MP EXCLUSIVE REPORT : बेबस महिला की दर्द भरी कहानी : नागपुर से महिला को खरीदकर लाया और 16 महीने तक किया रेप, पेट में इंफेक्शन होने से हालत बिगड़े : फिर .....

 

MP EXCLUSIVE REPORT : बेबस महिला की दर्द भरी कहानी : नागपुर से महिला को खरीदकर लाया और 16 महीने तक किया रेप, पेट में इंफेक्शन होने से हालत बिगड़े : फिर .....

उज्जैन का रहने वाला व्यक्ति संतान की चाहत में नागपुर से महिला को खरीदकर लाया। उसे 16 महीने तक घर में छिपाकर रखा। उसका शारीरिक शोषण करता रहा। डिलीवरी के लिए महिला को प्राइवेट अस्पताल में पत्नी के नाम से भर्ती कराया। ऑपरेशन से डिलीवरी हुई। इसके कुछ घंटे बाद उसे अस्पताल से भगा दिया गया। पुलिस ने आरोपी दंपती को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा 2 अन्य पर भी केस दर्ज किया गया है।

मामले का खुलासा तब हुआ, जब महिला 6 नवंबर को पुलिस को लावारिस मिली। महिला को वन स्टॉप सेंटर लाया गया। यहां पता चला कि उसके पेट में इंफेक्शन हो गया, जिससे हालत बिगड़ गई। अब महिला का इलाज कराया जा रहा है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है। महिला की निशानदेही पर पुलिस गांव भी गई। महिला से वन स्टॉप सेंटर में पूछताछ की।

केस में पांच आरोपी

देवासगेट थाना प्रभारी राम मूर्ति शाक्य ने बताया कि आरोपी युवक पर सात धाराओं 344, 376-ए, 365, 377, 323, 506 व 120-बी के तहत केस दर्ज किया गया है। इस मामले में पांच आरोपी बनाए गए हैं। राजपाल सिंह दरबार के साथ उसकी पत्नी, उसके जीजा वीरेंद्र सिंह, भानजा कृष्णपाल सिंह और मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाली महिला चंदा। पीड़ित महिला देवास गेट पुलिस को रेलवे स्टेशन से मिली थी, इसलिए देवास गेट थाना पुलिस ने शून्य पर कायमी करके केस डायरी कायथा पुलिस को सौंप दी है। महिला को फिलहाल वन स्टॉप सेंटर में ही रखा गया है। इसके पहले उसका जिला अस्पताल में गुरुवार दोपहर को मेडिकल चेकअप कराया गया।

कौन है आरोपी

आरोपी का नाम राजपाल सिंह दरबार बताया जा रहा है। वह उज्जैन के तराना के गांव काठबड़ोदा में उप सरपंच रह चुका है। उसके भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों से संबंध हैं। वह इलाके का दबंग नेता है। उसके घर में बाहरी लोगों के आने-जाने पर भी प्रतिबंध है।

नागपुर में चंदा नाम की महिला ने बेचा था

एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि 19 वर्षीय पीड़िता नागपुर के नजदीक गांव की रहने वाली है। उसके माता-पिता नहीं हैं। वह अपने छोटे नाबालिग भाई के साथ रहती थी। गुजारे के लिए वह 5 हजार रुपए प्रतिमाह में नौकरी करती थी। भाई फिलहाल पैतृक गांव में ही रह रहा है। महिला ने वन स्टॉप सेंटर में बताया कि नागपुर की चंदा नाम की महिला ने उसे डेढ़ साल पहले शादी का झांसा देकर बेचा था। वह व्यक्ति उसे गांव ले आया। यहां 16 महीने तक उसका शारीरिक शोषण किया।

पत्नी के पेट पर लगा रखा था तकिया

महिला ने पूछताछ में बताया कि व्यक्ति की पत्नी के दो बच्चे थे। पति ने उसकी नसबंदी करवा दी। इस बीच उसके बच्चे मर गए। चूंकि अब उसकी पत्नी बच्चे पैदा करने लायक नहीं रही, तो उसने बच्चा पैदा करने के लिए मुझे खरीदा। उसकी पत्नी मुझे पति के साथ रहने के लिए कहती थी। मुझसे मारपीट भी करती थी। 16 महीने तक छिपाकर रखा गया। उस आदमी ने उसकी पत्नी के पेट पर तकिया बांध दिया था, जिससे लोगों को लगे कि वह गर्भवती है।

पत्नी के नाम पर अस्पताल में भर्ती कराया

पहले आरोपी डॉक्टर के पास भी चेकअप के लिए चोरी-छिपे लेकर जाता था। आरोपी ने डिलीवरी के लिए महिला को पत्नी के नाम से भर्ती कराया था। यही नहीं, दस्तावेज भी पत्नी के जमा करवाए, जिससे पत्नी के नाम से बच्चा हो। बाद में 6 नवंबर को डिलीवरी के बाद उसे जान से मारने की धमकी देकर छोड़ दिया।

इलाज करने वाले डॉक्टर पर एफआईआर नहीं

महिला का इलाज करने वाले डॉक्टर पर पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया है। दरअसल, महिला को डिलीवरी के समय पत्नी बताकर ही भर्ती किया था। आधार कार्ड व अन्य पहचान पत्र पत्नी के ही दिए थे।

आरोपी ने नहीं की लीगल शादी

आरोपी राजपाल सिंह ने नागपुर की महिला से वैदिक रीति-रिवाज अथवा कोर्ट मैरिज नहीं की है। उसने शादी को नोटरी किया है। एसपी का कहना है कि महिला को संतुष्ट करने के लिए यह कागज गढ़ा गया है। इस शादी को लीगल नहीं माना जा सकता। पीड़ित महिला का नवजात फिलहाल आरोपी राजपाल सिंह दरबार के परिवार के पास ही है। उसे जांच पूरी होने के बाद महिला को सौंप दिया जाएगा।

महिला की खरीद-फरोख्त हुई क्या?

आरोपी और महिला की पहचान कैसे हुई और उन्हें किसने मिलवाया। दोनों की शादी कराने में कौन-कौन लोग शामिल हैं, इन सभी पहलुओं की भी जांच की जाएगी। ताकि यदि महिला की खरीद-फरोख्त हुई हो तो उस रैकेट को भी गिरफ्त में लिया जाएगा। फिलहाल उसे नोटरी के आधार पर पत्नी होना बताया जा रहा है। लेकिन उसने पहली पत्नी को तलाक नहीं दिया है।

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