसेन (51.5 इंच)।
- सबसे कम वर्षा वाले जिले: इंदौर (21.3 इंच), शाजापुर (21.6 इंच), खरगोन (22.6 इंच), खंडवा (23 इंच) और बड़वानी (24.2 इंच)।