अहमदाबाद प्लेन क्रैश: 'आँखों के सामने सब कुछ जल रहा था' - इकलौते जीवित यात्री की रोंगटे खड़े करने वाली आपबीती, PM मोदी ने जाना हाल

 
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अहमदाबाद, गुजरात: अहमदाबाद में हुए भयावह प्लेन क्रैश में जीवित बचे एकमात्र यात्री रमेश विश्वास कुमार ने हादसे के उन खौफनाक पलों को याद करते हुए अपनी आपबीती सुनाई है, जो किसी भी भयावह सपने से कम नहीं। उनकी आँखों के सामने सब कुछ जलकर राख हो गया, लेकिन चमत्कारी रूप से वे मौत के मुँह से बाहर निकलने में कामयाब रहे। इस दर्दनाक घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल पहुँचकर रमेश से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना, साथ ही हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया।

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रमेश विश्वास कुमार की आंखोंदेखी: मौत के वो चंद मिनट
रमेश विश्वास कुमार, जो इस भीषण हादसे के अकेले गवाह हैं, ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि टेक-ऑफ के ठीक बाद विमान में सब कुछ सामान्य लग रहा था। लेकिन कुछ ही पलों में नजारा बदल गया। उन्होंने कहा, "टेक-ऑफ के तुरंत बाद प्लेन में हरी और सफेद लाइटें जलने लगीं।" यह एक अपशकुन जैसा था, क्योंकि इसके बाद जो हुआ, वह किसी ने सोचा भी नहीं था। रमेश बताते हैं कि इन चेतावनियों के ठीक बाद विमान अचानक तेजी से नीचे की ओर गिरने लगा।

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विमान के जमीन से टकराने की आवाज एक जोरदार धमाके के साथ हुई। रमेश ने उस भयावह पल को याद करते हुए कहा कि उनकी "आँखों के सामने सब कुछ जल रहा था।" यह मंजर इतना दिल दहला देने वाला था कि उन्हें अब भी विश्वास नहीं होता कि वे इतने बड़े हादसे में कैसे जिंदा बाहर निकल आए। उनका बच निकलना किसी चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है, क्योंकि विमान में सवार अन्य सभी यात्री और चालक दल के सदस्य इस हादसे में अपनी जान गंवा चुके थे।

PM मोदी ने अस्पताल पहुँचकर जाना हाल
घटना की गंभीरता और रमेश विश्वास कुमार के अकेले जीवित बचने की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद पहल की। शुक्रवार को प्रधानमंत्री अहमदाबाद के उस अस्पताल पहुँचे, जहाँ रमेश का इलाज चल रहा है। PM मोदी ने रमेश से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और उन्हें ढांढस बंधाया।

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इस दौरान प्रधानमंत्री और रमेश विश्वास कुमार के बीच करीब 10 मिनट तक बातचीत हुई। प्रधानमंत्री ने रमेश को हरसंभव मदद और सहयोग का पूरा आश्वासन दिया है। प्रधानमंत्री का यह दौरा दिखाता है कि सरकार इस घटना और इसके इकलौते जीवित बचे व्यक्ति की स्थिति को कितनी गंभीरता से ले रही है।

इस हादसे की गहन जांच चल रही है ताकि इसके पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। रमेश विश्वास कुमार का बयान जांच एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकता है।

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