अंधविश्वास की तस्वीर : महिलाओं ने टोटका करने के लिए अपने ही घरों की बच्चियों को बिना कपड़ों के घुमाया

 
अंधविश्वास की तस्वीर : महिलाओं ने टोटका करने के लिए अपने ही घरों की बच्चियों को बिना कपड़ों के घुमाया

दमोह के जबेरा ब्लॉक के आदिवासी बहुल्य बनिया गांव में अंधविश्वास की तस्वीर सामने आई है। यहां बारिश न होने पर महिलाओं ने टोटका करने के लिए अपने ही घरों की बच्चियों को बिना कपड़ों के बाहर निकाला और गांव की गलियों में घुमाया। मामला सामने आने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कलेक्टर एसकृष्ण चैतन्य को नोटिस जारी कर 10 दिन के भीतर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। आयोग ने 2005 की धारा 13 (1) (जे) के तहत खुद ही इस मामले को संज्ञान में लिया है। इसमें नोटिस जारी कर कलेक्टर से नग्न बच्चियों का आयु प्रमाण पत्र, जांच रिपोर्ट और अन्य दस्तावेज की मांग की है। कलेक्टर का कहना है कि जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

यह है पूरा मामला

जबेरा ब्लॉक में आने वाली ग्राम पंचायत के बनिया गांव में रविवार सुबह गांव की महिलाएं एकत्रित हुई और तीन से चार साल की छोटी बच्चियों को निर्वस्त्र कर पूरे गांव में एक फेरी लगवाई। उसके बाद ग्रामीणों ने बच्चियों से खेर माता को गोबर से ढकवा दिया और अनाज कूटने वाले मूसर को उलटा रखवा दिया। इसके बाद गांव की महिलाओं ने खेर माता मंदिर में भजन-कीर्तन शुरू किया। साथ ही यहां भंडारे का आयोजन भी किया गया।

इस टोटके से किसी को कोई भी नुकसान नहीं

वन समिति अध्यक्ष पवन सिंह ने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण फसलें काफी प्रभावित हो गई हैं। लोग पानी के लिए परेशान हैं, इसलिए गांव की महिलाओं ने यह टोटका किया है। यह लोगों की आस्था और विश्वास से जुड़ा मामला है। उन्होंने बताया कि यह सब बारिश के लिए किया जा रहा है। इस टोटके से किसी को कोई भी नुकसान नहीं है। यह एक धार्मिक क्रिया है, जिसके माध्यम से लोग ईश्वर को खुश करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि बारिश हो सके।

यह गांव के लोगों की आस्था और मान्यता का कारण है

पंचायत सचिव जागेश्वर राय का कहना है कि रविवार होने के कारण वह पंचायत नहीं गए थे, लेकिन उन्हें जानकारी मिली है कि गांव के लोगों ने बारिश के लिए एक टोटका किया है। गांव की महिलाओं ने छोटे बच्चों के साथ गांव में फेरी निकाली और उन बच्चों को निर्वस्त्र कर माता मंदिर में अनाज कूटने वाले मूसर को उल्टा रखवाया है। उन्होंने बताया कि यह गांव के लोगों की आस्था और मान्यता का कारण है।

एसपी ने कहा- अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली, जांच होगी

महिलाओं का मानना है कि ऐसा करने से इतनी बारिश होती है कि माता की प्रतिमा का गोबर धुल जाता है। इस संबंध में एसपी डीआर तेनीवार ने बताया कि आदिवासी महिलाओं ने ऐसा किया है। इसका वीडियो सामने आया है, हालांकि अभी तक अभिभावकों ने किसी तरह की शिकायत पुलिस में दर्ज नहीं कराई है। वे इस तरह के टोटका करते रहते हैं। फिर भी इसकी जांच करा लेता हूं।

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